१-नर्क का जलता हुआ द्वार
क्या आपको पता है कि धरती पर भी एक नर्क का दरवाजा है? अगर नहीं पता है तो बता दें कि तुर्कीमेनिस्तान के देरवेजे गांव के पास काराकुम रेगिस्तान है, जिसे ‘द रोड टू हेल’ यानी ‘नर्क का द्वार’ कहते हैं।इसे यूनानी मिथकों में नर्क का द्वार या पाताल में जाने का रास्ता बताया गया है। इस जगह के बारे में कहा जाता था कि जो भी यहां आया उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इस कारण से यहां जाने से हर कोई डरता है। तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से 260 किलोमीटर उत्तर में काराकुम रेगिस्तान है, जिसमें बने इस गड्ढे में पिछले 43 सालों से आग धधक रही है।
२-पेंडल हिल
इंग्लैंड के लेंगकैशियर में एक जगह है पेंडल हिल। इस जगह के बारे में ऐसा माना जाता है कि यहां 17वीं सदी में 12 औरतें रहती थीं, जो जादू-टोना किया करती थीं। उनमें से 10 औरतों को 10 लोगों की मौत का दोषी भी पाया गया था। इसी कारण से इस हिल को भूतिया हिल माना जाता है। यहां के निवासी इस हिल पर जाने से डरते हैं।
३-तुओल स्लेंग
कंबोडिया के इस स्कूल में सभी कैदियों को बांधकर रखा जाता था। खमेर रूज के शासन के दौरान इन कैदियों को दूसरे कैदियों से बात करने की मनाही थी। अगर कोई बात करता था, तो उन्हें यहां करंट लगा दिया जाता था और लोहे की गर्म रॉड से मारा जाता था। ऐसा कहा जाता है कि आज भी उन कैदियों की रूहें यहां मौजूद हैं। यहां कम से कम 12,380 लोगों को यातना देकर मार डाला गया था। इनमें पुरुषों के अलावा औरतें और बच्चे भी शामिल थे। इसे कंबोडिया की कत्लगाह कहा जाता है।
४-हाशिमा आईलैंड
यह वीरान आईलैंड जापान में है। नागासाकी से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस आईलैंड को भी भयानक माना जाता है। इसे 1890 में मित्सुबिशी कॉर्पोरेशन ने अंडर वॉटर कोल माइनिंग के लिए खरीदा था। इस दौरान एक्सीडेंट्स और बेकार रहन-सहन के चलते यहां हजारों कैदियों की मौत हो गई। इस वजह से 1974 में इसे बंद कर दिया गया। 35 साल बाद 2009 में फिर से इसे दर्शकों के लिए खोला गया। इसी वजह से इस जगह को जापान की सबसे खतरनाक जगहों में से एक माना जाता है।
५-डेसिवा फेटिश मार्केट
ये मार्केट अफ्रीका में है ये एक ऐसा बाजार, जो जादू-टोना करने वालों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग बुरी शक्तियों से पीछा छुड़ाने के लिए आते हैं। इस जगह पर हर तरह के टोने- टोटकों का सामान मिलता है। यहां काले जादू से जुड़ी हर चीज मिलती है और लोगों को यहां पर टोने करने वाले भी आसानी से मिल जाते हैं।सबसे निराशाजनक बात यह कि चीन के बाजारों की तरह इस अफ्रीकन बाजार में ज्यादातर पशुओं के अंग बिकते हैं, जैसे दांत, नाखून, पंख, खुर, आंखें आदि।
६-ओकिगहारा
'सुसाइड फॉरेस्ट' नाम से प्रसिद्ध यह जगह ओकिगहारा जापान में है। आत्महत्या करने के लिए यह दुनिया की सबसे कुख्यात जगह है। यहां 2002 में ही 78 लोगों ने आत्महत्या की थी। जापान के ज्योतिषियों का विश्वास है कि जंगलों में आत्महत्या के पीछे पेड़ों पर रहने वाली विचित्र शक्तियों का हाथ है, जो इस तरह की घटनाओं को अंजाम देती रहती हैं। कई लोग, जो इस जंगल में एक बार प्रवेश कर जाते हैं, उन्हें ये शक्तियां बाहर निकलने नहीं देती हैं और वे उनके दिमाग पर काबू कर लेती हैं।
७-जमली-कमली मस्जिहद
दिल्ली में स्थित इस मस्जिद में जमली और कमली दो सूफी संत रहा करते थे, जो मशहूर महरौली पुरातात्विक कॉम्प्लेक्स में मौजूद मस्जिद में धर्म संबंधी शिक्षा दिया करते थे। उन दोनों को इसी मस्जिद में दफना दिया गया था। तभी से यह माना जाता है कि यहां जिन्न रहते हैं, जो यहां आने वाले लोगों को जानवरों की आवाज निकलकर अपनी तरफ बुलाते हैं।
८-हेलफायर क्लब
यह स्थान आयरलैंड में है। हेलफायर क्लब को डबलिन शहर में हॉन्टेड जगह के तौर पर ही 1725 में बनाया गया। यह क्लब जमीन से 1,275 फुट ऊपर बना हुआ है। ऐसा माना जाता है कि यहां डेविल्स अपने प्रशंसकों से खुद मिलने आते हैं। साथ ही यहां आने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें यहां अजीब-सी दुर्गंध महसूस होती है।
९-पेरिस कैटकोम्ब
यह भयानक स्थान फ्रांस के पेरिस में है। 1785 में कब्रिस्तान की कमी के चलते कई लाशों को एक साथ एक गड्ढे में दफना दिया गया था। फ्रांस की राजधानी पेरिस का कैटकोम्ब (कब्रों का तहखाना) लगभग 200 मीटर लंबा है, जहां लगभग 6 मिलियन कंकाल मौजूद हैं। इस कैटकोम्ब आज भी बहुत लोग देखने आते हैं।
१०-सेडलिक ऑसुरी चर्च
यह एक छोटा-सा रोमन कैथोलिक चर्च है, जो चेक रिपब्लिक में स्थित है। इस चर्च को इंसानों की हड्डियों से बनाया गया है। यहां का शैन्डलिर, गारलैंड और बैठने की सीट्स सब कुछ इंसानों की हड्डियों से बनाई गई है।
११-स्टल सीमेंटरी
अमेरिका के कांसास में स्थित इस स्थान को स्टल सीमेंटरी कहा जाता है। हैलवीन के दौरान यह जगह मौजी लोगों का पॉपुलर ठिकाना बन जाती है। ऐसा माना जाता है कि यहां 1850 से डेविल्स आते हैं। इन्हें देखने के लिए यहां लोग हैलवीन के दिन जरूर आते हैं। हैलवीन 31 अक्टूबर को मनाया जाने वाला एक ईसाई दिवस है।