shabd-logo

अस्तित्व में आया राज्य का 23 वां जिला "पश्चिम बर्दवान"

9 अप्रैल 2017

150 बार देखा गया 150
featured image

आसनसोल :- दशको से शहरवासियो की मनोकामना व मांग शुक्रवार को पूर्ण हो गई. आसनसोल के पुलिस लाइन मैदान से शुक्रवार की दोपहर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आसनसोल एवं दुर्गापुर को मिलाकर व बर्धमान जिला के दो भाग करके पश्चिम बर्दवान नाम से नए जिले की घोषणा की. जिससे राज्य में 23 जिले हो गए. राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुयी. गृह सचिव मुकुल बसु ने अलग जिला गठन की अधिसूचना का पाठ किया. सभा के मंच से दीदी ने कहा कि आसनसोल-दुर्गापुर में अनेको विकासमूलक कार्य किये गए है, जिनमे इएसआइ अस्पताल, पुलिस कमीश्नरेट, काजी नजरूल यूनिवर्सिटी, सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल, नजरुल एयरपोर्ट आदि शामिल है. जिला गठन की मांग की गयी और उन्होंने इस मांग को भी आज पूरा किया. उन्होंने कहा कि जिला गठन से विकास के कार्य में सुविधा होती है. आसनसोल तथा दुर्गापुर के निवासियों को जिला के कार्य के लिए बर्धवान नहीं जाना पड़ेगा. इससे समय तथा खर्च की काफी बचत होगी. दूसरी ओर बर्दवान के अधिकारियों को भी कार्य करने में सुविधा होगी. पूर्व बर्धवान कृषि बहुल जिला है. यहां उद्योग तथा पर्यटन भी है. इनके विकास की योजनाओं को विशेष प्राथमिकता मिल पायेगा. उन्होंने एकीकृत बर्धवान जिले में राज्य सरकार के स्तर से लागू की गयी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी.मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने कहा कि कोयलांचल में भूमिगत आग तथा धंसान से बचाने के लिए 45 हजार निवासियों का पुनर्वास किया जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार विशेष टाउनशीप विकसित कर रही है. इसमें 44,500 आवास बनाये जा रहे हैं. इन्हें पुनर्वासित किया जायेगा. इसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गयी है. जिलाशासक तथा अड्डा के सीइओ इसमें सहयोग करेंगे. सत्तर लाभुकों को उन्होंने मंच पर अपने हाथों से सामग्री दी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियां एवं नवगठित जिले के विकास के लिये द्रुत गति से कार्य करने के लिये अधिकारियों को आदेश दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने समारोह में समाजसेवी, पत्रकार, शिक्षाविद् तथा खिलाड़ियों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि आसनसोल की मुख्य समस्या पानी रही है. इसी क्रम में उन्होंने विभिन्न जल परियोजनाओं की चर्चा के दौरान दो बार कुल्टी नगरपालिका का जिक्र किया. आसनसोल में मुख्यमंत्री के सभास्थल के निकट पारंपरिक वस्त्र में आदिवासी कार्यकर्ताओं ने ढ़ोल नगाड़े बजाते हुए लोक नृत्य प्रस्तुत किया. सर्किट हाउस से प्रवेश करते ही कार्यकर्ताओं ने मुख्य मंत्री का जोरदार स्वागत किया. कार्यकर्ता फूल पत्ते के साथ सामूहिक नृत्य गीत और आदिवासी महिलाओं ने लोक नृत्य प्रस्तुत किया. मुख्य मंत्री द्वारा सभा स्थल पर आसानसोल के बर्दवान पश्चिम जिला बनाये जाने की घोषणा के बाद ही सभा स्थल से बाहर मौजूद कार्यकर्ताओं ने जबदस्त आतिशबाजी की. तृणमूल कार्यकर्ता काफी देर तक पटाखे फोड़ते रहे और हर और मां माटी मानुष जिंदाबाद के नारे लगते रहे. समारोह के मद्देनजर आसनसोल शहर को छावनी में तब्बदील कर दिया गया था. पोलो ग्राउंड स्थित हेलीपैड