shabd-logo

कुपोषण पर एक रिपोर्ट

13 अगस्त 2016

335 बार देखा गया 335

कुपोषण के सन्दर्भ में जो आँकड़े अभी हाल में आये हैं उससे हमारे देश में कुपोषण की भयावहता उजागर होती है श्रीमान जी बच्चे देश का भविष्य हैं , वे भारत के भावी कर्णधार हैं यही हमारे देश को उन्नति के शिखर पर ले जाने वाले हैं परन्तु जब बच्चे ही कुपोषित होंगे तब देश का भविष्य स्वर्णिम होने की जगह कुपोषित और अवनति का गर्त ही होगा मैं जब भी समाचार ों में हो रहा भारत निर्माण पढ़ता हूँ तो इसका अभिप्राय समझने में अपने को असमर्थ पाता हूँ सम्पूर्ण देश में 43% बच्चे कुपोषण के शिकार हैं वहीँ देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 53% बच्चे कुपोषण के शिकार हैं यह आँकड़े इस बात को समझाने के लिए पर्याप्त हैं कि हम किस प्रकार के भारत का निर्माण कर रहे हैं क्या हमारी मंशा कुपोषित भारत के निर्माण की है ? श्रीमान् जिन विभागों को कुपोषण दूर करने की जिम्मेदारी दी गयी है वह स्वयं कुपोषण के शिकार हैं | इसका कारण इनसे सम्बंधित विभागों पर सरकार का ध्यान देना है इस बात का उदाहरण बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग है, जहाँ कार्यरत कार्यकत्रियों ( आंगनबाड़ी ) एवं सहायिकायों को सरकार द्वारा क्रमशः 3200 रूपये और 1600 रूपये दिया जाना है उपरोक्त भुगतान मनरेगा में दिए जाने वाले दैनिक भुगतान ( मजदूरी ) से भी कम है स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन काम करने वाली आशा बहुओं का हाल भी कमोबेश ऐसा ही है वित्तीय विषमता के चलते यह कार्यकत्रियाँ कुपोषण के खिलाफ जंग में अपने कर्तव्य का निर्वहन किस प्रकार करेंगी , यह विचारणीय प्रश्न है ! कुपोषण से मुक्ति के बिना भारत निर्माण संभव नहीं

आदित्य त्रिपाठी की अन्य किताबें

1

चाँदनी रात

27 जून 2016
0
3
1

      चाँदनी रातनैनकी नैन से हो रही बात है ।प्रियन जाओ अभी चांदनी रात है ॥बावरीहूँ विरह में तुम्हारे पिया ।आपकेप्यार की मैं दुखारी पिया ।आसहो तुम हमारी हो विश्वास तुम ।मेरेजीवन की कन्ते हर इक सांस तुम ।तेरेहाथों अब तो मेरा हाथ है ।प्रियन जाओ अभी चांदनी रात है ॥प्राणप्रियमैं तुम्हारी हूँ अर्धांगिनी ।

2

विनाश के पथ पर प्राथमिक शिक्षा

28 जून 2016
0
3
1

                  विनाश के पथ पर प्राथमिक शिक्षा                                                 रिपोर्ट : आदित्य त्रिपाठीवर्तमान समय में हरदोई में 2467प्राथमिक विद्यालय, 939 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 48 अशासकीय सहायता प्राप्तजूनियर हाई स्कूल संचालित किए जा रहे हैं । सर्व शिक्षाअभियान द्वारा विद्याल

3

फूल बनकर खिलो

9 जुलाई 2016
0
0
0

फूल बनकर खिलोएक कमल की तरह ।कर दो शीतल सभी को विधु की तरह ।आरजू है हमारी मेरे भाइयों ।जब मिलो तो मिलो दोस्तों की तरह ।। था अभी पंक में एक पंकज खिला ।पंक बोला कि इससे हमें क्या मिला ।बोला पंकज कि तुझमें मेरी जान है ।दोस्त तुझसे ही मेरी ये पहचान है ।नाम तेरा बढ़े इस गगन की तरह ।फूल बनकर खिलो एक कमल की

4

कुपोषण पर एक रिपोर्ट

13 अगस्त 2016
0
0
0

कुपोषण के सन्दर्भ में जो आँकड़े अभी हाल में आये हैं उससे हमारे देश में कुपोषण की भयावहता उजागर होती है । श्रीमान जी बच्चे देश का भविष्य हैं , वे भारत के भावी कर्णधार हैं । यही हमारे देश को उन्नति के शिखर पर ले जाने वाले हैं । परन्तु जब बच्चे ही कुपोषित होंगे तब देश का भविष्य स्वर्णिम होने की जगह कुपो

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए