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मैं जॉन का दिल हूँ

21 अप्रैल 2016

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मूल अंग्रेज़ी लेखक : जे. डी. रै'क्लिफ़

कोई मुझे सुन्दर नहीं कह सकता ! मेरा वज़न क़रीब 340 ग्राम, रंग लाल-कत्थई और शक्ल साधारण है I मैं, जॉन का स्वामिभक्त सेवक, उसका दिल हूँ ! मैं स्नायुओं के सहारे सीने के बीचो-बीच लटका रहता हूँ I मैं लगभग 15 सेमी. लम्बा और वही कोई 10 सेमी. चौड़ा होऊंगा और मेरी शक्ल, दिल की ज़्यादातर मानी जाने वाली तस्वीर से थोड़ी अलग, नाशपाती जैसी है I मेरे बारे में आपने कवियों से कुछ भी सुना हो लेकिन मेरी फ़ितरत बहुत रोमांटिक नहीं है I मैं तो महज़ एक मेहनती, चार चैंबर वाला पम्प हूँ I वास्तव में, इन्हें दो ही पम्प कहिए; एक फेफड़ों में खून दौड़ाने के लिए और दूसरा, उसे शरीर में प्रवेश कराने के लिए I मैं रोज़ क़रीब 96,000 किमी. लम्बी रक्त-नलिकाओं में से रक्त-संचार करता हूँ I इतना रक्त-संचार कि कोई 18,000 लीटर वाली टंकी आराम से भर जाए I जॉन, जब कभी मेरे बारे में थोड़ा-बहुत सोचता भी है तो वो सिर्फ इतना कि मैं बहुत कमज़ोर और नाज़ुक हूँ I नाज़ुक ! जबकि अब तक मैं उसका 300,000 टन से अधिक रक्त पम्प कर चुका हूँ I मैं एक भारी-भरकम मुक्केबाज़ चैंपियन की भुजा की मांसपेशी से या एक रेसर के पैरों की मांसपेशियों से भी दुगना सख्त काम करता हूँ I अगर उन्हें मेरी रफ़्तार से दौड़ा दो, तो वो ज़रा देर में थककर चूर हो जाएँगे I शरीर की कोई भी मांसपेशी मेरे जैसी मज़बूत नहीं, सिवाय किसी महिला के गर्भाशय को छोड़कर, क्योंकि वो जन्म देती है I लेकिन, गर्भाशय की मांसपेशियां सत्तर साल तक दिन-रात नहीं चलती हैं, जैसी कि मुझसे उम्मीद की जाती है I वास्तव में, ये ज़रा ज्यादा हो गया I आराम तो मैं भी करता हूँ—धड़कनों के बीच में I मेरे बाएँ निलय को सिकुड़ने और शरीर में रक्त भेजने में लगभग 3/10 सेकेण्ड का समय लगता है I इसी में मुझे आधे सेकेण्ड का आराम मिल जाता है I और भी, जब जॉन सोता है तो उसकी कोशिकाओं का एक बड़ा प्रतिशत निष्क्रिय रहता है, क्योंकि मैं उनमें से रक्त-संचार नहीं करता इसलिए मेरी धड़कन एक मिनट में 72 से घटकर 55 हो जाती है I मेरे बारे में जॉन मुश्किल से ही कभी सोचता है—जो एक अच्छी बात है I मैं नहीं चाहता कि वो दिल की चिंता करने वाले तमाम लोगों जैसा ही हो जाए जो हम दोनों को ही मुश्किल में डाल दे I जब कभी वो मेरे बारे में चिंता करता भी है तो वो ज्यादातर ग़लत चीज़ों के बारे में होती है I एक रात जॉन सोने जा रहा था कि अचानक उसने सोचा कि मैंने एक धड़कन खो दी I उसे बहुत चिंता हो गई I क्या मैं उसे धोखा दे रहा था? उसे चिन्ता नहीं करनी चाहिए थी I समय-समय पर मेरी प्रज्ज्वलन व्यवस्था (चालक-शक्ति) क्षण मात्र को भंग हो जाती है, ठीक ऐसे ही जैसे कि जॉन की मोटरकार की प्रज्ज्वलन व्यवस्था का हाल है I मैं अपनी ख़ुद की बिजली