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मैने सिगरेट कैसे छोडी

26 नवम्बर 2016

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मैने सिगरेट कैसे छोडी मैं सिगरेट का आदि था ओर एक दिन मे तीस सिगरेट पीता था| तकरबिन 40 साल पुरानी मेरी ये आदत थी| मेरी पत्नी ओर बेटा बेटियाँ सभी को नेरी इस आदत से परेशानी थी ओर वो सभी मुझे इस व्यसन को छोड़ने का आग्रह करते थे परुन्तु मैं एक कान से सुन कर दूसरे कान से निकाल देता था|यहाँ तक की मेरी पत्नी को तो सिगरेट के धुवे से एलर्जी थी ओर कभी कभी उनकी दमे की बीमारी के कारण सांस भी उखड़ जाती थी ओर मेरे एक प्यारे से पालतू पिल्ले को भी छिन्के आने लगती थी| मैं सब समझता तो था पर अपने आप को आदत से मजबूर पाता था| बेटिओं की शादी के बाद उनके सुसराल वालों को यानी हमारे समधियों को भी हमारा सिगरेट पीना पसंद नहीं था|


एक समय ऐसा आया की सरकार ने सभी मेट्रो सिटीज़ मे एवम् सार्वजनिक स्थानों मे सिगरेट पे रोक लगा दी| इस का असर मेरे दिल ओर दिमाग़ पर इतना गहरा पड़ा की मैने आत्म-विस्लेशन किया कि मैं क्यूँ सिगरेट पिता हूँ ओर मैं क्यूँ नही छोड़ सकता| नीम्न लिखित ब्योरा पढ़े: - मैं सिगरेट पिता हूँ क्यूंकी: -

• काम का बोझ है पूरा नहीं हो रहा है इसलिए|

• अरे काम पूरा हो गया इसलिए||

• तरक्की नहीं मिल रही इसलिए|

• प्रमोशन हो गया इसलिए||

• बेटा पढ़ाई मे कमजोर है इसलिए|

• बेटा पास हो गया इसलिए||

• बेटी को मंगल है ओर शादी नही हो रही इसलिए|

• अरे लड़के वाले बेटी की शादी को सहमत हो गये इसलिए||


अंतर्मन प्रसन्नोत्तर: -

1. क्या मेरे एक दो दिन काम नही करने से दुनियाँ बंद हो जाएगी? उत्तर नहीं

2. क्या सिगरेट पीने से प्रॉमोसन मिलता है? उत्तर नहीं

3. क्या सिगरेट नही पीने से दिमोसन हो जाता है? उत्तर नहीं

4. क्या मेरा बेटा मेरी पत्नी, मा ओर मेरी बेटिओं का सगा नहीं है? उत्तर है|

5. जब मैं सिगरेट पिता हूँ तब क्या मैं मेरी मा, मेरी बेटिओं को ओर मेरी पत्नी को सिगरेट ऑफर करता हूँ? उत्तर नही

6. जब कभी मैं मिठाई ओर आइस्क्रीम लाता हूँ तो क्या मैं अकेला कोने मे बैठ कर ख़ाता हूँ? उत्तर नहीं|


तो फिर मैं सिगरेट अकेला अकेला क्यूँ पिता हूँ? ओर यदि मुझमे इन सब को सिगरेट ऑफर करने की हिम्मत या ओकात नहीं है तो क्या न्याय है की मैं सिगरेट पियूं?


7. सभी डॉक्टर्स कहते हैं की सिगरेट कोई शारीरिक ज़रूरत नहीं है ये मात्र एक मानसिकता है| ओर यदि कोई सिगरेट छोड़ देता है तो वहीं से शारीरिक नुकसान होना बंद हो जाता है ओर मात्र 3 दिन बाद उसे सिगरेट भाएगी नहीं ओर 15 दिन मे तो व्यक्ति ऐसा हो जाएगा मानो उसने सिगरेट कभी पी ही नहीं| इन सब बातो का मनोमंथन करने के बाद मैने पक्का निर्णय किया कि मैं सिगरेट छोड़ दूँगा| मैने कैसे ओर क्या क्या किया: -


• 11 जनवरी 98 मैने पत्नी को बोला आज मेरा सिगरेट का लास्ट दिन है! कल मैं सिगरेट नही पियुंगा ! एक कोने मे पड़ा रहूँगा ! ब्रश नही करूँगा ! शेव नही करूँगा ओर ना ही बाथ लूँगा ! हो सकता है मैं चिड़चिड़ा वार्ताव करूँ पर मैं सिगरेट नहीं पियुंगा ! पत्नी जी ने अग्री किया!