की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की एक टुकड़ी तैनात थी. जिसमें एसीपी (वेस्ट) ए. चौधरी, एडीसीपी (डीडी) जय टूडू आदि उपस्थित थे. एसबी के कंकर प्रसाद वारूई तथा श्याम सिंह मंच स्थल की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे. बीएनआर मोड़ से प्रवेश के रास्ते को बेरिकेट कर घेराबंदी कर दी गयी थी. भगत सिंह मोड़ से बर्नपुर रोड को चित्र सिनेमा तक सड़क पर परिचालन समान्य रूप से जारी था. पुलिस लाइन के चार गेट पर सुरक्षा गार्ड तैनात थे. कोर्ट मोड़ से कोर्ट जाने वाले रास्ते को ब्लॉक किया गया था. सभा में आने वाले समर्थक के वाहनों के लिए पार्किग की व्यवस्था आसनसोल इंडोर स्टेडियम मैदान में किया गया था. घड़ी मोड से रास्ते की नाकाबंदी कर दी गयी थी. घड़ी मोड़ से दाहिनी ओर गोराई रोड जाने के रास्ते को खोला गया था. सीएम सुरक्षा के मद्देनजर सभी आने वाले वाहनो की जांच की जा रही थी. आसनसोल महाकमा तथा दुर्गापुर महाकमा से भी समर्थको की भीड़ उमड पडी. इस भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किये गए थे. नये जिला गठन के सरकारी समारोह की औपचारिकताएं काफी तेजी से पूरी हुयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंच पर पहुंचते ही समारोह शुरू हो गया. मात्र चार मिनट में उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया. इसके बाद विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्यास मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी ने किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जिला घोषणा किए जाने के साथ ही मंच से व‌र्द्धमान पूर्व और पश्चिम जिला को सौगात देते हुए करीब 407.03 करोड़ की 49 योजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं 196.66 करोड़ रूपये की लागत से बनी 36 योजनाओं का उद्घाटन भी किया। इसमें पीएचई विभाग की ओर से बाराबनी में 13.38 करोड़ से जल परियोजना का कार्य होगा। दुर्गापुर के सागरभांगा में 1.99 करोड़ से श्रम भवन का निर्माण होगा। वहीं 3.03 करोड़ से बाराबनी में ब्लाक कर्मतीर्थ, पांडेश्वर में 3.20 करोड़ से कर्मतीर्थ, अंडाल में 3.20 करोड़ से कर्मतीर्थ और सलानपुर में 3.20 करोड़ से कर्मतीर्थ का निर्माण होगा। राज्य कृषि विभाग की ओर से व‌र्द्धमान में 20 करोड़ से कृषि भवन का निर्माण होगा। वहीं राज्य खाद्य विभाग की ओर से 19 करोड़ से मंगलकोट में गोदाम का निर्माण, 19 करोड़ से ही मंतेश्वर ब्लाक में गोदाम का निर्माण होगा. समारोह में मुख्य रूप से राज्य के मुख्य सचिव बासुदेव बंद्योपाध्याय, गृह सचिव मलय बसु, पुलिस महानिदेशक सुरजीत पुरकायस्थ, श्रम सह विधि मंत्री मलय घटक, पीडब्ल्यूडी मंत्री सह जिला के पार्टी पर्यवेक्षक अरूप विश्वास, स्वपन देवनाथ, सिद्दीकुल्ला चौधरी, इंद्रनील सेन, सांसद सुनील कुमार मंडल, डॉ ममताज संघमिता, जिला परिषद अध्यक्ष देबू टुडू, मेयर जितेंद्र कुमार तिवारी, अड्डा चेयरमैन तापस बनर्जी, अड्डा वाइस चेयरमैन उज्‍जवल चटर्जी, विधायक विधान उपाध्याय, नरगिस बेगम, शेख जहनबाज, दुर्गापुर के मेयर अपूर्व मुखर्जी, काजी नजरूल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. साधन चक्रवर्ती, आसनसोल की उपमेयर तबस्सुम आरा, ननि चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, सचिव प्रलय सरकार, महकमा शासक प्रलय रायचौधरी, तृणमूल जिलाध्यक्ष वी शिवदासन दासू आदि समेत हजारो की संख्या में तृणमूल नेता व कर्मी उपस्थित थे.

