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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर गायक एवं पहले सुपरस्टार थे के.एल. सहगल साहब (जन्मतिथि पर खास)

11 अप्रैल 2016

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प्रख्यात अभिनेता और गायक कुंदन लाल सहगल (के.एल.सहगल) का जन्म ११ अप्रैल १९०४ को जम्मू में हुआ था| प्रेसिडेंट फिल्म का गीत एक बंगला बने न्यारा और शाहजहाँ फिल्म का गीत जब दिल ही टूट गया जैसे सदाबहार सुपरहिट गानों को गाने वाले सहगल साहब का रूझान बचपन से ही गीत-संगीत की ओर था। उनकी मां केसरीबाई कौर की धार्मिक कार्यों के साथ ही संगीत मे भी काफी रूचि थी| सहगल साहब अक्सर मां के साथ भजन-कीर्तन जैसे धार्मिक कार्यक्रमों में जाया करते थे और अपने शहर मे हो रही रामलीला के कार्यक्रमों मे भी हिस्सा लिया करते थे। सहगल की प्रारंभिक शिक्षा साधारण तरीके से हुयी। उन्हें अपनी पढा़ई बीच मे ही छोड़ देनी पड़ी और जीवन यापन के लिये उन्होंने रेलवे मे टाईमकीपर की मामूली नौकरी भी की थी। बाद में उन्होंने रेमिंगटन नामक टाइपराइटिंग मशीन की कंपनी में सेल्समैन की नौकरी भी की।1930 मे कोलकाता के न्यू थियेटर के बी.एन.सरकार ने सहगल को 200 रुपए माह पर अपने यहां काम करने का मौका दिया। वहां उनकी मुलकात संगीतकार आर.सी.बोराल से हुई जो सहगल की प्रतिभा से काफी प्रभावित हुए। धीरे धीरे सहगल न्यू थियेटर मे अपनी पहचान बनाते चले गए। शुरुआती दौर में बतौर अभिनेता सहगल को वर्ष 1932 में प्रदर्शित एक उर्दू फिल्म 'मोहब्बत के आंसू' में काम करने का मौका मिला। वर्ष 1932 में ही बतौर कलाकार उनकी दो और फिल्में 'सुबह का सितार' और 'जिंदा लाश'  भी प्रदर्शित हुई लेकिन इन फिल्मों से उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिली। 1933 मे प्रदर्शित फिल्म 'पुराण भगत' की कामयाबी के बाद बतौर गायक सहगल कुछ हद तक फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गए। इस फिल्म में उनके गाये चार भजन देश भर में काफी लोकप्रिय हुए। इसके बाद 'यहूदी की लड़की', 'चंडीदास' और 'रूपलेखा' जैसी फिल्मों की कामयाबी से सहगल साहब ने दर्शकों के दिलों में अपना खास मुकाम बना लिया| 18 जनवरी 1947 को सहगल साहब इस दुनिया को अलविदा कह गए। ज्ञातव्य है कि भारतीय सिनेमा जगत के पहले 'महानायक'  (सुपरस्टार) का दर्जा पाने वाले के.एल.सहगल ने अपनी गायकी और अदाकारी से दर्शकों को अपना दीवाना बनाया था और आज भी वो उनकी यादों में जिंदा हैं। हालाँकि सहगल साहब ने दो दशक के लंबे सिने करियर में महज 185 गीत ही गाए इनमें 142 फिल्मी और 43 गैर फिल्मी गीत शामिल हैं। लेकिन उन्हें जितनी ख्याति प्राप्त हुई उतनी हजारों की संख्या में गीत गाने वाले गायकों को नसीब नहीं हुई।

       
ओम प्रकाश शर्मा

ओम प्रकाश शर्मा

विविध भारती से प्रस्तुत जयमाला कार्यक्रम में मशहूर संगीतकार नौशाद साहब से सहगल साहब के साथ गानों की रिकॉर्डिंग के किस्से तो बस सुनते ही बनते हैं....अपने ज़माने के मशहूर गायक कुंदनलाल सहगल को पुण्य स्मरण !

