जागते रहना अभी सोना नहीं,
दर्द तो होगा मगर रोना नहीं ।
प्यार में मरना भी आता है हमें,
ज़िन्दगी को हारकर जीना नहीं।
वक़्त को काफिर समझना भूल है,
हर जगह शिकवा-गिला अच्छा नहीं।
फासले बनकर न रह जाएँ कहीं,
रास्तों पर बैठना रुकना नहीं।
धड़कने महसूस करने दो हमें,
आपके दिल में भी है दिल या नहीं।
तोड़नी हैं दर्द की गहराइयां,
कुछ बिखर सकते हैं तुम डरना नहीं।
स्वर्ण तपकर आग में कुन्दन बनेगा,
कर्म से पहले तो फल मिलता नही।
दोपहर में खो गईं परछाइयां,
रूह के क़द की कोई गणना नहीं।
दौड़ना है दूर तक'अनुराग'को,
लडखडाना टूटना गिरना नहीं।