जहाँगीर आलम की अन्य किताबें

1

शहर बदल

5 अक्टूबर 2016
0
2
0

जहाँगीर आलम:-शहर का अपना मिजाज होता है, यहाँ के लोगो की जीवन शैली भी अलग होती है. हर बात में दिखावा झलकता है, हर किसी को एक दुसरे से आगे निकलने की होड़ मची रहती है. ऐसा ही हो रहा है अपने शहर आसनसोल में. इसके फिजा, हवा में बदलाव आने लगे है. शहर आसनसोल शादियों पुराना शहर, विश्वभर के लोग जानते है इस शहर

2

सूबा, सरकार और दरकार.....

8 नवम्बर 2016
0
0
0

आसनसोल (जहाँगीर नेमतपुरी) :- कहा जाता है, जो दिखता है वहीआकडा होता है. हुक्मरान तो कुछ भी कह देते है और उसे आज़ादी भी है. मगर सच्चाई कीलकीर सिर्फ कह देना ही नहीं होता है. क्योकि आकडे, स्थिति,तस्वीर और वर्तमान भी बोलती रहती है. जी हाँ कुछ ऐसी ही स्थितितस्वीर और आकड़ो से हमारा देश गुजर रहा है. मगर अफ़सोस

3

नाकाम सरकार को युवा देशभक्ति की दरकार

8 नवम्बर 2016
0
2
1

वर्तमान परिपेक्ष में देशभक्ति का सही परिभाषा बदलने की कोशिश की जा रही है. परिभाषा से छेड़छाड़ कही देश में उन्माद न पैदा कर दे...आसनसोल (जहाँगीर नेमतपुरी) :- किसी ने कहा है कि हर मर्ज की दवा होती है, मगर इस बात से सहमत नहीं हुआ जा सकता है. हमारा मुल्क कुछ ऐसी ही बिमारियों मे

4

सियासत, समाजवाद और सत्ता

26 नवम्बर 2016
0
0
0

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- जिस प्रधानमंत्री का मुद्दा शुरूआती दौर से ही गरीबी और विकास की रही हो, उस प्रधानमंत्री के ऐसे फैसले पर आश्चर्य कैसा? लेकिन सवाल तो उठते थे और उठते रहेंगे. ये बात और है की सरकारे अपने कार्यकाल के दौरान गरीबो और ग्रामी

5

कालाधन, कैशलेश समाज और सरकार के वो पचास दिन

7 दिसम्बर 2016
0
5
8

(जहाँगीर आलम) आसनसोल :- जब पूर्व प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी तब वर्तमान गंभीर हुए और मुस्कुरा कर भोजन करने चले गये. एक ने कहा एक ने सुना और सदन रुक गया. 60 फीसदी ग्रामीण और 40 फीसदी शहर के झोपड़पट्टी में गुजर-बसर करने वालो पर कब किसी पीएम ने बात की है.भारत का सत्य यही है की कष्ट और नाजायज पैसो पर न्य

6

राजनीति, भ्रष्टाचार का पालनहार

19 दिसम्बर 2016
0
2
0

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- सवाल तो देश में आज भी वही है जो आजादी के बाद रहे थे. शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार आदि जैसे अहम् विषयो से देश आज तक आगे नहीं बढ़ पाया है. हाँ इन बीते दशको में देश की जनसंख्या जरुर बढ़ी है. लेकिन समस्या जस की तस ही रही. यानी कह सकते है की सात दशक पहले जिस त

7

पचास दिनों के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं

31 दिसम्बर 2016
0
5
0

आसनसोल ( जहाँगीर आलम) ) :- दुकाने सजी है और उनमे जरुरत के सामान भी उपलब्ध है, पर्यटकों की संख्या में भी कोई खासा कमी नहीं है. लेकिन इन सबो के बावजूद ग्राहक नहीं दिख रहे. ये हालात है, झारखण्ड-बंगाल की सीमा पर स्थित एक मात्र पर्यटक स्थल मैथन डैम की. जहाँ लोगो की भीड़ तो है

8

...तो यह सिलसिला जारी रहेगा और मरने वाले मजदुर ही होंगे

10 जनवरी 2017
0
4
2

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- ईसीएल की राजमहल परियोजना की त्रासदी ने कई जिंदगियां निगल ली. लेकिन एक सवाल सबके जेहन में छोड़ गयी की आखिर इसका जिम्मेवार कौन है? आखिर इतनी मौतों का सौदागर कौन है? किसने चंद रुपयों की लालच में लाशो का सौदा कर दिया? ईसीएल में सक्रीय सभी श्रमिक संग

