shabd-logo

तुमने शब्द पढ़े है ! लेकिन महसूस किया है कभी ? ~ Ignored Post | Top Intereating Post

18 अक्टूबर 2016

303 बार देखा गया 303
featured image

शब्द ों को पढ़ा है तुमने! बोला है!

महसूस किया है क्या कभी ?


किसी शब्द की गर्दन पर उंगली रख कर सहलाया है कभी?

किसी शब्द के सीने पर कान लगाकर धडकनें सुनी है उसकी?

तुम कहोगे एक शब्द की इतनी हस्ती ही नहीं! शब्द ही तो है!

कितने शब्दों पर तुमने ठहाके लगाए हैं! कुछ पर रोये भी होगे शावर में खड़े होकर ! पर कभी किसी पन्ने पर लिखे ‘आं+सू’ को छूने से उंगलियों में नमक लगा है?

‘बा+रि+श’ पढ़कर सर पोछने का मन करता है? पैरों में कीचड़ महसूस होता है?

‘ब+च+प+न’ को अपने सीने पर रख कर देखो! कोई नंगा सा बच्चा घंटो चीटियों से खेल ता हुआ दिख रहा है?

क्या कभी ‘त+न्हा+ई’ को पढ़ कर ऐसा लगता है जैसे तुम्हारा कोई बेहद ख़ास तुम्हारे सीने में सरिया घुसाकर हंस रहा है तुम्हे देखकर और वो जगह आज तक न भरी हो?”

‘श+म+शा+न’ पढ़कर कान के पीछे से ठंडी हवा गुज़रती है? वो बचपन का सपना दिखता है जिस पर कोई तुम्हारे सीने पर बैठ गया था और तुम उठ नहीं पा रहे थे?

‘भू+त’ पढ़ते हो तो अपने अगल बगल देखते हो तुम? कि इस रात में कोई पीछे से तुम्हारी स्क्रीन पर तो नहीं देख रहा?
*पीछे मत देखना मैंने कहा!*

‘या+द’ सुनकर क्या तुम किसी भूले हुए शख्स की चेहरे की खाल को अपने नाखूनों से कुरेदते हो परत दर परत? उसे दर्द हो रहा है छोड़ दो उसे!

‘क्या कभी ‘वि+ध+वा’ पढने पर तुमने उसके साथ बैठ कर अपनी चूड़ियाँ तोड़ी?

‘बाँ+झ’ पढ़कर उसके रोने के ठन्डे सुरों से सुर मिलाएं हैं कभी?

‘प्या+र’ सुनते हो तो कैसा महसूस होता है? मुझे लगता है तुम्हे घिन आती है! उबकाई सी !


अपना नाम सुनते हो तो कैसा लगता है? कोरापन? ऐसा लगता है जैसे कोई खाली डब्बा रोड पर किसी कबाड़ी के इंतज़ार में है?

तुमने याद किये है बहुत से शब्द! कुछ शब्द है जो तुम भूल गए! कुछ शब्द जो तुम भूलना चाहते हो पर भूल नहीं पा रहे! जो ‘वो’ कहती थी तुमसे तुम्हारे कंधे पर सर रख कर! तुम्हारे कानों में फुसफुसाती थी!

कितने कमज़ोर हो तुम एक उस एक अदने से 'शब्द' से हर रात हारते हो!

तुमने शब्द पढ़े है ! लेकिन महसूस किया है कभी ? ~ Ignored Post | Top Intereating Post

दिनेश पारीक की अन्य किताबें

8
रचनाएँ
suhaniduniya
0.0
"सुहानी दुनिया" में नन्हीं कवयित्री सुहानी यादव की कल्पनाओं और चाहतों को कहती उसकी सुहानी रचनाओं का संकलन है।
1