• 12 जनवरी 1998 की छुट्टी थी मैं सुबह उठ कर हाथ-मुँह धोया, ब्रश किया, नाहया| इन सब कार्यों के दरम्यान जब जब मुझे सिगरेट याद आई मैं लेट जाता था| इसी तरह से मैने शाम तक का समय गुजर दिया! मैने जबरदस्त प्रेरणा का अनुभव किया कि मैं हर 30 मिनिट मे एक सिगरेट पीनेवाला बिना किसी भी तरह की कठिनाई के सुबह से शाम तक बिना सिगरेट के अच्छे तरह रह सका| रात के भोजन के बाद भली भाँति रात को सो सका|

• 13 जनवरी 1998 सुबह उठकर दिनचर्या से निपट कर मैं ओफिस गया| सब काम भलीभाँति किया| साथी लोगों ने सिगरेट ऑफर की तो मैंने कहा "आज मैं एक धार्मिक कारण से नही पियुंगा" | धार्मिक कारण मैने इसलिए बताया की धार्मिक कारण पे कोई आपको आग्रह नही करेगा|शाम को बड़े ही उत्साह पूर्वक मैं घर लौटा| रात को आराम से सोया|

• 14 जनवरी 1998 मकर संक्रांति / उतराण की छुट्टी थी | ओफिस जाना नहीं है, काम का कोई टेंसन नही है बस सिगरेट पीना नही है ओर पान बीड़ी सिगरेट के गल्लो पे जाना नहीं है| तथा उन लोगो से मिलना नहीं है जो सिगरेट ऑफर करे| पूरा दिन हमने त्योहार मस्ती से बिना सिगरेट मना लिया | फिर क्या था हमारी सिगरेट की लत तो पुरानी बात हो गयी| 13 फ़रवरी 2016 को आज मुझे सिगरेट छोड़े 18 साल हो गये हैं ओर मैने कोई भी इसके एवज़ मैं आदत डाली नहीं है जैसे की सौंफ, सुपारी, पान, पॅडीकी इत्यादि | क्यूंकी ये सब भी स्वास्थ्य की लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं| सिगरेट छोड़ने से मुझे क्या लाभ हुवे: -

1. आत्मविश्वास बढ़ गया|

2. सब मुझसे खुश हैं|

3. दाँत का कलर सुधर गया|

4. मूह का स्वाद सुधर गया|

5. सब व्यंजन स्वाद वाले लगते हैं|

6. समय का दुरव्येय नही होता|

7. धन का दुरव्येय नही होता|


क्या नुकसान होते है तंबाकू से: -

1. चेहरे पे झुर्रियाँ आ जाती है ओर बुढ़ापा दिखने लगता है|

2. दाँत बिगड़ जाते है ओर गिर भी सकते है|

3. मूह का, गले का, फ़्रेफ़डों का केंसर हो जाता है जो की जानलेवा है|


यही तरीका है आप भी अपनालो ! 3 दिन कोने मे पड़े रहो कुछ मत करो पर सिगरेट मत पियो या तमाकू का सेवन मत करो ओर जो आप को आग्रह करे उनसे दूर रहो ओर जहाँ ये सब मिलता है उन दुकानो ओर गाल्लों पर मत जाओ देखना 3 दिन मे आपकी बीड़ी, सिगरेट, तमाकू, गुतका, वगेरा छूट जाएगा| आपके इस प्रयास मे कोई दिक्कत हो तो खुशी खुशी प्रश्ना पुच्छे मुझे आनंद होगा !


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