9

तीन तालाक का फायदा अब तो महिलाये भी उठाने लगी

16 जनवरी 2017
0
3
2

आसनसोल (जहांगीर आलम) :- केंद्र सरकार ने हाल ही में तीन तालाक का मुद्दा उठाते हुए यह दलील दी थी की शरियत के इस फैसले से मुस्लिम समुदाय की महिलाये पीड़ित है, उनका वैवाहिक अधीकारो का हनन हो रहा है. मुस्लिम पुरुष तीन तालक का फायदा उठाते हुए कभ

10

खोखले सिस्टम की भेट चढ़ गयी कई मासूम जिन्दगियां

21 जनवरी 2017
0
3
0

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- सुबह का अलार्म बजते ही माएं झट से उठ जाती है, क्योकि रात में ही उसने अलार्म सेट किये होती है कि सुबह कही देर ना हो जाए, उठने में और उसके लाडले को स्कुल जाने में. जब सुबह उठकर माएं अपने बच्चो के लिए टिफिन का इन्तेजाम

11

विदया की मंडी में तब्दील होता विदया का मंदिर

2 फरवरी 2017
0
1
0

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- बच्चो का इम्तेहान ख़त्म और अभिभावकों की अग्नि परीक्षा शुरू हो गयी. तक़रीबन सभी अभिभावक इसी जद्दोजहद में लगे दिख रहे कि उनके बच्चे का एडमिशन भी एक अच्छे स्कुल में हो जाए. इनमे से कई नए नव

12

देश की भविष्य के साथ खिलवाड़, पड़ेगा मंहगा

8 फरवरी 2017
0
1
0

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- ये बच्चे ही हमारे देश की भविष्य हैं और इन्ही पर भविष्य में देश की उन्नति निर्भर है. लेकिन आज देश के इन भविष्यो के साथ खिलवाड़ कर हम अपने देश को ही कमजोर करने की भरपूर चेष्टा में लगे है. जिसका परिणाम भी हमें ही भुगतना होगा. इन्हें सम्पूर्ण रूप से शिक्षित बनाना सिर्फ अभिभावकों क

13

स्कुल-कॉलेज के विधार्थी है इनके सॉफ्ट टार्गेट

14 फरवरी 2017
0
1
1

आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- नशा हमारे परिवार, समाज और देश के लिए दीमक की तरह है, इसकी जद में ज्यादातर युवा पीढ़ी रहते है. इसके कारोबारी भी स्कुल-कालेजो को सबसे आसान जरिया मानते है. इसके लिय वे लोग अपने दलालों को इन जगहों पर सक्रीय कर देते है. लेकिन उन्हें नहीं मालूम की वे

14

जिला अस्पताल के समुचित लाभ में सड़क जाम बना रोड़ा

19 फरवरी 2017
0
0
0

आसनसोल (जहांगीर आलम ) :- वर्ष 2011 में 34 वर्षो की वाम सरकार को पछाड़ते हुए तृणमूल कांग्रेस ने राज्य की सत्ता में अपना कब्ज़ा ज़माया. जिसके बाद जनता के अनुरूप ही तृणमूल ने राज्य समेत आसनसोल में कई विकासमूलक कार्य किये और अबतक जारी है. तृणमूल की ममता सरकार ने सर्वाधिक

15

सिर्फ एक दिन, एक दिवस, नहीं बल्कि हर पल, हर समय महिलाओ को दे सम्मान

10 मार्च 2017
0
0
0

सिर्फ एक दिन, एक दिवस नहीं बल्कि हर पल, हर समय महिलाओं को दे सम्मान आसनसोल (जहांगीर आलम) :- आज विश्व भर में महिलाओ को सम्मान देने के मकसद से महिला दिवस का पालन किया जा रहा है. इसी क्रम में आसनसोल शहर के विभिन्न स्थानों व संस्थानों में भी महिला दिवस मनाया गया. लेकिन क्या

16

होली के रंग में रची-बसी भारतीय राजनीति

10 मार्च 2017
0
1
0

होली के रंगों में रची-बसी भारतीय राजनीति आसनसोल (जहाँगीर आलम) :- भारत विविधताओं का देश है, जो इन्द्रधनुष की भाँती कई धर्मो, अनेक सभ्यता-संस्कृति का बेजोड़ नमूना पेश करता है. अनेको धर्म, सैकड़ो त्यौहार, अनगिनत जातियों से लैस हमारा देश पूरी दुनियां में अपना मिशाल कायम करता है