11 अप्रैल 2016

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रचनाएँ
amaryaaden
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विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट शख्सियतों को भावभीनी आदरांजलि जो अब हमारी यादों में ज़िंदा हैं...
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सदा रहेंगे सादगी के सदाबहार संगीतकार, गीतकार एवं गायक रविन्द्र जैन “दादू”

10 अक्टूबर 2015
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अलीगढ़ में जन्म से ही नेत्रहीनरविन्द्र जैन के मन की आँखों ने जीवन संगीत के उस स्वरुप को छू लिया, जिसेनेत्रवान इंसान को छूने में सदियाँ लग जायें| रविन्द्र जैन उस शख्सियत का नाम है,जिसने कुदरत द्वारा प्रदत्त अभिशाप को वरदान साबित कर एक नजीर पेश की कि हौसलों केआगे हर चीज़ बेमानी है| रविन्द्र जैन बहुमुखी

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मिसाइल मैन “कलाम” को देश का सादर नमन

15 अक्टूबर 2015
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देश को करप्शन-फ्री होनाहै तो समाज में 3 ही ऐसे लोग हैं, जो ये कर सकते हैं। माता-पिता और टीचर। ........कलाम मिसाइल मैन के नाम सेमशहूर “अब्दुल कलाम” अब भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं लेकिन हमारेमन-मस्तिष्क में वो सदा पूजनीय रहेंगे | उनका “सादा जीवन-उच्च विचार” और सतत संघर्षसे कभी हार न मानने वाल

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नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उन्हें देश का शत शत नमन !!!

23 जनवरी 2016
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पंजाब केसरी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रधांजलि !!!

28 जनवरी 2016
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भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक लाला लाजपत राय जिन्हें ‘पंजाबकेसरी’ भी कहते हैं की आज जयंती है| पंजाब के मोगा जिले में एक अग्रवाल बनियापरिवार में जन्मे लाला लाजपत राय ने कुछ समय तक हरियाणा के रोहतक और हिसार शहरोंमें वकालत भी की। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता

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भारतीयता के जीवंत चित्र उकेरे अमृता शेरगिल ने (103 वीं जयंती पर विशेष)

30 जनवरी 2016
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आज गूगल को अगर आपने खोला होगा तोइसके डूडल पर आपने जरुर गौर किया होगा| असल में गूगल ने आज अपना डूडल भारत की अमरमहिला चित्रकार अमृता शेरगिल को समर्पित किया है क्योंकि आज उनकी १०३ वीं जयंतीहै| भारत के प्रसिद्ध चित्रकारों में से एक अमृता शेरगिल जी का जन्म ३० जनवरी १९१३को बुडापेस्ट (हंगरी) में हुआ था। कल

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पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रधांजलि!!!

1 फरवरी 2016
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भारतीयमूल की प्रथम महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि पर देश की भावभीनीश्रधांजलि!!!

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हमारी यादों में हमेशा जिंदा रहेंगे निदा फाजली (८ फरवरी २०१६ को निधन पर भावभीनी श्रधांजलि)

9 फरवरी 2016
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घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो, यूँ कर लेंकिसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाये|हमसफ़र तो कोई वक़्त के वीराने में,सूनी आँखों में कोई ख्वाब सजाया जाये|रोशनी की भी हिफ़ाज़त है इबादत की तरह,बुझते सूरज से चराग़ों को जलाया जाये|ग़म अकेला है तो साँसों को सताता है बहुत,दर्द को दर्द का हमदर्द बनाया जाये|घर से मस्जिद ह

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एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा के सूत्रधार पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रधांजलि!!!)

11 फरवरी 2016
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भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष तथा भारतकी सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को ‘एकात्ममानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा’ देने वाले पण्डित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म २५सितम्बर १९१६ को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के छोटे से गाँव नगला चन्द्रभान मेंहुआ था। इनके पिता का नाम भगवती प्रसाद उपा

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लांसनायक हनुमंतप्पा नहीं रहे, देश में शोक की लहर

11 फरवरी 2016
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सियाचिन में बर्फ के सैलाब में भी जीवटता के प्रतीक  रहे देश के वीर सपूत लांसनायक हनुमंतप्पा ने आज आख़िरीसाँस ली और अमर हो गए देश की तरफ से इन्हें अश्रुपूरित श्रधांजलि !!! ईश्वर इनकीआत्मा को शांति दें!!!