पैदा करता हूँ और अपनी हलचल को शुरू करने के लिए तरंगें बाहर भेजता हूँ I लेकिन, कभी-कभी एक धड़कन को दूसरी धड़कन के ऊपर चढ़ा देने की भूल-चूक भी मुझसे हो ही जाती है I ऐसा लगता है मानो मैंने धड़कन खो दी हो, लेकिन ऐसा होता नहीं है I जॉन को हैरत होगी कि कितनी ही बार ऐसा होता है और वो जान भी नहीं पाता है I कभी-कभी किसी डरावने सपने के बाद वो जाग जाता है और चिन्ता में पड़ जाता है क्योंकि मैं तेज़ी से धड़क रहा होता हूँ I ऐसा इसलिए होता है कि वो सपने में दौड़ रहा होता है तो मैं भी दौड़ रहा होता हूँ I जॉन की चिन्ताएं वास्तव में काम को बिगाड़ देती हैं—वो मुझे और तेज़ दौड़ा देता है I यदि वो शांत हो जाए तो मैं भी शांत हो जाऊं और यदि वो शांत नहीं होता तो फिर अपनी रफ़्तार धीमी करने का एक तरीक़ा है मेरे पास I ‘वेगस’ नसें ब्रेक का काम करती हैं I ये गर्दन के पास, कानों के पीछे से जबड़े के जोड़ पर से गुज़रती हैं I उन पर हल्की मालिश करने से मेरी धड़कन धीमी पड़ जाती है I जॉन को चाहे चक्कर आए, या उसे दौरे पड़ें...हर बात में वो मुझे ही दोष देता है I उसकी थकान और उसे कभी-कभी आने वाले चक्करों से मेरा कोई सरोकार नहीं है, इसका सम्बन्ध उसके कानों से है I कई बार उसे डेस्क पर काम करते हुए सीने में तेज़ दर्द महसूस होता है I वह डरता है कि उसे दिल का दौरा पड़ने वाला है I उसे चिंता नहीं करनी चाहिए I यह दर्द तो उसे पाचन-मार्ग से आता है, जो उसके द्वारा कुछ धंटों पहले खाए हुए भारी भोजन का नतीजा होता है I जब मैं परेशानी में होता हूँ तो सिर्फ बेहद कड़ी मेहनत और संवेदना के बाद ही दर्द के संकेत भेजना शुरू करता हूँ I यही तरीक़ा है उसे ये बताने का कि जितने काम का बोझ वो मुझ पर लाद रहा है उससे निपटने को पर्याप्त पौष्टिकता मुझे नहीं मिल पा रही है I मुझे अपनी पौष्टिकता किस तरह मिलती है? वास्तव में खून से I हालांकि मैं शरीर के भार के केवल 2/100 भाग का प्रतिनिधित्व करता हूँ, तो भी मुझे रक्त-आपूर्ति का लगभग 1/20 भाग चाहिए I इसका मतलब ये है कि जितनी पौष्टिकता शरीर के अन्य अंग और स्नायुओं को चाहिए, मैं उससे लगभग 10 गुनी अधिक पौष्टिकता का उपभोग करता हूँ I लेकिन, मैं अपने चारो चैम्बरों में से गुजरने वाले रक्त से पौष्टिकता नहीं खींचता हूँ I मैं अपनी दो कोरोनरी धमनियों के द्वारा भोजन पाता हूँ जो शाखाओं वाले छोटे ‘वृक्षों’ जैसी हैं, जिनके तने ‘सोडा-स्ट्रॉ’ जैसे पतले होते हैं I यही मेरी सबसे कमज़ोर जगह है I इस ‘स्पॉट’ पर परेशानी, मौत की एक सबसे बड़ी वजह बनती है I कोई नहीं जानता कि यह कैसे होता है, लेकिन जीवन की शुरुआत में, कभी-कभी तो जन्म के समय ही कोरोनरी धमनियों में चर्बी वाले जमाव होने शुरू जाते हैं I धीरे-धीरे वे किसी धमनी को बंद कर सकते हैं या एक थक्का बना देते हैं जो अचानक धमनी को बंद कर दे I जब किसी धमनी का रास्ता बंद हो जाता है तो उसके द्वारा पोषित ह्रदय की मांसपेशी का भाग मृत हो