आज हम आपको एक ऐसी औरत की कहानी बताने जा रहे हैं ...जो औरत के नाम पर कलंक का कारण बनती है .
रस्तीपुर गांव की एक औरत ...कमला ,शादी के कुछ ही महीनों बाद; उसका पति मुंबई चला गया कमाने के लिए . उसका पति करैक्टर लेस था. और शराबी भी था और इसी गंदी आदतों की वजह से वह एड्स का शिकार हो गया..... शुरुआती दिनों में तो उसे पता नहीं चला कि उसे एड्स है .हर साल के आखिरी में वह घर आता .15 20 दिन ,एक हफ्ते रहता .फिर वापस चला जाता.
ट्रक ड्राइवर का काम करता था, मुंबई में .ऐसे ही करते करते कमला को 2 बच्चे हो गए .
यहां कमला भी अपनी शारीरिक जरूरत को पूरा करने के लिए आए दिन एक न एक आदमी के साथ नाजायज संबंध बना लिया . ऐसे करते-करते 15 लोगों के साथ कमला के नाजायज संबंध बन गए. 15 आदमी को नहीं पता था कि कमला का किसी दूसरे आदमी के साथ संबंध है. इस तरह वह 15 आदमियों के साथ अपनी हवस पूरा करती.
इधर पति जो मुंबई में इसी हवस का शिकार हो चुका था ,ना तो कमला को ये बात पता थी, ना तो 15 आदमियों को पता थी, ना तो उसके हस्बैंड को पता थी की वे सब यच आई बी कि चपेट में आ रहे हैं .
तभी अचानक कमला के पति की तबीयत खराब होती है .कमला के पति ने डॉक्टर के पास इलाज कराया....पर ठीक नहीं हुआ तो डॉक्टर ने टेस्ट करने को बोला .......तब उसे पता चला कि उसे एड्स है .
फिर भी उसने बात गुप्त रखी ,धीरे-धीरे उसने घर आना बन्द कर दिया .दो साल बाद जब घर आया तो पूरी तरह से एड्स के चपेट में आ चुका था .उसने यह बात कमला को बताया तो वह डॉक्टर के पास गई, वहा उसे पता चला कि उसे एड्स है .जीन लोगों के साथ कमला के नाजायज संबंध थे कमला ने उन्हे भी नही बताया .धीरे धीरे ए बात पुरे गांव में फैल गई .
एक औरत की वजह से 40 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए ,उस गांव : में एक मर्द की वजह से ,या ये भी कह सकते है कि एक औरत को वजह से, 40 लोग मरने की कगार पर पहुंच गए . एक औरत घर बसा भी सकती है .घर को जला भी सकती है .ए कहावत बड़े बुजुर्ग कहते हैं.
और इसी तरह कमला एचआईवी पॉजिटिव "
कमला के साथ नाजायज संबंध रखने वाले एचआईवी बी पॉजिटिव "
उनकी पत्नियां भी एचआईवी पॉजिटिव और उनसे हुए बच्चे भी .
किसकी गलती है मैं तो नहीं बता सकती, पर आप लोग जरूर बताइएगा???