डॉ दिनेश शर्मा बहुत से सम सामयिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए जाने
जाते हैं | मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर एक बार फिर से उनकी बेबाक राय... एक बार
ज़रूर पढ़ें और पसंद आए तो शेयर करें..
राजनेता उतने ही सच्चे है जितनी खुद को वर्जिन बताने वाली वेश्याएँ - दिनेश
डॉक्टर
एक आध प्रतिशत
अपवाद को छोड़ दें तो दुनिया भर के सियासतदां लोग, झूठ,सफेद झूठ, काला झूठ, हरा झूठ यानि के हर रंग का झूठ रोज़ रोज़
बार बार और लगातार हर जगह और हर वक़्त बोलते है । उस पर खुद ही विश्वास भी करने
लगते है और फिर दूसरों को भी विश्वास दिलाने लगते है । किसी विद्वान ने कहा था कि
एक झूठ सौ बार बोलने से सच हो जाता है । ये झूठ को इतनी बार बोलते है कि खुद ही
भूल जाते है कि कितनी बार बोला है, कहाँ बोला है और कैसे किस
संदर्भ में बोला है । जब इनको इनके झूठ की वीडियो या ऑडियो क्लिप दिखाओ या सुनाओ
तो इनके पास रटा रटाया जवाब होता है कि ये छेड़छाड़ करके डॉक्टर्ड किया हुआ है -
मेरा मतलब ये नही बल्कि वो था ! मुझे ग़लत कोट किया जा रहा है ।
नकली तेल घी में
डूबी झूठी खबरे खाकर, सिंथेटिक दूध के साथ बेसिरपैर के हिन्दू मुस्लिम नैरेटिव पीकर और यूरिया
खोए के वायदों की मिठाइयां खाकर लोगों की याददाश्त का तो कबाड़ा हो ही चुका है । आज
के अहम मुद्दे अगला इलेक्शन आते आते आम की गुठली से भी गए बीते हो जाते है । कढ़ी
की तरह धरना प्रदर्शनों का उबाल भी रोज़ी रोटी, मकान के किराए,
कार या मोटरसाइकिल के कर्जे की किश्त के चक्कर में अड़तालीस घंटो में
दो चार हाथों में मोमबत्ती बना नज़र आता है । लोग भूल जाते है कि सियासत हाथी की
चाल चलती है दो चार दस के भौंकने से कहाँ बदलती है ।
किसे याद है कि
प्याज 120 से नब्बे पर आकर
फिर 120 पर भाग रहा है, जीडीपी की पीपी
बज रही है, ग्रोथ रेट और अर्थव्यवस्था का बैंड बजा हुआ है ।
बस हर दिमाग में घुसपैठियों की घुसपैठ है - नया नैरेटिव सेट है ।
https://shabd.in/post/111411/-2268547
4 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्म | शिक्षा दीक्षा उत्तर प्रदेश के ही जिला बिजनौर के नजीबाबाद में सम्पन्न |
शिक्षा दीक्षा : संस्कृत तथा तबला में पोस्ट ग्रेजुएशन, गायन तथा कत्थक में ग्रेजुएशन, गुरु शिष्य परम्परा में गायन-तबला तथा जयपुर घराने के कत्थक की शिक्षा, भारतीय दर्शन में पी एच डी |
आकाशवाणी नजीबाबाद से उदघोषण, संगीत संयोजन, लेखन, संगीत रूपक इत्यादि विधाओं के चलते 7 वर्ष तक जुड़ाव | इस बीच लगभग पाँच वर्ष तक रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और गढ़वाल विश्वविद्यालयों में संस्कृत अध्यापन |
1983 से विवाह के बाद से आज तक ज्योतिष और योग से सम्बन्धित अनेक पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद, साथ ही 35 वर्षों से भी अधिक के अनुभव के साथ एक लब्ध प्रतिष्ठ ज्योतिषी |
कुछ प्रसिद्ध मीडिया कम्पनियों के लिए भी लेखन कार्य | लगभग दस वर्षों तक दूरदर्शन के प्रिव्यू पैनल पर एक्सपर्ट के रूप में कार्य |
प्रकाशित कार्य:
• बचपन से ही लेखन में गहन रूचि के कारण अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेख लिखने का सौभाग्य |
• 2006 में अरावली प्रकाशन दिल्ली से देवदासियों के जीवन संघर्षों पर आधारित उपन्यास “नूपुरपाश” प्रकाशित |
• 2006 में ही व्यक्तिगत और सामाजिक अनुभवों पर आधारित प्रथम काव्य संग्रह “मेरी बातें” हिन्दी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से अनमोल प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित |
• भारत के मध्यमवर्गीय परिवारों में नारियों के संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करता उपन्यास “सौभाग्यवती भव” नाम से 2008 में भारतीय पुस्तक परिषद दिल्ली से प्रकाशित |
• बयार के समान उन्मुक्त भाव से प्रवाहित होती निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर रहती महिलाओं पर ही आधारित उपन्यास “बयार” 2015 में एशिया पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित |
सम्प्रति:
• स्त्री-पुरुष के सम्बन्धों पर आधारित उपन्यास “विरक्त” शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है |
• अन्य अनेकों संस्थाओं की महासचिव रहने के बाद सम्प्रति WOW (Well-Being of Women) India नामक राष्ट्रीय स्तर की संस्था की महासचिव के रूप में क्षेत्र की एक प्रमुख समाज सेविका |
संपर्क सूत्र: 302, कानूनगो अपार्टमेंट, 71 इन्द्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली –92,
मोबाइल: 7042321200
वेबसाइट : https://www.astrologerdrpurnimasharma.in/
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