जाता है I इससे घाव के निशान वाली कोशिका रह जाती है—यह एक छोटे कंचे से ज्यादा बड़ी नहीं होती; लेकिन यह ‘टेनिस बॉल’ के आधे आकार जितनी हो सकती है I दिक्कत की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि अवरुद्ध धमनी का आकार और स्थिति क्या है I जॉन को पांच साल पहले दिल का दौरा पड़ा था और वो जान भी नहीं पाया I वो इतना व्यस्त था कि छाती के दर्द की हल्की चुभन की तरफ उसका ध्यान ही नहीं गया I मेरी पिछली दीवार पर वो अवरुद्ध धमनी थोड़ी छोटी थी I उस मृत तंतु को निकाल फेंकने और उस स्थान पर एक मटर के दाने जितने बड़े घाव वाले क्षेत्र को दुरुस्त करने में मुझे दो सप्ताह लग गए I जॉन ऐसे परिवार में जन्मा है जहाँ ह्रदय-रोग अक्सर होता रहा है, इसलिए आंकड़े कहते हैं कि मैं भी उसे परेशानी देता रहूँगा I वास्तव में वो अपने वंशानुक्रम में कोई दखल नहीं दे सकता है I लेकिन खतरे को कम-से-कम करने के लिए वो बहुत कुछ कर सकता है I आइए, वज़न बढ़ने की समस्या पर बात से शुरू करें I अधेड़ आयु में जॉन का पेट बढ़ रहा है और वह इस बात को लेकर मज़ाक करता है I ये मज़ाक करने की बात नहीं है I ज़रुरत से ज़्यादा प्रत्येक किलो चर्बी में क़रीब 700 किमी. कोशिकाएं होती हैं, जिनमें से मुझे खून भेजना होता है, इसके अतिरिक्त प्रत्येक अधिक किलो वज़न के लिए भी काम करना होता है I अब इसके आगे जॉन के रक्त-चाप की बात आती है I यह 140/90 है जो कि उसकी उम्र के हिसाब से देखें तो सामान्य की उच्चतर सीमा है I 140 वह दबाव है जिसके विरुद्ध मैं संकुचन के समय काम करता हूँ तथा 90 वह दबाव है जिस समय मैं धड़कनों के मध्य विश्राम कर रहा होता हूँ I कम वाली संख्या अधिक महत्वपूर्ण है I यह संख्या जितनी ऊंची होती जाती है मुझे उतना ही कम विश्राम मिलता है और बिना विश्राम लगातार कार्य करते-करते, ह्रदय की इहलीला समाप्त हो जाएगी I रक्त-चाप को सुरक्षित स्तर पर नीचा रखने के लिए ऐसे अनेक काम हैं, जो जॉन कर सकता है I पहला कार्य तो आवश्यकता से अधिक भार से छुटकारा पाना है I इसके परिणामस्वरूप रक्त-दाब में होने वाली कमी से उसे आश्चर्य होगा I धूम्रपान करना एक अन्य कारण है I एक दिन में जॉन 40 सिगरेट पीता है, जिसका मतलब है कि वो 24 घंटे में निकोटीन की काफी मात्रा को अपने भीतर समा लेता है Iयह बहुत हानिकारक पदार्थ है I इससे विशेष रूप से हाथों और पैरों की धमनियां सिकुड़ जाती हैं और जिस दाब के विरुद्ध मुझे काम करना होता है, वह दाब बढ़ जाता है I यह मुझे उत्तेजित भी करता है जिससे मेरी धड़कन अधिक बढ़ जाती है I एक सिगरेट मेरी सामान्य 72 धडकनों को बढाकर 80 कर देती है I जॉन बताता है कि ये आदत इतनी पुरानी हो चुकी है कि सिगरेट छोड़ी नहीं जा सकती—यानि हानि तो हो चुकी है लेकिन यदि वो निकोटीन से लगातार मिलने वाली उत्तेजना से पीछा छुड़ा ले तो मेरे लिए बहुत आसानी हो जाएगी I अन्य दुसरे तरीक़ों से भी जॉन मेरी सहायता कर सकता है I वह स्पर्धा