shabd-logo

बेटे की इच्छा

2 जून 2016

426 बार देखा गया 426

जब भी पडोसी श्याम सुन्दर जी से बात होती तो मै अपने ऊपर गर्व सा महसूस करने लगता.

श्याम जी तीन बेटियों के बाप थे और बेटा नही दिया था भगवान ने. उनकी बातो में सदा इसका दुःख छिपा होता जबकि मै  एक बेटे  का बाप होने के नाते अपने आप को उनसे ऊपर समझने लगा. बातो से तो वो भी कुछ ऐसा ही प्रकट करते. हम दोनों ही व्यापारी थे, वे कपड़े के और मै कागज़ का. मुझे अपने काम की भी चिंता नही थी सोचता था बेटा बडा होगा तो संभाल लेगा, जबकि श्याम जी अपने व्यापार को किसे दे. तीनों बेटियों में बाँट दे, लेकिन बेटियाँ तो ब्याह कर अपने घर चली  जायेगी फ़िर कोन बनेगा उनके भुढापे का सहारा.

बच्चे बडे हुए तो श्याम जी ने एक एक करके तीनों बेटियों का विवाह अच्छे घरों में किया, तीनों ही बेटियाँ अपने ससुराल में खुश थी, लेकिन श्याम जी अकेले हो गये. जिस बात की चिंता उन्हें जवानी से सताती आ रही थी, अब उस परेशानी का सामना उन्हें करना पड़ रहा था और मै सोचता था की मै बहुत खुश नसीब हूँ जो इस चिंता से मुक्त हूँ. मेरे बुढ़ापे का सहारा मेरा बेटा हमेशा मेरे पास रहेगा. यह कभी कही नही जायेगा, बल्कि घर में एक बहु लेकर ही आयेगा.

उस दिन जब मै शाम को बरामदे में बैठा चाय पी रहा था तब बेटे ने अचानक बात शुरू की ...... पिताजी मेरे एक मित्र के पापा मेरी नौकरी विदेश में लगवा रहे है और मै ये मौका खोना नही चाहता.

मैंने उसे रोकने के लिये बहुत समझाया, लेकिन उसने मेरी एक न सुनी और अपनी कहकर चला गया. उसके जाने के बाद मै घंटों चिर मुद्रा में बैठा यही सोचता रहा कि आखिर हम बेटा पैदा होने की इच्छा क्यों रखते हैं.

मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

बहुत भावपूर्ण अभिव्यक्ति 👌 आप मुझे फालो करके मेरी कहानी पर अपनी समीक्षा जरूर दें 🙏

5 सितम्बर 2023

7 सितम्बर 2016

neetu

neetu

बेटी भी वो सब कर सकती है जो बेटा करता है

10 जून 2016

सृष्टि

सृष्टि

क्या खूब लिखा h

2 जून 2016

अनामिका गुप्ता

अनामिका गुप्ता

अच्छा जवाब है बेटे की इच्छा रखने वालो को ..... क्या खूब लिखा है

2 जून 2016

1

बेटे की इच्छा

2 जून 2016
4
20
7

जब भी पडोसी श्याम सुन्दर जी से बात होती तो मै अपने ऊपर गर्व सा महसूस करने लगता. श्याम जी तीन बेटियों के बाप थे और बेटा नही दिया था भगवान ने. उनकी बातो में सदा इसका दुःख छिपा होता जबकि मै  एक बेटे  का बाप होने के नाते अपने आप को उनसे ऊपर समझने लगा. बातो से तो वो भी कुछ ऐसा ही प्रकट करते. हम दोनों ही 

2

यादें

21 मार्च 2020
0
1
0

अपने बाबा का लाडला मैं बचपन से ही रहा | जब वह मुझे स्कूल छोड़ने जाते थे , उनका कोई शिक्षाप्रद कहानी सुनाना मुझे बहुत अच्छा लगता था |  फिर छुट्टी में स्कूल के बाहर पहले से ही इंतजार में खड़े बाबा मन में समा जाते थे |  शाम को घुमाने ले  जाना, गर्मियों में आइसक्रीम दिलाना, कितना सुखद बचपन था मेरा बाबा

3

अंतिम विदाई

22 मार्च 2020
1
1
0

बरसात का मौसम था | शाम से ही हल्की-हल्की बारिश होते - होते रात में कडकडाती बिजली के साथ किसी तूफानी घटना की ओर इशारा करने लगी । पत्नी तो मेरी बाहों में बंधते ही मेरे प्यार को रो

4

एक साथ

30 मार्च 2020
1
1
2

ट्रेन स्टेशन छोड़ चुकी थी । मैं दौड़कर अंतिम कंपार्टमेंट में चढ गया। सामने वाली बर्थ पर केवल एक लड़की बैठी थी । गुलाबी सूट में खिड़की की चौखट पर कोहनी रखे मुंह को हथेली पर टेके हुए खिड़की से बाहर देख रही थी । ठंडी हवा के तेज झोंके उसके रेशमी काले बालों को पीछे की ओर उड़ा रहे थे । वह अपनी धुन में खोई

5

काश

17 अप्रैल 2020
1
1
0

इन बच्चों ने तो जीना हराम कर दिया है। वे हताश छत की ओर देखने लगे , मानो कोई उनके सिर पर कूद रहा हो। उस फ्लैट सिस्टम सोसाइटी में मिस्टर एंड मिसेज राणा अपना रिटायरमेंट जीवन व्यतीत कर रहे थे । चारों ओर सकून और हरियाली थी सोसाइटी में । लेकिन , इस बार फर्स्ट फ्लोर चार लड़क

6

शन्टी की मम्मी

16 जुलाई 2021
3
1
0

करवटें बदलते बदलते बहुत रात हो गई पर आज नींद नहीं आ रही थी। मन में कुछ अजीब सी बेचैनी और घबराहट बार-बार किसी अनिष्ट को सोचने पर मजबूर कर रही थी, लेकिन मैं अपने दिल को मेरी पत्नी अनामिका की कहीं बात याद करके समझा रहा था, कि उम्र के इस पड़ाव में नींद कम ही आती है और ख्याल ज्यादा आते हैं। इसी बेचैनी मे

7

हरितालिका तीज

30 अगस्त 2022
30
23
7

हमारा देश भारत त्योहारों का देश है। यहां अनेक त्योहार धूमधाम से खुशी और उमंग के साथ मनाए जाते हैं। इन त्योहारों में हिंदुओं का एक त्यौहार हरितालिका तीज का है, जिसे कजली तीज भी कहते हैं। यह त्योहार यहा

8

ग्लोबल वार्मिंग

2 सितम्बर 2022
30
21
6

ग्लोबल वार्मिंग जब वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, तो वायुमंडल के तापमान में बढ़ोतरी हो जाती है और धरती के तापमान में लगातार हो रही इस बढ़ोतरी को ही ग्लोबल वार्मिंग कहते हैं

9

उदयनिधि स्टालिन

4 सितम्बर 2023
8
6
0

उदयनिधि स्टालिनसनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन ने यह बयान देकर तूफान खड़ा कर दिया है। फिल्मकार से राजनेता बने उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए