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सोशल मीडिया की आम ज़िन्दगी में भागीदारी!

2 दिसम्बर 2015

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सोशल मीडिया ने लोगों के रोजमर्रा के जीवन को पूरी तरह से परिवर्तित कर के रख दिया है| खाली समय में, बहुत से लोग सोशल मीडिया साइटों में हर रोज प्रवेश करते है। इसके अलावा, सोशल मीडिया ने लोगों के  मेलजोल और एक-दूसरे के साथ बातचीत करने का तरीका बदल दिया है। स्मार्ट फोन की लोकप्रियता ने भी सोशल मीडिया में आम आदमी की भागीदारी बढ़ा दी है| सोशल मीडिया ने एक दूसरे के साथ विचारों के आदान-प्रदान के तौर तरीकों को पूरी तरह से परिवर्तित कर दिया है।


सोशल मीडिया और नेटवर्किंग:

सोशल मीडिया और नेटवर्किंग का आपस में बहुत गहरा सम्बन्ध है| सोशल मीडिया, आप को मौजूदा संपर्कों के साथ संपर्क में रहने में मदद करता है, इसके साथ ही साथ, ये नए गठबंधन स्थापित करने में मदद करता है| सोशल मीडिया और नेटवर्किंग नई जानकारी सीखने में, विचारों को साझा करने में और दूसरों के साथ बातचीत की संभावनाओं को खोलने में सहायता करता है| सोशल मीडिया नेटवर्किंग की वजह से, लोग समाचार पत्र की अपेक्षा सोशल मीडिया नेटवर्किंग को ज्यादा पसंद कर रहे है और इस माध्यम से रोजगार की तलाश में कम समय खर्च कर रहे हैं।


सोशल मीडिया का मार्केटिंग में महत्व:

सोशल मीडिया का मार्केटिंग में भी अलग स्थान है| सोशल मीडिया नए ग्राहकों को आकर्षित करने में, उत्पादों और सेवाओं को बढ़ावा देने में अत्यंत महत्वपूर्ण है| कुछ कंपनियों ने ग्राहकों की समस्याओं को हल करने और उनकी शिकायतों से निपटने के लिए विशेष खातें बनाये है। यूट्यूब जैसी वीडियो साइट भी मार्केटिंग में बहुत महतवपूर्ण भूमिका निभा रहीं है। सोशल मीडिया ने निश्चित रूप से लोगों के बातचीत और विचारों के आदान-तरीका बदल गया है। सोशल मीडिया का प्रभाव लोगों की ज़िन्दगी में देखा जा सकता है|


शब्द्नगरी भी हिंदी की अपनी तरह की पहली सोशल नेटवर्किंग और ब्लागिंग वेबसाइट है| जिसके माध्यम से, आप सोशल नेटवर्किंग कर, अनेकानेक लोगों से जुड़ सकते है और उन तक अपने सन्देश पहुँचा सकते है|  प्रोफेशनल्स भी इसके माध्यम से, सोशल मीडिया मार्केटिंग कर सकते है|

 
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रचनाएँ
AMRIT
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अमृत-कलश के माध्यम से आप सबका ध्यान समसामयिक एवं रोचक विषयों पर करना चाहूंगी ।
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भाई-बहन के प्यार का प्रतीक : रक्षाबंधन त्योहार और उसका बढ़ता हुआ ऑनलाइन व्यवसाय !

24 अगस्त 2015
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भाई-बहन के प्यार का प्रतीक, रक्षाबंधन का त्योहार हर साल अगस्त के महीने में आता है| भाई-बहन का ये त्योहार, एक-दूसरे के प्रति अगाध स्नेह और अटूट विश्वास को दर्शाता हैं| भाई की कलाई में सजी हुई रंग-बिरंगी राखी भले ही देखने में कमजोर प्रतीत हो पर इस रिश्ते की डोर अत्यंत मजबूत होती है| इस त्योहार पर बहने

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ठंढी अंधियारी रात में , सुन सां सा किनारा , जाने कितने रज्ज छुपाए बहती थी जल धरा.............

