जनता कर्फ्यू और हमारा देश
विजय कुमार तिवारी
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी के आह्वान पर आज २२ मार्च २०२० को पूरे देश ने अपनी एकता,अपना जोश और अपना मनोबल पूरी दुनिया को दिखा दिया।इस जज्बे को मैं हृदय से सादर नमन करता हूँ।राष्ट्रपति से लेकर आम नागरिकों तक ने ताली,थाली, घंटी,शंख और नगाड़े बजाकर अपना आभार व्यक्त किया।मैं प्रधानमन्त्री जी की इस सहज सोच पर मुग्ध हूँ कि किस तरह उन्होंने इस कोरोना के विरुद्ध पूरे देश को एक कर दिया।उनको अपने देश की जनता की नब्ज पता है या यों कहें कि वे देश की भूमि पर ही नहीं,हमारे दिलों पर भी राज करते हैं।आज उन तमाम लोगों ने स्वयं को गौरवान्वित महसूस किया होगा जो दिन-रात समाज के लोगों की सेवा में तत्पर हैं।हमारी सेना,अर्धसैनिक बल,पुलिस,मेडिकल सुविधा से जुड़े लोग,घरों तक नित्य आवश्यक सामान पहुँचाने वाले,मीडिया के लोग,फायर बिग्रेड और ऐसे तमाम लोग जो किसी न किसी रुप में देश के नागरिकों की सेवा में संलग्न हैं जिन्हें ऐसे हालात में भी जान जोखिम में डालकर कार्य करना पड़ता है,आज उन्हें महसूस हुआ होगा कि देश के लोग उनके प्रति सम्मान का भाव रखते हैं और प्रधानमन्त्री उनके साथ हैं।प्रधानमन्त्री जी का यह सुझाव भी सराहनीय और मानवीय संवेदना से भरा है कि नौकरी देने वाले लोग अपने कर्मचारियों को वेतन से वंचित ना करें।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री श्री आदित्यनाथ योगी जी ने राज्य सरकार की ओर से अपने राज्य में दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों और गरीबों के लिए बहुत सी घोषणायें की हैं।उनकी जय-जयकार हो रही है।मैं उम्मीद करता हूँ कि जनता अब पहचान रही होगी कि कौन उनके लिए शुभचिन्तक और अच्छा काम करने वाला है।
कोरोना ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है।किसी भी देश के पास इसका कोई ईलाज नहीं है।इसका वायरस बहुत विनाशकारी और भयावह है।अभी तक पूरी दुनिया में इसने तेरह हजार से उपर लोगों को मौत दी है और तीन लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं।अपने देश में यह उन लोगों के साथ आया है जो विदेशों से आये हैं।यद्यपि हमने बहुत जल्दी बचाव के उपायों पर काम करना शुरु कर दिया और वो सारे जरुरी कदम उठाये हैं जिससे स्थिति कुछ हद तक नियन्त्रण में है।यह अपने देश में अपने दूसरे स्तर पर है।तीसरा स्तर आते ही यह विकराल रुप धारण कर लेता है और बहुत तेजी से बड़ी मात्रा में लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। इसका चौथा स्तर जानलेवा होता है।सरकार,प्रशासन और मेडिकल के लोगो ने मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से इससे लड़ने के तौर-तरीकों का खूब प्रचार किया है।लोग सजग और जागरूक हो रहे हैं।पूरे देश में पर्याप्त उत्साह है और आज के जोश को देखकर कहा जा रहा है कि लोगो ने अपने दिलों से इसका भय निकाल फेंका है।
हमें मानकर चलना चाहिए कि अभी यह लड़ाई लम्बी चलने वाली है।अतः हमें अपना धैर्य और जुझारुपन बनाये रखना होगा।आत्मबल,पुरुषार्थ और धैर्य ही हमें विजेता बनायेगा।अफवाहों से बच कर रहना होगा।मैं यह भी मानता हूँ और सभी से कहना चाहता हूँ कि हम ईश्वर पर विश्वास बनाये रखें और परहेज के सभी उपाय करें।
दुखद पहलू यह भी है कि कुछ लोग राजनीतिक विरोध करते-करते देश विरोध पर उतर आते हैं और अनावश्यक आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरु करके देश के कुछ लोगों को दिशाहीनता दिखाते हैं और स्वयं हास्यास्पद होते हैं।यह उनका पतन है। भाई अब कितना गिरोगे?देश आपको पहचान रहा है।उस सोच से बाहर निकलिये वरना देश आपको माफ करने वाला नहीं है।
एक बात मैं जोर देकर कहना चाहता हूँ।हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारे आसपास कोई भूखा या लाचार तो नहीं है,कोई किसी दुख या तकलीफ में तो नहीं है।यदि ऐसा कोई हो तो हमें उनकी मदद, बिना मांगे करनी चाहिए।लोगों के जीवन को बचाना सबसे बड़ा धर्म है।ऐसे हालात में मानवता के नाम पर अवश्य मदद कीजिये और यश के भागी बनिये।विश्वास रखिये-कोरोना हारेगा और हम जीतेंगे।