करने वाला, महत्वाकांक्षी, एक प्रकार का सफल व्यापारी है I वह इस बात को नहीं जानता कि उसके लगातार चिन्ता करते रहने से उसकी एड्रेनिल ग्रंथि लगातार उत्तेजित होती रहती है जो अधिक मात्रा में एड्रेनिल तथा नोरेड्रेनिल को उत्पन्न करने लगती है I इसका वही असर होता है जोकि निकोटीन का होता है; धमनियां तंग हो जाती हैं, रक्त-दाब ऊंचा हो जाता है और मुझे अधिक तेज़ दौड़ने की ज़रुरत हो जाती है I बात ये है कि यदि जॉन आराम करता है तो मैं आराम करता हूँ I कभी-कभी झपकी ले लेने से सहायता मिल जाती है I कार्यालय से चिन्ताएं घर लाने की अपेक्षा उसे हल्की-फुल्की चीज़ें पढ़ने की चेष्टा करनी चाहिए I व्यायाम भी मायने रखता है I जॉन, साप्तांह खेलने वाले खिलाडियों में से एक है जो बहुत अधिक खेलता है I यह अभी भी टेनिस के मैदान में इधर से उधर जाल तक भागकर जाना पसंद करता है; लेकिन जब वह ऐसा करता है, तो मेरा साधारण कार्यभार पांच गुना बढ़ जाता है I जॉन को जो करना चाहिए, वो है नियमित हल्का व्यायाम I एक दिन में एक या दो किमी. घूमना लाभदायक होगा I अपने कार्यालय को दो मंजिल की सीढ़ियों पर चढ़ना भी उसे हानि नहीं करेगा I उसका कार्यालय दसवीं मंजिल पर है, किन्तु वो पहली दो मंजिलें तो सीढ़ी पर चढ़कर पार कर सकता है और फिर लिफ्ट ले सकता है I इस प्रकार की छोटी-छोटी बातों से बड़ा असर पड़ता है I जैसा कि मैंने कहा कि चर्बी के जमाव से इस प्रकार की छोटी-छोटी बातों से बड़ा असर पड़ता है। किन्तु नियमित व्यायाम से रक्त के नवीन रास्तों का विकास हो जाता है। यदि एक धमनी बंद हो जाती है तो मुझे भोजन देने के लिए कई और धमनियां भी तो हैं। अंत में बात आती है खुराक की। मैं जॉन को केवल कुछ ही खाद्य पदार्थों के पीछे पड़ जाने के लिए नहीं कह रहा हूँ। फिर भी मेरी धमनियों में अवरोध उत्पन्न करने के लिए चर्बी अपना काम करती है। धमनियों में थक्के बन जाने के कारण जॉन का जीवन खतरे में पड़ सकता है इस बात से इनकार नहीं कर सकते हैं क्योंकि औद्योदिक देशों में अन्य लोगों की भांति वो भी अपनी भोजन ऊर्जा का 45 प्रतिशत भाग चर्बी से ग्रहण करता है। मैं चाहता हूँ वो समझे कि भारी भोजन का दिल पर क्या दुष्प्रभाव होता है I खून के छोटे-छोटे थक्के मेरे लिए काफी मुश्किल पैदा कर देते हैं I इन्ही थक्कों की वजह से मुझे रक्त-वाहिनियों में रक्त प्रवाहित करने के लिए यकीनन काफी मशक्कत करनी पड़ती है I ये मेरे लिए एक थकाऊ काम हो जाता है I मैं ये नहीं कहता कि मेरे लिए तुम ये खाओ, वो न खाओ या ये करो ,वो न करो I मैं तो हर हाल में जॉन के लिए अच्छा से अच्छा काम करने के लिए तैयार हूँ I बस इतना ज़रूर है कि बेहतर होगा यदि वो मुझे थोडा आराम दे दे I थोड़ा अपने वज़न का ध्यान रखे, नियमित व्यायाम करे, वसायुक्त भोजन कम करे और सिगरेट थोड़ी कम कर दे I बस वो ये थोड़े से काम मेरे लिए कर दे तो मैं उसके लिए काफी समय तक काम करता रह सकता हूँ। मैं जॉन का दिल हूँ।