16 सितम्बर 2015
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ठंढी अंधियारी रात में , सुन सां सा किनारा , जाने कितने रज्ज छुपाए बहती थी जल धरा.............

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प्यार की बोली, "हिंदी"!

26 सितम्बर 2015
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घोल कर मिठास और प्यार,हिंदी की महिमा अपरम्पार,हिंदी में व्यक्त करके मन के उदगार, करें दूर अपना तनाव,फिर चाहे हो, लखनऊ के नवाब या हैदराबाद के जनाब,आये मीठी बोली सभी को रास,कविता, कहानी हो या हो हास-परिहास,हिंदी की कुछ ख़ास है बात, साथ हो गर, शब्दनगरी का साथ,इस मंच पर साझा करो अपने विचार,नए दोस्त बनाओ

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अपने भीतर जागृत करें आत्मविश्वास!

3 अक्टूबर 2015
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सुबह को बनायें ताज़गी भरा!

5 अक्टूबर 2015
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कहीं इंटरनेट न बन जाएँ अभिशाप!

6 अक्टूबर 2015
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सूचना क्रांति के क्षेत्र में इंटरनेट ने अहम भूमिका निभायी है। एक ओर तो इंटरनेट ने स्काइप और व्हाट्स एप के माध्यम से लोगों के बीच की दूरियां ख़त्म की है वही दूसरी ओर इंटरनेट ने रिश्तों में कही न कही दूरियां बढ़ा दी हैं । लोगों के बीच बढ़ती हुई संवादहीनता एवं मानसिक बीमारियां इसी का परिणाम है। बचपन भी इं

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"आचार: परमो धर्म:"

7 अक्टूबर 2015
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7 अक्टूबर 2015
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कल्पनाओं को कैसे करें साकार!

9 अक्टूबर 2015
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रोज मन में ढेरो कल्पनायें पंख लगाकर उड़ने को तैयार रहती हैं। हर पल मन असंख्य कल्पनायें करता रहता है। अपनी सकारात्मक कल्पनाओं को कैसे करे साकार, ये अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्न है? इस कल्पनाओं  के माध्यम से, हम अपने सुन्दर और सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर होते है। ये कल्पनायें ही हमारे भीतर छुपी हुई प्रतिभाओ

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हौसला रख

13 अक्टूबर 2015
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ज़िद है ......

13 अक्टूबर 2015
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आंतरिक सुंदरता का महत्व

14 अक्टूबर 2015
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आज के समय में, चमकदार त्वचा, सुंदर नाक-नक्श, स्वस्थ एवं संतुलित, सुडौल आकार ही सुंदरता का मानदंड हैं। परन्तु बाह्य सुंदरता ही सुंदरता की परिभाषा नहीं हैं वरन परोपकारिता और उदारता से भरा हुआ दिल ही आत्मा का सौंदर्य है। भीतरी सुंदरता इंसान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। अच्छी सोच और सकारात्मक विचार

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बनाएं जीवन को खुशहाल!

15 अक्टूबर 2015
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आज के दौर में लोग नहीं जानते की ख़ुशी क्या हैं? लोग सोचते हैं की ढेर सारे पैसे, ऐशो आराम के साधन उन्हें ख़ुशी दे सकते हैं परन्तु वास्तविक स्थिति एकदम विपरीत हैं। व्यक्ति कम संसाधनों में भी खुश रह सकता हैं सच्चाई तो यह है है की ख़ुशी कहीं और नहीं हमारे अंदर छुपी हुई हैं । ख़ुशी एक मनः स्थिति हैं और पूर

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चिंता से बचें, चिंतन करें!

17 अक्टूबर 2015
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चिंता होना स्वभाविक होता है, लेकिन ऐसी बहुत सी व्यर्थ की चिंताए हमारे पास होती हैं जो जीवन को घुन की भांति खा जाती हैं। आज के दौर में, देखा जाएँ तो जीवन  चिंताग्रसित होता जा रहा हैं, चिंता करना मनुष्य का स्वभाव बनता जा रहा है। हमें ऐसी चिंता से बचना हैं।स्वामी रामतीर्थ ने कहा है कि , "चिंताएं, परेश

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पुस्तकों की दुनिया

26 अक्टूबर 2015
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पुस्तकों की दुनिया निराली हैं । जो एक बार पुस्तकों की निराली दुनिया में डूब गया वो शायद ही उससे निकलना चाहे। अच्छी पुस्तकों के द्वारा हमारे अंदर छुपे रचनात्मक पहलु को नयी दिशा मिलती हैं। हालाँकि, आजकल डिजिटल युग में, लोग #पुस्तक पढ़ने की अपेक्षा अपना ज्यादा समय ऑनलाइन गेम्स और इंटरनेट की आभासी दुन

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भारतीय संस्कृति की विशेषतायें!

