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तन्हा जीना सीख लिया ।

13 मई 2016

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तन्हा हसना, तन्हा रोना, तन्हा जीना सीख लिया,

हमने खुद को बिन तेरे भी, जिंदा रखना सीख लिया ॥

 

गिला नहीं किस्मत से हमको, जो मेरे तुम हो न सके,

अपने हाथों की रेखा को, हम ने पढ़ना सीख लिया ॥

 

क्या हुआ जो तेरी महफिल में मेरे नाम कोई जाम नहीं,

हमने अपने प्याले को अश्क़ों से भरना सीख लिया ॥

 

तोड़ दिया साकी से रिश्ता, पैमानों को तोड़ दिया,

अब तो मैंने बिन पिये भी, होश मे रहना सीख लिया ॥

 

दिल मे कितना भी गम हो, और आखों मे कितना पानी,

पर हमने औरों की खातिर हसते रहना सीख लिया ॥

 

ये माना की बिखर गयी थी, ज़िंदगी तेरे जाने के बाद,

बिखरी चीजें फिर से सजाकर, मैंने रखना सीख लिया ॥

 

ये दुनिया, दुनिया वाले और दुनिया के दस्तूरों को,

कुछ लोगों को मैंने भी, अब ना कहना सीख लिया ॥

 

माना थोड़ा सा मुश्किल है, ऐसी राहों पर चलना,

पर हमने गिरते-पड़ते ही, इन पर चलना सीख लिया ॥

 

कहीं मिलोगे जब तुम हम से, या बात कभी अपनी होगी,

हम तुमको बतलाएंगे फिर, हमने कितना सीख लिया ॥

                                              

                                           

                                                         © विवेक कुमार सिंह

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तन्हा जीना सीख लिया ।

13 मई 2016
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तन्हा हसना, तन्हा रोना, तन्हा जीना सीख लिया,हमने खुद को बिन तेरे भी, जिंदा रखना सीख लिया ॥ गिला नहीं किस्मत सेहमको, जो मेरे तुम हो नसके, अपने हाथों की रेखा को, हम ने पढ़ना सीख लिया ॥ क्या हुआ जो तेरी महफिल में मेरे नाम कोई जाम नहीं, हमने अपने प्याले को अश्क़ों से भरना सीख लिया ॥ तोड़ दिया साकी से रिश्त

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पाहन पूजे हरि मिले तो मैं पूजूँ पहाड़

23 दिसम्बर 2016
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पाहन पूजे हरि मिले तो मैं पूजूँ पहाड़आज पता चला कि हिन्दू धर्म में 33करोड़ देवी-देवताओं की आवश्यकता क्यों है। फैज़ाबाद से बस्ती जाते समय रास्ते में अयोध्या पड़ता है । चूँकि आज चैत रामनवमीथी तो पुरे देश भर से लोग अपना-अपना पाप धोने अयोध्या में पधारे थे । इतनी सारेपापी मैंने आज से पहले कभी नहीं देखे थे। भ

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