बंगलुरु में उन घरों को तोड़ने का सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, जो घर लोगों ने नालियों पर बना रखे हैं. ताकी घरों के नीचे से नालियां निकल कर बाहर आ जाएं. दरअसल लोगों ने वहां घरों पर नालियां बना रखी हैं. ये वो नालियां हैं, जो कि तूफानी बारिश के पानी को बंगलुरु से बाहर निकालने का काम करती थीं. ये घर तोड़ने वाला फैसला किया है बृहत बंगलुरु महानगर पालिका ने. शॉर्ट में इसे BBMP कहते हैं.
ये फैसला पिछले दिनों बारिश के दौरान सारे शहर में पानी भर जाने के चलते लिया गया है. उस वक्त शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए थे. एक तो ये है कि जो 11 सौ घर इन नालियों को निकालने के लिए तोड़े जाने वाले हैं, उनमें लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन कुमार का घर भी है. निरंजन NSG यानी भारत की नेशनल सिक्योरिटी गॉर्ड के मेंबर थे और जिन सात सैनिकों की जनवरी में पठानकोट हमले के दौरान लड़ते हुए मौत हुई थी. निरंजन उनमें से एक हैं.
अब निरंजन के भाई शशांक का कहना है,
‘ये सुनना बहुत बुरा लगता है क्योंकि देश के लिए लड़ते हुए मैंने अपना भाई खोया है. मैं घरों को तोड़ने के इस कदम को वापस लेने की रिक्वेस्ट करता हूं. निरंजन देश के लिए मरा है और अगर ऐसा (घर तोड़ने जैसा) होता है तो ये शर्मनाक है.’
इस काम में लगे ऑफिसर्स का कहना है, ‘शहर में तूफानी बारिश के पानी को निकालने वाली नालियों की कमी की वजह से सारे शहर की सड़कों पर पानी भर गया था. हमारे पास निरंजन की फैमिली के घर को भी बचाने का कोई रास्ता नहीं है. क्योंकि जिन 11 सौ घरों को तोड़ने के लिए हमने मार्क किया है. ये भी उनमें से एक है.’
बंगलुरु के सिविक कमिश्नर मंजुनाथ प्रसाद का कहना है,
‘हमारी संवेदना उनके साथ है. पर हमें ये दुखद कदम उठाना ही पड़ेगा. और पब्लिक की भलाई किसी एक की भलाई के मुकाबले ज्यादा जरूरी है.’
Portion of martyred NSG Commando Niranjan's House to be demolished in Bengaluru