भारत के राजस्थान राज्य के किसान श्री गुरमेल सिंह धोंसी ने कृषि क्षेत्र में
अपने अभिनव विचारों से खेती में सहायक मशीनों को बनाने में महारथ हासिल कर ली है |
उल्लेखनीय है कि छोटे से गांव से जुड़े धोंसी ने अब तक 24 ऐसे कृषि-उपकरण बना
दिए हैं, जो किसानों के रोजमर्रा के खेतिहर कामों में बड़े पैमाने पर प्रयुक्त होते
हैं | यही कारण है कि इनकी मांग न केवल हिंदुस्तान वरन पाकिस्तान और अफगानिस्तान
तक पहुँच चुकी है | कम लागत और कम खर्च वाले ये कृषि उपकरण अत्यंत लोकप्रिय होने
लगे हैं। इस उपलब्धि के लिए किसान श्री गुरमेल सिंह धोंसी 2012 में तत्कालीन
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा सम्मानित किये जा चुके हैं | वहीं 2014 में राष्ट्रपति प्रणब
मुखर्जी ने भी 20 दिनों तक श्री धोंसी को राष्ट्रपति भवन में मेहमान बना कर यथोचित सम्मान दिया
था | गौरतलब है कि किसान श्री गुरमेल सिंह धोंसी के बनाये कृषि उपकरणों की भारत के
राज्यों मसलन राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के साथ ही पड़ोसी देशों पाकिस्तान और अफगानिस्तान
में खासी मांग है | श्री धोंसी किसान अपनी इस सफलता का
श्रेय श्री सुरेंद्र कुमार जाखड़ (इफको के चेयरमैन) को देते हैं | श्री धोंसी
द्वारा कृषि उपकरण बनाने की शुरुआत उस समय हुई, जब विदेश से लाए
ट्रैक्टर को ठीक करने के लिए उन्हें अपने देश में पार्ट्स नहीं मिल रहे थे। तब उन्होंने
पांच एचपी का देसी इंजन लगाकर ट्रैक्टर को काम में लाना शुरू कर दिया। बाद में
इससे उन्होंने न सिर्फ खेत में जुताई की, बल्कि हार्वेस्टिंग के तहत गेंहू, ग्वार और अन्य अनाज भी निकाले।
श्री धोंसी द्वारा तैयार लोकप्रिय कृषि उपकरण
वुड चिपर : यह मशीन लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़े करने के काम में आती है। इसके अलावा भी कई
काम आती है।
लोडर : 35 एचपी के ट्रैक्टर पर बना बड़ा लोडर, जो 25 फुट तक ऊंचा है। इसकी बकेट भी 8 से 10 फुट तक बनाई गई है, जबकि बड़ी कंपनियों के लोडर ज्यादा
एचपी वाले ट्रैक्टर बनते हैं और 6 फुट वाली बकेट के होते हैं।
ट्री परुनिंग मशीन : बाग या खेत में फलों वाले पेड़ों के ऊपरी तनों को काटने के लिए बनी है ट्री
परुनिंग मशीन । यह खासतौर से जैतून के पेड़ की छंटाई में काम में आता है।
रोड स्वीपर : ट्रैक्टर से जुड़ा यह उपकरण सड़क की
सफाई के लिए काम में लिया जाता है।
होल डिगर : खेत में या अन्य ठोस स्थानों पर सीधे जमीन में छेद करने के लिए होल ड्रिगर
मशीन ट्रैक्टर से जोड़कर तैयार की जाती है।
ग्रेबर पंजा : ट्रैक्टर से जुड़े इस उपकरण को चारा लोडिंग, गन्ना लोडिंग, धान, नरमा कपास या लकड़ी लोडिंग के काम में लिया जा सकता है।