आज की तारीख हमारे आपके लिए नॉर्मल होगी. जिनका बड्डे या मैरिज एनिवर्सरी 2 मई को पड़ती होगी, उनके लिए कुछ खास होगा. लेकिन अमेरिका के लिए बहुत जरूरी तारीख है. और पाकिस्तान के लिए भी. अमेरिका बताता है कि आज ही के दिन सन 2011 में उसने आतंकी ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में घुस कर मार गिराया था. ओसामा, जो 9/11 के बाद 10 साल तक अमेरिका की आंखों में टूटे कांच के टुकड़े की तरह चुभता रहा. पाकिस्तान के अबोटाबाद में छिपा बैठा था. बिना वहां की मिलिट्री और सरकार को भनक लगाए अमेरिका के नेवी सील कमांडोज ने ओसामा के कागज पूरे कर दिए. और बॉडी को समंदर में दफना दिया. जगह नहीं बताई, ताकि उस जगह को इस्लामिक कट्टरपंथी इबादतगाह न बना दें. बराक ओबामा ने दुनिया को बताया “इंसाफ हो गया है.”
लेकिन सोचो कि ये झूठ हो. ओसामा अब भी कहीं अपनी बेगमों, बच्चों के साथ बैठा कहीं से पेंसन ले रहा हो. तब एक बार फिर ये दिन अमेरिकियों के लिए यादगार रह जाएगा. वो हमेशा याद रखेंगे कि इसी दिन उनको इतिहास का सबसे बड़ा झूठ का झुनझुना पकड़ा कर बेवकूफ बनाया गया. हालांकि ओसामा को मार गिराने की थ्योरी गढ़ने में अमेरिका ने कोई कोताही नहीं बरती है. हर तरह का मसाला डाला है उस कहानी में. उसके आखिरी घर से बरामद पोर्न के जखीरे, बीवियों और बच्चों की बातें भी करता रहा.
हॉलीवुड ने फिल्म भी बनाई है. ‘ज़ीरो डार्क थर्टी.‘ इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे 10 साल लगा कर ओसामा का पता लगाया गया. कैसे खोज निकाल कर उसका शिकार किया गया. ये फिल्म आप देखो. सांस अटकी रहती है. आपको पता है कि ये सब असल में हुआ है. तो ये जानने की उत्सुकता पेट में दर्द कर देती है कि आगे क्या होने वाला है. जब CIA के सीनियर ऑफिसर्स आतंकियों के झांसे में फंस कर एक ब्लास्ट में मारे जाते हैं. तो दिल टूट जाता है. कि अब कुछ नहीं हो सकता. लेकिन आखिरी तक उसका काम हो जाता है.
कैसे उठी लादेन के जिंदा होने की बात
किसी ने ऑफिसियली ओसामा की मौत पर सवाल उठाया तो उसका नाम है एडवर्ड स्नोडेन. ये आदमी फिलहाल रूस में शरण लिए है. फरवरी में मॉस्को ट्रिब्यून को उसने इंटरव्यू दिया था. जिसमें उसने ऐसी बातें कही थीं कि एक बार मान लेने को मन कहता है. अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA का पूर्व ऑफिसर है स्नोडेन. 2013 में भाईसाहब ने अमेरिका से पंगा ले लिया. पब्लिक के सामने बता दिया कि अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी दुनिया भर में जासूसी करती है. फिर अमेरिका से इनको भागना पड़ा. रूस में घुस गए. मीडिया के जरिए वेस्टर्न इंटेलिजेंस एजेंसीज के 17 लाख से ज्यादा सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स दुनिया के सामने ला चुके हैं.
स्नोडेन ने ओसामा के बारे में बताई ये बातें
1: ओसामा जिंदा है, अपनी पांच बीवियों और बच्चों के साथ 2013 तक बहमास में रहा है. फिलहाल वो कहां है, नहीं पता.
2: वो CIA के पेरोल पर है. गुजारे के लिए उसको 65 लाख रुपए महीने दिए जा रहे हैं. उसे बिजनेसमैन और संस्थाओं के जरिए पैसा भेजा जाता है.
3: CIA ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिल कर उसकी मौत की अफवाह फैलाई.
4: ओसामा CIA का एक बहुत काबिल एजेंट है. अगर अमेरिका उसे मार देता तो बाकी के ऑन ड्यूटी लगे एजेंट्स क्या सोचते. कि ये जब ओसामा के न हुए तो हमारे क्या होंगे. CIA का नेटवर्क कमजोर हो जाता.
5: अगर ओसामा की दाढ़ी और कोट हटा दिया जाए तो किसके बस का है कि उसे पहचान ले. बस थोड़ा सा वेट करो. मेरी किताब आ रही है. उसमें ओसामा के जिंदा होने के सुबूत खोल के रख दूंगा.
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