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महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त स्वामी दयानन्द सरस्वती (जयंती पर विशेष)

12 फरवरी 2016
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महर्षि दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। स्वामीदयानन्द सरस्वती जी का जन्म १२ फ़रवरी सन् १८२४ में मोरबी (मुम्बई की मोरवीरियासत) के पास काठियावाड़ क्षेत्र (जिला राजकोट), गुजरात में हुआ था। उनके पिता कानाम करशनजी लालजी तिवारी और माँ का नाम यशोदाबाई था। उनके पिता एक क

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“खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी” की उम्दा कवयित्री और कथाकार सुभद्रा कुमारी चौहान

16 फरवरी 2016
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“खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वालीरानी थी” जैसी अमर कविता की रचयिता सुभद्राकुमारी चौहान जितनी बड़ी कवयित्री थीं, उतनी ही बड़ी कथाकार भी थीं। सुभद्राकुमारी चौहान का जन्मनागपंचमी के दिन 16 अगस्त 1904 को इलाहाबाद (उत्तरप्रदेश) के निकट निहालपुर गाँव में एकसम्पन्न परिवार में हुआ था। सुभद्राकुमारी को बचपन

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भारतीय फिल्म उद्योग के 'पितामह' दादासाहब फालके (पुण्यतिथि पर विशेष)

16 फरवरी 2016
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दादासाहबफालके का पूरा नाम धुंडीराज गोविन्द फालके है और इनका जन्म महाराष्ट्र के नाशिकशहर (प्रसिद्ध तीर्थ) से लगभग २०-२५ किमी की दूरी पर स्थित बाबा भोलेनाथ की नगरीत्र्यंबकेश्वर (यहाँ प्रसिद्ध शिवलिंगों में से एक स्थित भी है) में ३० अप्रैल१८७० ई. को हुआ था। इनके पिता संस्कृत के प्रकांड पंडित थे और मुम्

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महान संत एवं विचारक रामकृष्ण परमहंस (जयंती पर विशेष)

18 फरवरी 2016
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भारत के एक महान संत एवं विचारक रामकृष्ण परमहंस ने सभी धर्मों की एकता पर जोरदिया। उन्हें बचपन से ही विश्वास था कि ईश्वर के दर्शन हो सकते हैं अतः ईश्वर कीप्राप्ति के लिए उन्होंने कठोर साधना और भक्ति का जीवन बिताया। वास्तव में स्वामीरामकृष्ण मानवता के पुजारी थे। साधना के फलस्वरूप वह इस निष्कर्ष पर पहुँ

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26/11 मुंबई आतंकी घटना में शहीद हुए अमर सेनानी संदीप उन्नीकृष्णन को देश का शत शत नमन (जयंती पर विशेष)

15 मार्च 2016
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अमर सेनानी संदीप उन्नीकृष्णन भारतीय सेना में एक मेजरथे, जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षागार्ड्स (एनएसजी) के कुलीन विशेष कार्य समूह में काम किया। 26/11 -2008  मुंबई आतंकी हमले मेंआतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए अमर सेनानी  संदीपउन्नीकृष्णन का जन्म 15 मार्च 1977 को हुआ था। संदीपउन्नीकृष्णन बैंगलोर स्थित

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धारावाहिक महाभारत के संवाद लेखक डॉ० राही मासूम रज़ा की पुण्यतिथि पर आदरांजलि

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डॉ० राही मासूम रज़ा का जन्म १ सितंबर, १९२५ को गाजीपुर जिले के गंगौलीगांव में हुआ था और प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गंगा किनारे गाजीपुर शहर के एकमुहल्ले में हुई थी। बचपन में पैर में पोलियो हो जाने के कारण उनकी पढ़ाई कुछसालों के लिए छूट गयी, लेकिन इंटरमीडिएट करने के बाद वह अलीगढ़ आ गये और यहीं सेएमए करने

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दलितों के मसीहा थे मान्यवर कांशीराम जी (15 मार्च-जयंती पर विशेष)

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दलितों केमसीहा एवं बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय कांशीराम जी का जन्म 15 मार्चसन 1934 को पंजाब के रोपड़ ज़िले में हुआ था। कांशीराम जी के पिता का नाम एस. हरिसिंह था। स्वभाव से सरल और इरादे के पक्के कांशीराम जी की कर्मयात्रा 60 के दशक सेप्रारंभ हुई और 70 के दशक के शुरूआती दिनों में उन्होंने पु

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23 मार्च यानि शहीद दिवस

23 मार्च 2016
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मातृभूमि के वास्ते बलिवेदी पर हँसते-हँसते कुर्बान वीरों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु कोपूरे देश का शत-शत नमन!!!

