shabd-logo

शरीर और मन को स्वस्थ रखे योग

21 अगस्त 2015

2573 बार देखा गया 2573
featured imageजब कभी योग की बात मन में आती है तो सामान्यतः यह सोच बनती है कि यह तो तपस्वी या गम्भीर व्यक्तित्व के लोगों का क्षेत्र है या हमारा ध्यान आसनों की ओर जाता है परन्तु ऐसा सर्वथा सत्य नहीं है I यों तो योग का शाब्दिक अर्थ है मिलना या जोड़ना, धार्मिक परिपेक्ष्य में आत्मा का परमात्मा से मिलन है परन्तु यदि हम वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो योग एक माध्यम है जो मानसिक व शारीरिक क्रियाओं के बीच एक सुखद सामंजस्य बनाता है I हमारे शरीर में कुछ ऐसी क्रियाएं होती हैं जो हमारी इच्छानुसार होती हैं, परंतु कुछ ऐसी क्रियाएं भी होती हैं जिनपर हमारा नियंत्रण नहीं होता, जैसे श्वसन क्रिया एवं ह्रदय गति पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं होता है; ऐसी ही कई और क्रियाएं भी हैं जिनके निर्देश कूट संकेत के रूप में हमारे मस्तिष्क तथा स्व-स्नायु तंत्र की कोशिकाओं में दर्ज रहते हैं I परन्तु, यदि हम अपनी नियंत्रण परिधि के बाहर की शारीरिक एवं मानसिक क्रियाओं पर नियंत्रण प्राप्त कर लें तो इसे ही योग प्राप्ति कहेंगे I यह तभी संभव है जब आत्मा का नियंत्रण मस्तिष्क पर हो I दुनिया के सबसे तेज़ कम्प्यूटर की तुलना में मानव मस्तिष्क की क्षमताएं कहीं अधिक हैं लेकिन हम उनका उपयोग नहीं कर पाते हैं I हमारे देश के महान ऋषियों-मुनियों ने निश्चित ही उनका उपयोग किया होगा तभी एक स्थान पर बैठकर सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के बारे में उन्होंने जो कुछ पांडुलिपियों में लिख दिया उसकी पुष्टि आज अमेरिका द्वारा भेजे गए अंतरिक्षयान वाईजर से मिली मंगल ग्रह व ब्रहस्पति ग्रह की तस्वीरों से हुई है I यह नियंत्रण अनुशासित कर्म के द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है I कर्म शरीर करता है जिस पर मस्तिष्क का नियंत्रण होता है I अतः इन दोनों को इस योग्य बनाना कि ये आत्मशक्ति के नियंत्रण में रहे I श्रीमद्भागवतगीता में भगवां श्रीकृष्ण ने कहा है:─ पांच घोड़ों वाले रथ में, रथ शरीर है, उस पर बैठा व्यक्ति आत्मा है I सारथी चित्त (मन) है तथा घोड़े इन्द्रियां हैं I इन्द्रियों का नियंत्रण चित्त के पास होता है अतः अगर मन चंचल हो गया हो तो इन्द्रियां भी स्थिर नहीं रहेंगी और चित्त आत्मा को कहीं भी ले जा सकता है अतः रथ के सभी अवयवों को इस योग्य बनाना आवश्यक है ताकि वह आत्मा के नियंत्रण में रहे I महर्षि पतंजलि के अनुसार, चित्त की वृत्तियों का निरोध ही योग है I इसके लिए उन्होंने अष्टांग योग को श्रेष्ठ मार्ग बताया I इस मार्ग में आठ अवस्थाएं हैं- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि I इन अवस्थाओं तक पहुँचने पर मस्तिष्क तथा शरीर का सामंजस्य स्थापित हो जाता है जिसके फलस्वरूप मनुष्य का व्यक्तित्व निखर आता है I सभी अवस्थाओं में समाधी की अवस्था सर्वोच्च शिखर स्थिति है जहाँ व्यक्ति स्वयं को भूल जाता है तथा उसका सम्पूर्ण ध्यान केवल अपने उद्देश्य पर होता है, यही योग की सर्वोच्च स्थिति है I ─डॉ. नीलम शुक्ला असिस्टेंट प्रोफेसर डी.वी.एस. कॉलेज, कानपुर
वर्तिका

