जमेशपुर : इंसानिय को शर्मसार करने वाली यह तस्वीर यहां स्थित धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र का हैं जहां शुक्रवार को एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण आग से झुलसी एक महिला की मौत हो गई. उक्त महिला के परिजन स्वास्थ्य केंद्र को एंबुलेंस के लिए फोन करते रहे, लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली. तो ठेले पर लाद कर परिजन महिला को धालभूमगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र ले गए. वहां के डॉक्टरों ने महिला को एमजीएम जमशेदपुर रेफर कर दिया. लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई.
गांव में निजी वाहन भी नहीं मिला..
घटना दोपहर 12 बजे की है. पावड़ा निवासी देवाशीष मन्ना की पत्नी रेखा मन्ना (33) ने खुद पर केरोसिन डाल कर आग लगा ली थी. उस वक्त घर पर कोई नहीं था. परिजनों के अनुसार देवाशीष काम से बाहर गया था. सास-ससुर भी नहीं थे. घर से धुआं उठता देख लोग जुटे और घर का दरवाजा तोड़कर रेखा को बाहर निकाला। ग्रामीणों ने मिलकर आग बुझाई। वह बुरी तरह झुलस चुकी थीं. परिजनों ने धालभूमगढ़ स्वास्थ्य केन्द्र में फोन कर एंबुलेंस भेजने की गुहार लगाई. एंबुलेंस नहीं मिली तो परिजनों ने निजी वाहन भी ढूंढा, लेकिन गांव में नहीं मिला। इसके बाद ठेले पर लादकर घरवाले स्वास्थ्य केंद्र ले गए. जहां डॉ. संगीता लाल ने बताया कि महिला 90 फीसदी जल गई थी.
घटना के कारणों का नहीं चला पता
रेखामन्ना के ससुराल वालों ने बताया कि वह बीमार थी. रांची में इलाज कराया जा रहा था. सुबह घर के लोग बाहर चले गए तो उसने खुद पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा ली. पुलिस मामले की जांच कर रही है। महिला के शव को फिलहाल एमजीएम जमशेदपुर में रखा गया है. पुलिस मायका वालों के आने का इंतजार कर रही है. महिला का मायका राखामाइंस के दुड़कु में है. रेखा की एक तीन साल की बेटी प्रियंका हैं.उसके सिर से मां का साया उठ गया.