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हरदिलअज़ीज़ गीतकार आनंद बक्शी की पुण्यतिथि पर खास

30 मार्च 2016
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हिंदी फिल्मों के जाने-माने हरदिलअज़ीज़ गीतकार आनंद बक्शी का जन्म 21 जुलाई 1930 को पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर (तत्कालीनअविभाजित भारत देश) में हुआ था| 10 वर्ष की आयु में ही इनकी माँसुमित्रा के देहावसान के बाद इनका परिवार जब यह 17 वर्ष के थे लखनऊ आ गया और यहाँ से दिल्ली जाकर वहीं बस गया| उल्लेखनीय है कि

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बेमिसाल अभिनय की प्रतिमूर्ति थीं हिंदी फिल्मों की ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी (पुण्यतिथि पर श्रधांजलि)

31 मार्च 2016
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हिंदी फिल्मों कीप्रख्यात अभिनेत्री एवं दुखांत फिल्मों में भावुक एवं बेजोड़ अभिनय हेतु ट्रेजेडीक्वीन के खिताब से पुकारी जाने वाली उम्दा हीरोइन मीना कुमारी का असली नाम माहजबींबानो था और 1 अगस्त 1932 को ये बंबई (वर्तमान में मुंबई) में पैदा हुई थीं। उनकेपिता अली बक्श भी फिल्मों में और पारसी रंगमंच के एक

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हिंदुस्तान के हीरो थे सैम मानेकशा जिन्होंने गिड़गिड़ाने पर मजबूर कर दिया था पाकिस्तान को (जन्मतिथि ३ अप्रैल पर विशेष)

4 अप्रैल 2016
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3 अप्रैल का दिन भारत और भारतीय सेना के इतिहास में बेहद खास है। क्योंकि इसीदिन 1914 को महान योद्धा सैम मानेकशा का जन्म हुआ था। मूल गुजराती और पारसी सामहोरमूसजी फराजी जमशेदजी मानेकशा ने ही सन् 1971 में पाकिस्तान को धूलचटाकर बांग्लादेश को आजाद मुल्क बनाने में अहम भूमिका निभाई थी और 91000 पाक सैनिकों को

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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के प्रख्यात निर्माता-निर्देशक शक्ति सामंत की पुण्यतिथि पर भावभीनी आदरांजलि!

9 अप्रैल 2016
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13 जनवरी 1926 को पश्चिम बंगाल के वर्धमान में जन्में थे हिंदी सिनेमा जगत के प्रख्यात निर्माताऔर निर्देशक शक्ति सामंत| उनका शैक्षणिक जीवन देहरादून और कोलकाता में बीता| ज्ञातव्यहै कि आराधना (1969), अनुराग (1972) और अमानुष (1975) जैसी फिल्मों के लिए 3 फिल्मफेयर बेस्ट फिल्म का अवार्ड हासिल करने वाले शक्त

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हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर गायक एवं पहले सुपरस्टार थे के.एल. सहगल साहब (जन्मतिथि पर खास)

11 अप्रैल 2016
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प्रख्यात अभिनेता और गायक कुंदन लाल सहगल (के.एल.सहगल) का जन्म ११ अप्रैल १९०४को जम्मू में हुआ था| प्रेसिडेंट फिल्म का गीत एक बंगला बने न्यारा और शाहजहाँफिल्म का गीत जब दिल ही टूट गया जैसे सदाबहार सुपरहिट गानों को गाने वाले सहगल साहब का रूझान बचपन से ही गीत-संगीत की ओर था। उनकी मां केसरीबाई कौर की धार्

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दलितों और निर्बलों के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले महात्मा थे ज्योतिराव गोविंदराव फुले यानि ज्योतिबा फुले (जयंती पर विशेष)

11 अप्रैल 2016
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19वीं सदी के महान भारतीय विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता महात्मा ‘ज्योतिराव गोविंदराव फुले' यानि ‘ज्योतिबा फुले’ जी का  जन्म ११ अप्रैल १८२७ को पुणे में हुआ था। उनका परिवार कई पीढ़ी पहले सतारा से पुणे आकर फूलों के गजरे आदि बनाने का कामकरने लगा था। इसलिए माली के काम में लग

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हिंदी फ़िल्मों के स्टाइल आइकन थे फ़िरोज़ खान ( पुण्यतिथि पर विशेष )

27 अप्रैल 2016
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25 सितम्बर 1939 को बंगलुरु में जन्मे हिंदी सिनेमा के लोकप्रिय अभिनेताओं में शुमार है नाम बेहद स्टाइलिश फ़िरोज़ खान का | अफ़गानी मूल के फ़िरोज ने 1960 की फिल्म दीदी में सेकंड लीड एक्टर के तौर पर बॉलीवुड में पदार्पण किया| हालाँकि 1965 की फिल्म ऊँचे लोग की कामयाबी ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित किया

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