ओ, सुदामा
ओ, सुदामा, तुम कैसे भक्त हो ?
संसार कृष्ण से माँगने आता है
तुम कृष्ण को तंदुल देने आये ।
संसार कृष्ण की राह ताकता है,
कृष्ण तुम्हें लिवा लाने आये ।
संसार कृष्ण का ऋण चुकाता है,
कृष्ण तुम्हारा ऋण चुकाते रहे ।
संसार कृष्ण का स्मरण करता है,
कृष्ण तुम्हारी स्मृति में मुस्काते रहे ।
संसार कृष्ण के चरण धोता है,
कृष्ण ने तुम्हारे चरण पखारे हैं ।