हिंदी अनुवाद : ओम प्रकाश शर्मा

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उत्तम स्वास्थ्य भी आपका धन है I
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गुड़ के हैं कई गुण

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मधुमेह : लक्षण

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अलग-अलग अमृत बनें, साथ-साथ विष होएँ

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सर्वविदित है कि संतुलित आहार, स्वास्थ्यकर एवं बलवर्धक माना जाता है. शरीर के विभिन्न अंगों की कार्यक्षमता बढ़ाने व बनाये रखने के लिए इसकी परम आवश्यकता होती है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिनका एक साथ या समान मात्रा में सेवन करना विष-समान माना गया है. आयुर्वेद के प्रसिद्ध ग्रन्थ 'अष्टांग ह्

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होमियोपैथी: अद्भुत उपचार पद्धति

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होमियोपैथी प्राकृतिक सिद्धांतों पर आधारित वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति है. इसका आविष्कार सन 1790 में डा० हैनीमैन ने जर्मनी में किया था. डा० हैनीमैन ने आधुनिक चिकित्सा पद्धति में एम० डी० की उपाधि प्राप्त की थी परन्तु उसके आधुनिक उपचार के तरीकों तथा दुष्प्रभावों के कारण वे विचलित रहते थे. इसलिए चिकित्सा

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ठंढ का मौसम और जोड़ों का दर्द

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ठंढ के मौसम में जोड़ों के दर्द की समस्‍या अधिक देखने को मिलती है I इस मौसम में उम्रदराज लोगों को यह समस्‍या बहुत जल्दी प्रभावित करती है I यदि किसी की हड्डियां थोड़ी कमजोर हों  तो सर्दी अधिक प्रभावित करती है।  जैसे-जैसे ठंडक बढ़ती जाती है, जोड़ों की रक्तवाहिनियां सिकुड़ने लगती हैं और उस हिस्से में रक्

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मुलेठी : गुणकारी औषधि

24 दिसम्बर 2015
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सर्दी के दिनों में खांसी-ज़ुकाम के साथ गले की ख़रास से भी अक्सर दो-चार होना पड़ता है I अगर देसी दवा से बढ़िया फायदा मिल जाए तो इससे अच्छी और क्या बात होगी I देखने में सूखी लकड़ी जैसी ही होती है ‘मुलेठी’ जिसे चूसने से ही गले की खराश और खांसी-ज़ुकाम में बहुत राहत मिलती है।मुलेठी बहुत गुणकारी औषधि है। यह स्‍

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सोंठ : गुणकारी औषधि

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सूखे हुए अदरक को सौंठ  (शुष्ठी) कहते हैं। सौंठ में अदरक के सारे गुण मौजूद होते हैं। सौंठ को अति उत्तम वातनाशक औषधि माना जाता है I यह शरीर में समत्व स्थापित कर जीवनी शक्ति और रोग प्रतिरोधक सामर्थ्य को बढ़ाती है I आइए जानते हैं सोंठ के कुछ औषधीय गुणों के बारे में :● भोजन से पहले अदरक को चिप्स की तरह ब

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मेथी के औषधीय गुण

29 दिसम्बर 2015
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मेथी के छोटे-छोटे पीले दाने सख्त और स्वाद में कसैले जरूर होते हैं लेकिन स्वास्थ्य के लिए ये अमृत से कम नहीं होते ।मेथी में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाईड्रेट ,कैल्शियम, फास्फोरस और लोहा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है I इसके लगातार सेवन से वात, पित्त और कफ की दिक्कतें दूर होती हैं I मेथी के बीजों में मुख्य

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गर्दन का दर्द और योग-उपचार

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  अक्सर ये देखा जाता है कि लोग गर्दन में स्थित रीढ़ की हड्डियों में लंबे समय तक कड़ापन रहने, उनके जोड़ों में घिसावट होने या उनकी नसों के दबने के कारण बेहद तकलीफ से गुज़रते हैं I इस बीमारी को सर्वाईकल स्पौण्डिलाइटिस कहा जाता है। इसमें गर्दन एवं कंधों में दर्द तथा जकड़न के साथ-साथ सिर में दर्द और तनाव

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कम हो सकता है तनाव

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मानसिक तनाव तमाम तरह के डर उत्पन्न करता है I अक्सर हम ऐसी चीज़ों से डरते हैं जिनके होने की आशंका बहुत कम होती है I हमारे अधिकांश डर का कोई आधार नहीं होता I विज्ञान मानता है कि मनुष्य जन्म से ही मात्र दो चीज़ों से डरता है जिनमें एक है आवाज़ और दूसरा ऊँचाई I मनोविज्ञान के बहुत से शोध बताते हैं कि लोग जिन

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टीबी मुक्त भारत के लिए साथ आया निजी क्षेत्र

