झाबुआ : एक बेटा एएसआई है तो दूसरा प्रधान आरक्षक. फिर भी ऐसे निर्दयी कि बूढ़ी मां संभाल सकें. अपनी मां को पैरों में बेडिय़ां डालकर पलंग से बांध दिया. कड़ाके की ठंड में बूढ़ी मां भूखी-प्यासी घर के बाहर बरामदे में एक शेड में पड़ी रहती पर उन्हें दया नहीं आती. एसपी को जानकारी लगी तो उन्होंने थाना प्रभारी, महिला प्रकोष्ठ प्रभारी निर्भया मोबाइल प्रभारी को मौके पर भेज बुजुर्ग महिला को बेडिय़ों से आजाद कराया. मानवता को शर्मसार करती यह घटना है डीआरपी लाइन की.
पुलिस ने मुक्त कराया बंढ़ी महिला को
यहां प्रधान आरक्षक मदन वर्मा और भाई एएसआई महावीर का सरकारी आवास है. उनकी 80 साल की मां ब्रोबाई मदन के पास रहती है. मदन ने सरकारी आवास के बरामदे में शेड बनाया और आसपास परदे लगाकर पलंग रख दिया. जहां बूढ़ी मां 24 घंटे पड़ी रहती. वह इधर-उधर चली जाए इसलिए बेटे ने मां के पैरों में बेडिय़ां डाल ताला लगा दिया. यह क्रम करीब दो माह से चल रहा था. जानकारी मदन के भाई महावीर को थी लेकिन उसने मां को अपने पास रखना मुनासिब समझा और भाई को उसके अमानवीय व्यवहार को लेकर समझाया. शुक्रवार को लोगों ने एसपी महेशचंद जैन को सूचना दी. उनके निर्देश पर पुलिस मौके पर पहुंची और ब्रोबाई को बेडिय़ों से आजाद किया. वह भूखी-प्यासी थी और शरीर पर कपड़ा तक नहीं था.