आवाज़ उठाई है कोई सुर मिलाएगा
नाव छोड़ी है कोई पार लगाएगा.........
घाव दिखाया है कोई मरहम लगायेगा
बात इतनी सी है कोई आगे बढाएगा........
जनसँख्या बताई है कोई रोक लगाएगा
निशाना बताएगा कोई तीर चलाएगा ....
मुस्कान जगाई है ठहाका कोई लगाएगा
सन्नाटा तोडा है शोर कोई मचाएगा............
चिंगारी दिखाई है शोला कोई भड्कायेगा
बीज बोया है चमन कोई बनाएगा ........