17

एक दूसरे पर लगाते रहेंगे आरोप-प्रत्यारोप

22 मार्च 2017
0
1
0

जहाँगीर आलम (आसनसोल) :- गोवा में 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को दुबारा मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिला है. जबकि चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीतने वाली कांग्रेस पार्टी को यहां विपक्ष में बैठना पड़ रहा है. वही पूर्वोत्तर के राज्य मण

18

पानी के लिए बह रहे पानी की तरह पैसे

22 मार्च 2017
0
3
1

जल समस्या से निजात, आवंटित हुए 225 करोड़ रूपए . 20 मार्च 2017 सोमवार का दिन कुल्टी वासियों के लिए खुशियों भरा शौगात लेकर आया. दशको से पीने की पानी का दंश झेल रहे इस इलाके के लाखो लोगो को अब पानी मयस्सर हो पायेगी. इसकी घोषणा कुल्टी बोरो कार्य

19

डीवीसी-नागरानी या राजकुमार

23 मार्च 2017
0
0
0

जहाँगीर आलम (आसनसोल) :- पश्चिम बंगाल के कल्यानेश्वरी मंदिर के निकट मार्किट कॉम्प्लेक्स डीवीसी की जमीन पर आसनसोल नगर निगम द्वरा अवैध कब्जा कर शोचालय निर्माण का मामला शांत भी नहीं हुवा था कि उक्त जमींन पर एक और दावेदार सामने आकर सबको अचंभित कर दिया. ऐसे में आसनसोल नगर निग

20

अस्तित्व में आया राज्य का 23 वां जिला "पश्चिम बर्दवान"

9 अप्रैल 2017
0
0
0

आसनसोल :- दशको से शहरवासियो की मनोकामना व मांग शुक्रवार को पूर्ण हो गई. आसनसोल के पुलिस लाइन मैदान से शुक्रवार की दोपहर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आसनसोल एवं दुर्गापुर को मिलाकर व बर्धमान जिला के दो भाग करके पश्चिम बर्दवान नाम से नए जिले की घोषणा की. जिससे राज्य

21

क्या पहचान हो हमारी

9 अप्रैल 2017
0
2
1

“मेरा खजूर-बताशा तुम्हारा पहचान बन गया || चाँद मेरा और सूरज तुम्हारा पहचान बन गया || चले थे कहकर सबका साथ-सबका विकास करेंगे, मगर हरा और गेडुआ हमारा पहचान बन गया” || --------------------------------------- “एक दुसरे को जलील करना हमारा शान बन गया || जानवर के वास्ते इं

22

सुंदर स्त्री की पारदर्शिता ही समाज की आदर्शता

4 मई 2017
0
2
1

सुंदर स्त्री की पारदर्शिता ही समाज की आदर्शता हैजहाँगीर आलम :- स्वच्छ-सुन्दर और उत्तम समाज की कल्पना की चाह बगैर स्त्री के मुमकिन नहीं, स्त्रियों की बलिदान-योगदान को परिभाषित करना संभव भी नहीं है.सुंदर स्त्री हर माईने में समाज के लिए आदर्श स्वरूप है, जिसे आसानी के साथ देख

23

तीसरी कड़ी का वर्चस्व

4 मई 2017
0
0
0

तीसरी कड़ी का वर्चस्व वर्तमान समय में अख़बार भी लोगो की रोजमर्रा की दिनचर्या में शामिल है, अधिकांश लोग सुबह-सुबह अख़बार पढ़ना पसंद करते है. कई लोग पूरी दिलचस्पी के साथ हर खबर को गंभीरता से पढ़ते है, तो कुछ लोग हेड लाईन पढ़कर ही संतुष्ट रहते है. चूँकि अखबारों में देश-विदेश से ले

24

कौन होगा अगला पीएम

22 जून 2018
0
0
0

इन चार वर्षो के दौरान कई राज्यों में विभिन्न चुनाव हो गये. कही भाजपा ने बहुमत पाई तो कही बिना बहुमत के ही जोड़तोड़ कर सरकार बनाई. लेकिन सबसे अहम् वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव होगा और सभी की निगाहे अबकी बनने वाली सरकार और प्रधानमंत्री पर टिकी है. शायद इसबार भाजपा की सरकार और मो

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए