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एक प्रतिभा

8 मार्च 2020

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चंद्रभान 'ब्राह्मण' (1574-1662) फारसी के उन कुछ भारतीय कवियों में हैं जिन्हें इरान में भी मान्यता दी जाती है . लाहौर के सूबेदार अफजल बेग 'ब्राह्मण' के फारसी ज्ञान से इतना प्रभावित हुए थे कि उन्होंने 'ब्राह्मण' को शाहजहां के सामने पेश किया था. सम्राट ने ब्राहमण को 'फारसी जाने वाले हिंदू' और राय की उपाधिया़ं दी थीं. शाहजहां ने ब्राह्मण को दरबार में अपना विशेष सचिव और इतिहासकार नियुक्त किया था . 'ब्राह्मण' ने दारा शिकोह के संस्कृत से फारसी अनुवाद 'प्रोजेक्ट' में भी काम किया था . ब्राह्मण का एक फारसी शेर बहुत अर्थपूर्ण है जो युगीन सहिष्णुता का परिचय भी देता है - बेबिन करामते बुतखान-ए-मरा ऐ शैख़ के चूं खराब शुवद खान-ए-ख़ुदा गर्दद ऐ शैख़ मंदिरों की करामात (चमत्कार) देखो ये जब खराब (तोड़ दिए जाते हैं ) हो जाते हैं तो ख़ुदा का घर (मस्जिद) बन जाते हैं

असग़र वजाहत की अन्य किताबें

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एक प्रतिभा

8 मार्च 2020
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चंद्रभान 'ब्राह्मण' (1574-1662) फारसी के उन कुछ भारतीय कवियों में हैं जिन्हें इरान में भी मान्यता दी जाती है . लाहौर के सूबेदार अफजल बेग 'ब्राह्मण' के फारसी ज्ञान से इतना प्रभावित हुए थे कि उन्होंने 'ब्राह्मण' को शाहजहां के सामने पेश किया था. सम्राट ने ब्राहमण को 'फारसी जाने वाले हिंदू' और राय की उप

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बल्गेरिया एयर

9 मार्च 2020
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बल्गारिया प्रसंग 1इशारों ही इशारों में( बल्गारिया के गांव की यात्रा)असग़र वजाहतयात्राएं करना बहुत मुश्किल भी है और बहुत सरल भी है। अगर चीजों को सरसरी तौर पर देखते हुए गुजर जाना है तो यात्रा करना बहुत आसान है लेकिन अगर रास्ते के हर पत्थर से उलझने का मन हो और हर पेड़ पौधे को जानने की इच्छा हो तो यात्रा

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कहानी

10 मार्च 2020
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लोकतंत्र का मन्त्रकहानीअसग़र वजाहतफाइव स्टार रिज़ॉट में किसी तरह की कोई तकलीफ न थी । हर -हर सेकंड पर जनप्रतिनिधियों का ध्यान रखा जा रहा था ।यह माना जा रहा था कि घर से इतनी दूर एकांत में जनप्रतिनिधि दरअसल तपस्या कर रहे हैं और इस तपस्या का फल सभी  को अवश्य ही मिलेगा।जनप्रतिनिधियों पर विरोधियों की निगाह

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