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मेरे दादा दादी

25 जनवरी 2015

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छोटी छोटी बाताें पर जब हम रूठ जाते थे, दादा दादी तब हमको खूब मानते थे, जब भी वो पल हमको याद आते थे, आँंख़ैं तो छोडो दिल भी भीग जाते थे|

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