इमरान दोलानी साहब. बधाई हो. आपके सवाल का जवाब दिया जा रहा है. पर अब आप पक्का प्रॉमिस करिए. कि इसे पढ़ते ही आप इस तरह की गंदी सोच से कट्टी कर लेंगे.
मुझे आपकी उम्र पेशा पता नहीं. फर्ज किया कि आप नौकरी करते हैं. क्या नौकरी पाने के लिए आपने अपने मालिक, अधिकारी, बॉस के साथ सेक्स किया. नहीं किया न. आपने तो उन्हें अपना सीवी दिया. इंटरव्यू दिया. अपने हुनर और अनुभव के बारे में बात की. फिर काम मांगा.
बॉलीवुड में भी ऐसा ही होता है. वहां नई एक्ट्रेस अपना पोर्टफोलियो दिखाती हैं. थिएटर, ऐड, मॉडलिंग वगैरह का अनुभव बताती हैं. फिर ऑडिशन देती हैं किसी रोल के लिए. जब उनकी परफॉर्मेंस तसल्लीबख्श हो जाती है. तब उन्हें चुना जाता है.
आपको क्या लगता है. कोई डायरेक्टर प्रॉड्यूसर इतना मूर्ख होगा कि सिर्फ सेक्स के वास्ते वह करोड़ों अरबों रुपये दांव पर लगा देगा. एक फिल्म उतने में बनती है, जितने में भतेरे खेत खरीदे जा सकते हैं. और आपको लगता है कि इसमें काम पाने के लिए लैंगिक उत्तेजना की आवाजाही चाहिए बस.
हो सकता है, बल्कि कइयों की आपबीती सुनकर कहूं तो होता है. एक्ट्रेस बनने की चाह रखने वाली कई लड़कियां मुंबई में यौन शोषण का शिकार होती हैं. मगर इसके लिए किसे दोष दिया जाए. और हां. इसका मतलब ये नहीं कि हर नई लड़की जो फिल्म में आ रही है, वह यहां तक किसी के बिस्तर की सिलवट, किसी का तकिया बनकर पहुंची हो. और एक बात. कौन किसके साथ सेक्स करता है. यह उनका आपसी और निजी मामला है. जब तक रजामंदी हो. हम आप फतवा देने वाले कौन होते हैं.
सोच बदलो. देश बदलेगा.