देहरादून: देवभूमि के नए सरताज त्रिवेंद्र रावत ने अपनी कैबिनेट में जिस अंदाज़ में काम का बंटवारा किया, उससे यह तो साफ हो गया कि उनकी नज़रे मंत्रियों की परफार्मेंस पर भी टिकी रहेंगी। कई मंत्री मनमाफिक विभाग मिलने की उम्मीद लगाए थे, लेकिन टी एस आर ने जो प्लान बनाया उसमे सब की उम्मीद धरी की धरी रह गयी। करीबी सूत्रों कि माने तो सीएम TSR ने साफ़ कर दिया है कि अगर परफॉरमेंस अच्छी नहीं रही तो मंत्रालय से छुट्टी करने में वह देर नहीं लगाएंगे क्योंकि अमित शाह ने साफ़ कर दिया है कि किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार और सुस्त रवैया नहीं बरता जाये हम आपके साथ है, जिसके बाद TSR की ताकत कही ज़्यादा बड़ गयी है, क्योंकि जो लोग दिल्ली आकर पैरवी और आलाकमान से नज़दीकी की बात कहा करते थे उन सब के पर खुद शाह ने इस बार कतर दिए और पूरी तरह से TSR को ताकतवर बना दिया है.
हालांकि मंत्रियों ने अभी तक मंत्रालयों को लेकर कोई भी बात सार्वजनिक तौर पर कहने से गुरेज ही किया। स्वयं मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रियों के कामकाज का आंकलन किया जाएगा और भविष्य में उन्हें अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शपथ ग्रहण के छह दिन बाद मंत्रियों में विभाग बांटे।
दरअसल वरिष्ठता के मुताबिक सभी मंत्रियों के बीच पोर्टफोलियो आवंटन में संतुलन बिठाने की कोशिश की गई मगर फिर भी कुछ मंत्री मनमाफिक महकमे न मिलने से कुछ मायूस नजर आए। हालांकि सार्वजनिक रूप से तो उन्होंने स्वयं को मिले विभागों पर संतोष ही जताया मगर ऑफ दि रिकार्ड स्वीकार किया कि उन्हें कुछ अतिरिक्त महकमे मिलने की उम्मीद थी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने एक बात तो साफ़ कर ही दी कि उनके जिम्मे कुछ मंत्रालयों में से कई मंत्रिमंडल में रिक्त दो पदों पर आने वाले मंत्रियों को दिए जा सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अगर कोई मंत्री अपने कामकाज में बहुत बेहतरीन प्रदर्शन करता है तो उसे भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है। उन्होंने विभागों के बंटवारे के मामले में स्वयं पर किसी भी तरह के दबाव की बात को सिरे से खारिज किया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शपथ ग्रहण के छह दिन बाद मंत्रियों में विभाग बांटे और यह साफ भी कर दिया कि उनकी नजरें मंत्रियों की परफार्मेंस पर भी टिकी रहेगी। इसके लिए TSR ने मंत्रियों के रिपोर्टकार्ड तैयार करने का भी प्लान बनाया है.