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स्वागत है नव वर्ष

31 दिसम्बर 2015

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जिन्दगी का एक और साल कम हो चला....

कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला.


कुछ ख्वाहिशें दिल मे रह गयी....

कुछ बिन मांगे मिल गयी.


कुछ शायद अनजान हैं....

कुछ बहुत परेशान हैं.


कुछ को मेरा इंतजार हैं....

कुछ का मुझे इंतजार है.


कुछ मुझसे बहुत खफा हैं....

कुछ मुझसे बहुत खुश हैं.


कुछ मुझे मिल के भूल गये....

कुछ मुझे आज भी याद करते हैं..


कुछ सही है....

कुछ गलत भी है.


कोई गलती तो माफ कीजियेगा....

और... 

कुछ अच्छा लगे तो याद कीजियेगा...!!!


अलविदा....2015

चंद्रेश विमला त्रिपाठी

चंद्रेश विमला त्रिपाठी

बहुत सुन्दर रचना सनोज जी ! नव वर्ष की बधाईयाँ....

31 दिसम्बर 2015

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मौसम सर्द हो चला है.........रिश्तों में गर्माहट बरकरार रखिए..!!

29 अक्टूबर 2015
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दिवाली कि साफ सफाई में....रिश्तो पर पड़ी धुल भी साफ कर लें जिन्दगी चार गुना सुन्दर नज़र आयेगी....!!!

3 नवम्बर 2015
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दो हाथ से हम पचास लोगों को नही मार सकते, पर दो हाथ जोङ कर हम करोङो लोगों का दिल जीत सकते है.....

27 नवम्बर 2015
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हुनर सब में होता है किसी का छिप जाता है...और किसी का छप जाता है.

28 नवम्बर 2015
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खुशी

9 दिसम्बर 2015
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स्वागत है नव वर्ष

31 दिसम्बर 2015
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जिन्दगी का एक और साल कम हो चला....कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला.कुछ ख्वाहिशें दिल मे रह गयी....कुछ बिन मांगे मिल गयी.कुछ शायद अनजान हैं....कुछ बहुत परेशान हैं.कुछ को मेरा इंतजार हैं....कुछ का मुझे इंतजार है.कुछ मुझसे बहुत खफा हैं....कुछ मुझसे बहुत खुश हैं.कुछ मुझे मिल के भूल गये....कुछ मुझे आज भी य

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विश्व महिला दिवस की शुभ कामनायें ...

8 मार्च 2016
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प्यार + ख्याल = माँप्यार + डर = पापाप्यार +साथ = बहनप्यार + लड़ाई = भाईप्यार + जिंदगी = गर्लफ्रेंडप्यार + ख्याल + डर + साथ + लड़ाई + जिंदगी = पत्नीपुरुष का नारी के समान कोई मित्र नहीं है.फिर चाहे वो किसी भी रूप में क्यूँ न हो....माँ...बीबी....या दोस्तनारी प्रकृति की बेटी है, उस पर क्रोध नकरो..उसका ह्र

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