कुछ अधूरे से ख्वाब,
कुछ अनकही बातें,
कुछ मुश्किल हालत,
न हो तो #ज़िन्दगी बेज़ार हो जाएँ ,
ज़िन्दगी जीने का लुत्फ़ तभी हैं जनाब,
जब ज़िन्दगी में हो चुनौतियां हज़ार,
फिर भी, होठों पर हो ऐसी मुस्कान
की शरमा जायें आफताब।
9 अक्टूबर 2015
कुछ अधूरे से ख्वाब,
कुछ अनकही बातें,
कुछ मुश्किल हालत,
न हो तो #ज़िन्दगी बेज़ार हो जाएँ ,
ज़िन्दगी जीने का लुत्फ़ तभी हैं जनाब,
जब ज़िन्दगी में हो चुनौतियां हज़ार,
फिर भी, होठों पर हो ऐसी मुस्कान
की शरमा जायें आफताब।
सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये..और..जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल मैं अरमान कम रखिये! Inspiring Line Vartika Ji .......!!!!
5 नवम्बर 2015
आफ्ताबों की औकात क्या ज़ज़्बातो के आगे ठहरने की
22 अक्टूबर 2015
सारे गम को भूलकर जिसने हंसना सिख लिया वही सुखी इंशान है आदरणीया, बहुटी ही उत्तम रचना, वाह
10 अक्टूबर 2015
"ज़िन्दगी जीने का लुत्फ़ तभी हैं जनाब, जब ज़िन्दगी में हो चुनौतियां हज़ार"... बहुत खूब !
10 अक्टूबर 2015
सुन्दर रचना वर्तिका जी !
10 अक्टूबर 2015