नई दिल्लीः यूपी विधानसभा चुनाव के टिकट बंटवारे पर मचे घमासान पर सपा सुप्रीमो पिता मुलायम सिंह यादव से अखिलेश की बातचीत विफल रही। जिससे समाजवादी पार्टी अब मुलायम के जीते-जी टूट की कगार पर पहुंच गई है। मुलायम और शिवपाल की ओर से तैयार सूची ठुकराते हुए अखिलेश ने गुरुवार शाम कुल 235 समर्थकों को चुनाव मैदान में उतारने का एलान किया है। इस सूची में उन 38 विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के नाम हैं, जिनका टिकट शिवपाल व मुलायम की ओर से काट दिया गया था। पार्टी से आगे सिंबल न मिलने की स्थिति में ये सभी प्रत्याशी निर्दल चुनाव लड़ेंगे।
अखिलेश ने पेश की एलआईयू रिपोर्ट, नहीं माने मुलायम
अपने समर्थक विधायकों और अन्य पदाधिकारियों का टिकट काटे जाने से नाराज अखिलेश गुरुवार को मुलायम सिंह से लखनऊ आवास पर जाकर मिले। बताया कि जिन विधायकों व अन्य नेताओं का टिकट काटा गया है, वे इलाके में अच्छी छवि के चलते चुनाव जीतने की स्थिति में हैं। मगर इस इंटेलीजेंस रिपोर्ट को भरोसेमंद न बताए हुए मुलायम ने कहा कि पार्टी ने अधिकृत रूप से जिन प्रत्याशियों को टिकट दिया है, वही पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। बात नहीं बनी तो अखिलेश मन मसोसकर पिता मुलायम के आवास से बाहर आ गए।
अखिलेश बोले-चुनाव लड़ जीतकर दिखाओ
अखिलेश यादव ने अपने आवास पर टिकट गंवाने वाले 38 विधायकों की मीटिंग ली। उनसे कहा कि शाम तक 235 प्रत्याशियों का टिकट जारी करेंगे। अगर नेताजी मानते हैं तो ठीक नहीं तो आप लोग अपनी तैयारी के दम पर चुनाव लड़िए और जीतकर सबको दिखाइए। शाम तक अखिलेश ने वादे के अनुरूप अपने समर्थक कुल 235 दावेदारों को विभिन्न सीटों से उम्मीदवार बनाने की घोषणा की।
फोटो्-अखिलेश की ओर से जारी सूची