पेड़ों में भी होती जान।

29 अप्रैल 2016
1
4
1

पेड़ों में भी होती जानफिर भी काटें इनको इंसानबड़े फायदे इनसे तू मानमत काटो अब ओ नादानप्रदुषण से ये हमें बचातेवातावरण को स्वच्छ बनातेमीठे रसीले फल हम खातेफूलों से घर को महकातेधूप में इनके नीचे आ जाएँऔर अच्छी सी छाया पाएँआओ मिलकर पेड़ लगाएँधरती को खुशहाल बनाएँ

2

यंगेस्ट एचीवर अवार्ड 2015 - 2016

1 मई 2016
0
4
1

दिनाँक 30/04/2016 को लखनऊ के ताज होटल में माननीय मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश श्री अखिलेश यादव व सांसद कन्नौज श्रीमती डिम्पल यादव के शुभ हाथों से कविता लेखन के लिए मिला एफ आई सी सी आई द्वारा यंगेस्ट एचीवर अवार्ड। 

3

ऐसा क्यों ?

2 मई 2016
0
5
2

सूरज चन्दा और ये तारेऊपर बसे हुए क्यों सारेहरी पत्तियाँ क्यों पीले फूललाल टमाटर क्यों सफ़ेद मूलबादल क्यों नहीं गिरते गगन सेक्यों बहती है नदिया मगन सेधरती है गोल अगर दिखाओइसका केंद्र हमें दिखलाओऐसा क्यों है ज़रा तुम सोचोमेरे सवालों के उत्तर खोजो

4

अच्छे बच्चे!

9 मई 2016
0
4
1

जब भी किसी से मिलते हैं हँस कर नमस्ते कहते हैं!मिलता है आशीष बड़ों काजिससे हम खुश रहते हैं!बड़ों की बातें मानें जोअच्छे बच्चे वो होते हैं!

5

मैं चिड़िया

10 मई 2016
0
10
1

मुझको पंख लगा दो मम्माचिड़िया मुझे बना दो मम्माऊपर गगन में उड़ जाऊँगीसब की छत पर मंडराउंगीचीं चीं करके गाना गाऊँफुदक फुदक कर नाच दिखाऊँहरे पेड़ पर मैं बैठूँगीहाथ किसी के ना आऊँगीभूख लगे तब नीचे आऊँबड़े प्यार से तुम्हें बुलाऊँदाल चावल बना दो मम्मामुझे खाना खिला दो मम्मा

6

!!हाथी दादा!!

18 मई 2016
1
9
2

हाथी दादा मुझे बताओ तुमने शैतानी की थी क्या सूँड़ बनी है कैसे बोलो अपनी नाक के राज़ तुम खोलो पंखे जैसे कान तुम्हारे इतने बड़े हुए हैं कैसे होमवर्क ना करने पर टीचर ने खींचे हों जैसे पूंछ तुम्हारी इतनी छोटी और तुम इतने मोटे से कुछ भी तला भुना बाहर का जंक फ़ूड खाते थे क्या हाथी दादा तुम्हीं बताओ तुमने शैता

7

मेरे पापा

19 जून 2016
0
4
0

पापा सबसे अच्छे हैं   प्यारे प्यारे लगते हैं   दूर कहीं जब जाते हैं   मुझको गुड़िया लाते हैं  सैर मुझे करवाते हैं  अच्छी बातें सिखलाते हैं  जब मैं ज़िद कर जाती हूँ  रूठ कभी जब जाती हूँ  लेकर गोदी में मुझको  प्यार से वो समझाते हैं  होती है जब कठिन पढ़ाई| झट पट सरल बनाते हैं  अनसुलझी सी हर पहेली  चुटक

8

तुमने शब्द पढ़े है ! लेकिन महसूस किया है कभी ? ~ Ignored Post | Top Intereating Post

18 अक्टूबर 2016
0
0
0

शब्द ों को पढ़ा है तुमने! बोला है! महसूस किया है क्या कभी ?किसी शब्द की गर्दन पर उंगली रख कर सहलाया है कभी?किसी शब्द के सीने पर कान लगाकर धडकनें सुनी है उसकी? तुम कहोगे एक शब्द की इतनी हस्ती ही नहीं! शब्द

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए