भारत देश युध्द का नहीं बुध्द का देश है, सबसे ज्यादा 65% युवा भारत मे है, लेकिन इन युवाओं का अच्छा मागृदशर्शक न होने के कारण इस देश के युवा बेरोजगारी का आलम लेकर जीवन गुजार रहे हैं इनके अपने सपने है जो ये अपनी मेहनत और लगन से पूरा तो करना चाहते हैं इन युवाओं में न केवल जोश है बल्कि होश के साथ कार्य करना भी जानते हैं परंतु हमारी सरकार जिन्हें हम अपना पृतिनिधीयो को भेजते हैं वो भी इन सवालों से अछुते है इस समय जब हर घर में एक रोजगार की जरूरत है उसके बारे में न सोचते हुये सरकार मदिरो का निर्माण करने में व्यस्त है हम इस कोरोना काल मे भी नहीं समझ पाये कि हमें किस वस्तु की जरूरत है और किस की नहीं "कालृमाकृस ने अपनी पुस्तक मेनीफेसृटो में लिखा है कि' उठो मजदूरों, तुम्हारे पास तुम्हारी बेडियो तोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं है" वही बात युवाओं पर लागू होती हैं " जागो युवाओं तुम्हारे पास बेरोजगारी खत्म करने के अलावा कोई रास्ता नहीं!