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देश से टीबी उन्मूलन के सरकारी अभियान को अब निजी क्षेत्र का भी साथ मिल गया है। आइटी कंपनियों के संगठन नैसकॉम के साथ ही देश की शीर्ष कंपनियों ने इसमें सहयोग का भरोसा दिलाया है। अब ये कंपनियां टीबी जांच केंद्रों को गोद लेने से लेकर जांच और जागरूकता अभियान चलाने जैसे उपायों के जरिये सरकारी कार्यक्रम में

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सरसों का तेल है औषधि

10 मार्च 2016
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कोई अन्य तेल मिलें न मिलें, सरसों का तेल हर घर में आसानी से उपलब्ध रहता है। आयुर्वेद में सरसों के तेल को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसे कड़वा तेल के नाम से भी जानते हैं। सरसों के तेल में ऐसे कई गुण हैं जो स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत लाभकारी हैं। यह किसी औषघि से कम नहीं होता। सरसों का तेल दर्दनाशक

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ऐसे रखें बच्चों के खान-पान का विशेष ध्यान

10 मार्च 2016
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'जैसा खाओ अन्न, वैसा बने मन' इस कहावत से हम सब परिचित तो हैं लेकिन इसे अमल में लाना बहुत मुश्किल होता है। ख़ासकर बढ़ते बच्चों के खान-पान का विशेष ध्यान रखना होता है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ उनकी खाने पीने की आदतें भी बदल जाती हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि बच्चे को खाने में क्या-क्या दिया जाना चाहि

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नीबू एक, लाभ अनेक

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नीबू बहुत आसानी से उपलब्ध होने वाला औषधीय फल है। इसमें  विटामिन ए, बी और सी की भरपूर मात्रा होती है। नीबू में पोटेशियम, लोहा, सोडियम, मैगनेशियम, तांबा, फास्फोरस और क्लोरीन तत्त्व तो होते ही हैं, प्रोटीन, वसा और कार्बोज भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। विटामिन सी से भरपूर नीबू शरीर की रोग प्रतिरो

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खीरा कई रोगों की अचूक दवा

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गर्मी का मौसम शुरू होते ही खीरा भी अपनी तमाम ख़ासियत लेकर हाज़िर हो जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से खीरा काफी फायदेमंद माना जाता है। यही कारण है कि रसोई में खीरे की अपनी ख़ास जगह है। फिर चाहे सलाद बनाना हो या सौंदर्य निखारना हो, सब्ज़ी की डलिया में खीरा ऊपर ही नज़र आता है। आइये जानते हैं इसके कुछ फ़ायदों 

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कड़कती धूप की तरावट है ककड़ी

15 मार्च 2016
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गर्मियों में कड़की के ख़ास फल हैं- खीरे और ककड़ी। लेकिन यह भी कम ख़ास नहीं कि अन्य फलों की तरह इन साधारण बनस्पतियों के भी फायदे बहुत हैं।  ककड़ी की बेल खूब लम्बी फैलती है और इसके फूल पीले रंग के होते हैं। पानी की मात्रा से भरपूर ककड़ी में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फॉसफोरस,  विटामिन ए, बी और

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अमृत है गन्ने का ताज़ा रस

31 मार्च 2016
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गर्मी के मौसम में खाना कम और पेय पदार्थों की माँग अधिक हो जाती है। लोग मुसम्मी, अनानास, गाजर और गन्ने आदि के जूस पीना अधिक पसंद करते हैं। इनमें गन्ने के रस की बात ही अलग है। यह अन्य पेय से सस्ता होने के साथ ही बहुत ही सेहतमंद और गुणकारी पेय है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस

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गुणकारी है बेल-फल

31 मार्च 2016
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कुछ लोगों को भले ही अन्य पेय की अपेक्षा बेल का शरबत कम भाए, लेकिन इसके औषधीय गुण जानने के बाद हर कोई इसका शरबत पीना चाहेगा। बेल फल, कफ़-पित्त और वायु तीनों विकारों को दूर करता है। इसका सेवन भूख बढ़ाता है। यह फल ज्वरनाशक, वेदनाहर, कृमिनाशक, संग्राही (मल को बाँधकर लाने वाले) व सूजन उतारने वाले हैं। शरीर

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पार्किंसन रोग : लक्षण और इलाज

11 अप्रैल 2016
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(विश्व पार्किंसंस रोग दिवस पर विशेष)11 अप्रैल को हम वर्ल्ड पार्किंसंस डिज़ीज़ डे के तौर पर भी जानते हैं। आँकड़े बताते हैं कि भारत में पार्किंसन के क़रीब 25 फीसदी मरीज़ 40 साल से कम उम्र के हैं, इसलिए इस रोग के प्रति सचेत रहना बहुत जरूरी है।  आमतौर पर पार्किंसन की बीमारी 50 की उम्र से अधिक के लोगों में