वर्तिका

अत्यंत सार्थक रचना! आज की भागती-दौड़ती ज़िन्दगी में, शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए योग अत्यंत आवश्यक है|

27 अगस्त 2015

8
रचनाएँ
health
0.0
इस आयाम के अंतर्गत आप स्वास्थ्य सम्बन्धी विभिन्न विषयों पर उपलब्ध लेख पढ़ सकते हैं ई
1

काम-काज चुस्त, याददाश्त दुरुस्त

7 अगस्त 2015
0
2
0

अक्सर हम अपना मोबाइल, किताबें, चाभियां या कोई और ज़रूरी चीज़ें भूल जाते हैं, और अफ़सोस करते हैं अपनी खराब याददास्त पर. कितना अच्छा हो यदि थोड़ी सी सावधानी और थोड़े से प्रयास हमारी याददास्त को बेहतर कर दें !एक सादे कागज़ पर अपनी पसंद के कोई भी तीन शब्द लिखें. उनका क्रम एक बार ध्यान से देख लें. अब उस कागज़ क

2

अलग-अलग अमृत बनें, साथ-साथ विष होएँ

7 अगस्त 2015
0
3
1

सर्वविदित है कि संतुलित आहार, स्वास्थ्यकर एवं बलवर्धक माना जाता है. शरीर के विभिन्न अंगों की कार्यक्षमता बढ़ाने व बनाये रखने के लिए इसकी परम आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिनका एक साथ या समान मात्रा में सेवन करना विष-समान माना गया है. आयुर्वेद के प्रसिद्ध ग्रन्थ 'अष्टांग ह्

3

शरीर और मन को स्वस्थ रखे योग

21 अगस्त 2015
0
1
1

जब कभी योग की बात मन में आती है तो सामान्यतः यह सोच बनती है कि यह तो तपस्वी या गम्भीर व्यक्तित्व के लोगों का क्षेत्र है या हमारा ध्यान आसनों की ओर जाता है परन्तु ऐसा सर्वथा सत्य नहीं है I यों तो योग का शाब्दिक अर्थ है मिलना या जोड़ना, धार्मिक परिपेक्ष्य में आत्मा का परमात्मा से मिलन है परन्तु यदि हम

4

नकारात्मक सोच से बचें

30 नवम्बर 2015
0
4
0

<!--[if gte mso 9]><xml> <w:WordDocument> <w:View>Normal</w:View> <w:Zoom>0</w:Zoom> <w:TrackMoves/> <w:TrackFormatting/> <w:PunctuationKerning/> <w:ValidateAgainstSchemas/> <w:SaveIfXMLInvalid>false</w:SaveIfXMLInvalid> <w:IgnoreMixedContent>false</w:IgnoreMixedContent> <w:AlwaysShowPlaceh

5

विशेषज्ञ की ये राय पढ़कर आप भी कराएंगे बीमारियों का आयुर्वेदिक इलाज

19 जून 2019
0
5
2

विशेषज्ञ का परिचय संक्षेप में :-चिकित्सक, डॉ. सूनृता तनेजा, एम.डी. (ayurveda) , आरोग्य आयुर्वेद वपंचकर्म केंद्र - फ़रीदाबाद, में आयुर्वेद और पंचकर्म द्वारा रोगियों का इलाज क

6

खाना खाने के बाद यह गलतियां पड़ जाती हैं सेहत पर भारी, ज़रूर पढ़ें

27 जून 2019
0
1
0

यह तो हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए हेल्दी फूड का सेवन करना बेहद जरूरी है। कई बार आपने फूड काॅम्बिनेशन के बारे में भी सुना होगा। अमूमन देखने में आता है कि लोग खाने में तो हेल्दी चीजों का तो सेवन करते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। इसके पीछे मुख्य कारण होता ह

7

विशेषज्ञ की राय - इन 10 उपायों से करें बच्चों का वजन कम

28 जून 2019
0
2
0

विशेषज्ञ का

8

हेज़ल कीच ने डिप्रेशन से लड़ने के बारे में एक शक्तिशाली संदेश साझा किया

3 जुलाई 2019
0
2
1

2019, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य (mental health) अभी भी भारत में एक संवेदनशील विषय है।हालाँकि, अभिनेत्री deepika padukone ने 2015 में अवसाद के साथ अपनी लड़ाई के बारे में बात करते हुए, कई मशहूर हस्तियोंने भारत

---

किताब पढ़िए