पटाखों को लेकर जो अफवाह वाला मैसेज आ रहा था, वो तो और भी इंट्रेस्टिंग था. इतनी गहरी प्लानिंग चीनियों ने भारत को नुकसान पहुंचाने की कर रखी थी. कि इसको कोई इंडियन प्लान करता तो उसे और उसकी सोच दोनों को चक्कर आ जाता. मैसेज की हिंदी को ठीक नहीं किया गया है, ताकि पढ़ते वक्त आप पूरा आनंद ले सकें. ये रहा मैसेज –
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान भारत पर सीधा हमला नही कर सकता इसलिए उसने भारत से बदला लेने के लिए चीन की सहायता ली है चीन ने भारत में अस्थमा रोग फैलाने के लिए पटाखों में विशेष तरह का बारुद भरा है जिसके जलने से कार्बन मोनो ऑक्साइड से भी जहरीली गैसें निकलती है जो श्वास रोगो को बढाता है इसके अलावा भारत में नेत्र दोष पैदा करने के लिए विशेष प्रकार की सजावट की लाईट भी बनाई जा रही है जिनमें बङी मात्रा में पारा भरा गया है. कृप्या इस दिवाली थोङा जागरूक रहें और इन चाईनीज उत्पादों का उपयोग न करें. इस मैसेज को सभी भारतीयों तक पहुंचाए. जय हिन्द
चाइनीज मांझा, जो चाइनीज है ही नहीं
एक चाइनीज चीज है चाइनीज मांझा. वैसे इस किलर धागे में कुछ भी चाइनीज नहीं है. विशुद्ध इंडियन होता है ये. पहले कॉटन के धागे लगते थे पतंगों में. इसलिए इस मांझे को मजबूत बनाने के लिए चावल का आटा और मसाले लगाये जाते थे. पर थोड़ा जोर पड़ने पर ये टूट जाता था. इस टूटन से निजात पाने के लिए नए धागे लाये गए. नायलॉन के. यही हैं चाइनीज धागे. फिर इसको और मारक बनाया गया. इसमें कुछ चीजें मिलाई गईं:
1. शीशे का चूरा
2. इंडस्ट्री में लगने वाले खतरनाक अधेसिव, जो उंगलियां भी चिपका देंगे
3. एल्युमीनियम ऑक्साइड, जो चमड़े पर रगड़ दें तो खंखोर देगा
4. जिरकोनिया ऑक्साइड, जो एल्युमीनियम ऑक्साइड से भी बड़ा वाला है
5. मैदा, जो कि पेस्ट बनाने के काम में आता है
6. कहीं-कहीं लोग इसमें ब्लेड भी चिपका देते हैं.
मार्केट में चाइनीज सामान की लिस्ट भी थी
चीनी आइटम को लेकर एक-दो लिस्ट भी बनाकर लोग सर्कुलेट कर रहे थे. जिसमें लिखा था कि चाइनीज कंपनी कौन-कौन सी हैं.
चीन के खिलाफ जंग में बाबा रामदेव हुए कमांडर
बहरहाल देश भर के सारे तथाकथित बड़े-बड़े देशभक्त चीन पर अपने-अपने तरह से हमले का सुझाव दे रहे हैं. ऐसा में सोमवार को बाबा रामदेव ने भी कहा कि हमारे घरों में भगवान राम और कृष्ण की मूर्तियां भी चीन की आ गई है. दिवाली की लाइटें भी चीन से आ रही हैं. इनसे देश की एकता और अखंडता को खतरा है. पूरे देश में चीन के सामान का बहिष्कार होना चाहिए, तभी चीन कंट्रोल में आएगा, नहीं तो ये हमारे लिए खतरा बन जाएगा. ये सब बाबा इसलिए कह रहे थे क्योंकि बाबा का मानना है कि चीन के चलते ही भारत न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में शामिल नहीं हो पा रहा है.
नया दावा, चीन से ट्रेड 30 परसेंट कम होने वाला है
कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स यानी CAIT ने दावा किया है कि सोशल मीडिया की बायकॉट चाइना प्रोडक्ट्स की मुहिम ने अपना असर बाजार पर दिखाना शुरू कर दिया है. और ये असर काफी जबरदस्त है, जिससे इस दीवाली मेड इन चाइना प्रोडक्ट्स का व्यापार तीस फीसदी तक कम हो सकता है.
वहीं कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि सोशल मीडिया पर चाइनीज सामानों के विरुद्ध जो मुहिम छेड़ी गयी है, उससे मोटे तौर पर चीन को कोई नुकसान नहीं होगा. कम से कम इस सीजन तो कतई नहीं. इसकी वजह ये है कि दीवाली के मौके पर खरीदारी की तैयारी ट्रेडर 2-3 महीने पहले ही शुरू कर देता है. लिहाजा तकरीबन सभी थोक व्यापारियों की दुकानें और गोदाम चाइनीज सामानों से अटे पड़े हैं. ऐसी स्थिति में यदि किसी का नुकसान होगा तो वो हमारे देश के ही लोग और व्यापारी होंगे.
पर दोस्त, आप तो समझदार हैं. इसलिए जोश में होश का बंडल बनाकर तालाब में न फेंकने से कोई फायदा नहीं. चीन को सबक सिखाने के चक्कर में कहीं अपना नुकसान ही न कर बैठना. वैसे चीन को सबक सिखाने का सबसे सही तरीका ये है कि सरकार चीनी सामान के आयात पर रोक लगाए. वैसे चीनी सामान में वैरायटी-वैरायटी की मिलावट से जनता परेशान है और इस बारे में सबसे सही बात हमारे एक साथी आशीष कहते हैं कि चीन पर बैन लगाना है तो सबसे पहले चाइनीज सैनिकों पर बैन लगाना चाहिए. जो हर महीने ही इंडिया में घुसे चले आते हैं.
http://www.thelallantop.com/news/not-made-china-chinese-eggs-probably-just-rotten-not-fake/