गुजरात के राजकोट के हॉस्पिटल में एक महिला ने दो दिल, दो आंखें, चार कान, चार हाथ और चार पैर वाले बच्चे को जन्म दिया। हालांकि, पैदा होते ही बच्चे की मौत हो गई। मेडिकल लैंग्वेज में इसे डाइसिफेलिक पैरापेगस और ऐसे बच्चे को सियामीज बेबी या कन्जॉइन्ड ट्विन्स कहा जाता है। 1 लाख प्रेग्नेंसी में किसी एक बच्चे में होती है यह बीमारी|
- डॉक्टर्स के मुताबिक, अगर गर्भ में जुड़वां बच्चे हों तो गर्भधारण के बाद गर्भ का पार्टिशन दो-तीन दिनों में ही हो जाना चाहिए। लेकिन इस मामले में दो हफ्ते बाद भी गर्भ विभाजन की प्रॉसेस शुरू नहीं हो पाई। यह प्रक्रिया लंबी चली, जिससे दोनों बच्चों के शरीर आपस में जुड़ गए। सियामीज ट्विन्स के शरीर से जुड़े अंगों को सर्जरी से अलग किया जाता है। सर्जरी महंगी और जटिल होती है। आमतौर पर ऐसी सर्जरी के कामयाब होने की पॉसिबिलिटी काफी कम ही होती है। यह स्थिति 1 लाख प्रेग्नेंसी में किसी एक की ही होती है।
क्यों होता है ऐसा?
- जब एक फर्टिलाइज्ड एग दो हिस्सों में बंटकर अलग-अलग हो जाता है तो एक जैसे
(आइडेंटिकल) ट्विन्स पैदा होते हैं।
- ऐसा गर्भधारण करने के 8 से 12 हफ्ते में होता है। लेकिन यदि यह समय 13 से 15 हफ्ते का हो जाए, तो ये पूरी तरह अलग
नहीं हो पाते और मां के गर्भ में इसी हालत में इनके अंग डेवलप होने लगते हैं।