27 अक्टूबर 2015
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भारत, मानव जाति का पालना  है, मानव वाणी का जन्मस्थान, इतिहास की जननी, किंवदंतीयों की मातामही, और परंपरा की  महा मातामही , मानवीय इतिहास की  सबसे मूल्यवान और शिक्षाप्रद वस्तुएं भारत में ही निहित है। -मार्क ट्वेनभारतीय संस्कृति विश्व की सबसे समृद्ध संस्कृति मानी जाती है।अखिल विश्व गायत्री परिवार (AWGP

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स्वच्छ जल की समस्या!

28 अक्टूबर 2015
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जल जीवन का आधार है। सचमुच जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती इसीलिए कहा जाता हैं <!--[if gte mso 9]><xml> <w:WordDocument> <w:View>Normal</w:View> <w:Zoom>0</w:Zoom> <w:TrackMoves></w:TrackMoves> <w:TrackFormatting></w:TrackFormatting> <w:PunctuationKerning></w:PunctuationKerning> <w:V

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करवाचौथ का चाँद!

29 अक्टूबर 2015
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करवाचौथ पर सुहागिन महिलाओं को रहता हैं, चाँद का इंतज़ार! इस दिन सुहाग के सभी प्रतीकों से सुसज्जित होकर, महिलाएं चाँद का घण्टों इंतज़ार करती हैं। चाँद के दीदार के बाद ही पूजन विधि संपन्न कर महिलाएं अपना व्रत खोलती है। सुहागनों के लिए ये पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, इस दिन ये अपनी पति की लम्बी आयु के ल

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भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में कैसे रखें सुन्दरता का ख्याल!

2 नवम्बर 2015
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जानिए अपना आयुर्वेदिक बॉडी टाइप!

4 नवम्बर 2015
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असीमित शक्ति का भंडार है: मन

4 नवम्बर 2015
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जीना इसी का नाम है!

17 नवम्बर 2015
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विद्यार्थियों को मिलें, शिक्षा संग विद्या !

18 नवम्बर 2015
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युवा बनें स्वस्थ और सशक्त!

19 नवम्बर 2015
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पुरुषार्थ से बदलता है भाग्य!

23 नवम्बर 2015
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पुरुषार्थ के द्वारा मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता बनता है। कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प,आशावाद और प्रेरणा का समावेश, मनुष्य में नयी उमंग और प्रेरणा भरता है। जीवन में श्रम का विशेष महत्व है क्योंकि परिश्रम वह सुनहरी कुंजी है जो भाग्य के बंद कपाट खोल देती है। परिश्रम ही जीवन की सफलता का रहस्य है, परिश्रम व

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केप टाउन के विहंगम दृश्य (यात्रा वृत्तांत)-१

24 नवम्बर 2015
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"जीवन", भगवान का एक सुंदर उपहार है जो हमें अपने अनुभवों से सीखकर अपने आप को विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। यात्रा, एक ऐसा अनुभव है जो हमारे दिल को सुनहरी यादों के साथ सिक्त कर देता है। हमारी केप टाउन यात्रा, एक अप्रत्याशित यात्रा थी जिसने हमारी ज़िन्दगी में नए रंग भर दिए|दुनिया में कुछ चुनिदा

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ताकि हँसता खिलखिलाता रहे, बचपन!

27 नवम्बर 2015
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जीवन की परिभाषा, "संघर्ष"

30 नवम्बर 2015
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सोशल मीडिया की आम ज़िन्दगी में भागीदारी!

2 दिसम्बर 2015
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