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भारतीय सेना का ये कैसा सम्मान

18 अक्टूबर 2016

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featured image वो #सरहद पर लड़ता है ताकि हम चैन से सो सके और हम उसे बैठने तक की जगह नहीं देते क्योकि पढ़े लिखे शिक्षित लोग है हम भारतीय सेना
Manshiram Devasi

Manshiram Devasi

जब भी मोका मिले जवानो की सेवा करनी चाहियें भारत के सच्चे सपुत होने की पहचान बतानी चाहिये

4 नवम्बर 2016

Manshiram Devasi

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जब भी मोका मिले जवानो की सेवा करनी चाहियें भारत के सच्चे सपुत होने की पहचान बतानी चाहिये

4 नवम्बर 2016

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जब भी मोका मिले जवानो की सेवा करनी चाहियें भारत के सच्चे सपुत होने की पहचान बतानी चाहिये

4 नवम्बर 2016

Manshiram Devasi

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जवान सो जायेगें तो हम खो जायेगें

4 नवम्बर 2016

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इस लेख के अंतर्गत आप समाज सेवा, राजनीति से सम्बंधित लेख पढ़ सकते हैं ई
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स्वातन्त्र्यं परमं सुखम्

14 अगस्त 2015
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स्वाधीनता में महान सुख है और पराधीनता में किंचित–मात्र भी सुख नहीं I पराधीनता दुखों की खान है I स्वाभिमानी व्यक्ति एक दिन भी परतंत्र रहना पसंद नहीं करता I उसका स्वाभिमान परतंत्रता के बंधन को तोड़ देना चाहता है I पराधीन व्यक्ति को चाहे कितना ही सुख, भोग और ऐश्वर्य प्राप्त हो, वह उसके लिए विष-तुल्य ही

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राह बने ख़ुद मंज़िल...

31 अगस्त 2015
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शिशु के जन्म से ही जिस तरह उसके अनेकानेक नाम दिमाग़ में तैरने लगते हैं उसी तरह हम अक्सर ये भी तय करने लगते हैं कि अपने बच्चे को हम क्या बनाएंगे I हर माता-पिता अपने बच्चे के सुखद भविष्य की कामना करते हैं I बच्चों के लिए स्वयं कष्ट सहते हैं और उनकी सभी आवश्यक ज़रूरतें पूरी करने की भरपूर कोशिश करते हैं त

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भारत की राजभाषा नीति‍ और शि‍क्षा नीति‍

16 नवम्बर 2015
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भारत की शि‍क्षा नीति‍ और राजभाषा नीतिराहुल खटे, उप प्रबंधक (राजभाषा),स्‍टेट बैंक ऑफ मैसूर, हुब्‍बल्‍लीमोबाइल 09483081656E-Mail: rahulkhate@gmail.comजैसा कि‍ सभी जानते हैं भारत 15 अगस्‍त 1947 को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ। सभी यही समझते हैं कि‍ हम उस दि‍न स्‍वतंत्र हुए। लेकि‍न यह एक बहुत बड

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भारतीय सेना का ये कैसा सम्मान

18 अक्टूबर 2016
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वो #सरहद पर लड़ता है ताकि हम चैन से सो सके और हम उसे बैठने तक की जगह नहीं देते क्योकि पढ़े लिखे शिक्षित लोग है हम भारतीय सेना

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