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लिवर को दुरुस्त करती है कॉफ़ी

19 अप्रैल 2016
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पेट और लिवर को दुरुस्त रखने के लिए अक्सर जाने क्या-क्या जतन करने पड़ते हैं। फास्ट फूड, कोल्ड डिंक्स भी सोच-समझकर खाने-पीने होते हैं। ऐसे में यदि कोई कहे कि कॉफ़ी पीने से लिवर की बीमारियों से बचा जा सकता है, तो कम से कम इतनी बात तो बड़ी पॉजिटिव लगती है। डॉक्टर की सुनें तो  प्रतिदिन दो से चार कप बिना चीन

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रोग से कम नहीं नकारात्मक सोच

21 अप्रैल 2016
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सफलता की राह में नकारात्मक सोच किसी रोग से कम नहीं I किसी विद्यार्थी को कोई विषय समझ नहीं आता ये एक सामान्य बात है लेकिन ये बात मन में बैठ जाना कि वह विषय तमाम कोशिशों के बाद भी समझ नहीं आएगा, ऐसी धारणा नकारात्मक कहलाएगी I ऐसी सोच व्यक्ति को इतना निराश कर देती है कि सफलता कोसों दूर नज़र आती है I नकार

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शरीर और मन को स्वस्थ रखे योग

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जब कभी योग की बात मन में आती है तो सामान्यतः यह सोच बनती है कि यह तो तपस्वी या गम्भीर व्यक्तित्व के लोगों का क्षेत्र है या हमारा ध्यान आसनों की ओर जाता है परन्तु ऐसा सर्वथा सत्य नहीं है I यों तो योग का शाब्दिक अर्थ है मिलना या जोड़ना, धार्मिक परिपेक्ष्य में आत्मा का परमात्मा से मिलन है परन्तु यदि हम

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मैं जॉन का दिल हूँ

21 अप्रैल 2016
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मूल अंग्रेज़ी लेखक : जे. डी. रै'क्लिफ़ कोई मुझे सुन्दर नहीं कह सकता ! मेरा वज़न क़रीब 340 ग्राम, रंग लाल-कत्थई और शक्ल साधारण है I मैं, जॉन का स्वामिभक्त सेवक, उसका दिल हूँ ! मैं स्नायुओं के सहारे सीने के बीचो-बीच लटका रहता हूँ I मैं लगभग 15 सेमी. लम्बा और वही कोई 10 सेमी. चौड़ा होऊंगा और मेरी शक्ल, दिल

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गर्दन का दर्द और योग उपचार

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गर्दन में स्थित रीढ़ की हड्डियों में लंबे समय तक कड़ापन रहने, उनके जोड़ों में घिसावट होने या उनकी नसों के दबने के कारण बेहद तकलीफ होती है। इस बीमारी को सर्वाईकल स्पौण्डिलाइटिस कहा जाता है। इसमें गर्दन एवं कंधों में दर्द तथा जकड़न के साथ-साथ सिर में पीड़ा तथा तनाव बना रहता है।आधुनिक चिकित्सा में सर्व

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आयुर्वेद में मधुमेह का इलाज

21 अप्रैल 2016
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भारत में 6 करोड़ से ज्यादा लोग डाइबटीज यानि मधुमेह से पीड़ित हैं I मधुमेह या चीनी की बीमारी एक खतरनाक रोग है। इसमें रक्त ग्लूकोज (blood sugar level ) स्तर बढ़ जाता है, यह रोग मरीजों के रक्त मे गंदा कोलेस्ट्रॉल अवयव के बढने के कारण होता है। इस रोग में मरीज़ की आँखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क तथा हृदय के

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हर मौसम में फायदेमंद है तरबूज़

26 अप्रैल 2016
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शायद ही कोई हो जिसे यह पानीदार फल देखकर मुँह में पानी न आ जाए। वाकई, खरबूज़े की तरह तरबूज़ भी बहुत स्वादिष्ट होता है। इसके साथ ही तरबूज़ के फ़ायदे जानकार तो कोई भी इसे ज़रूर खाना चाहेगा। आइए, जानते हैं हमारे ल

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