मेरे दामन में कांटों के सिवाए कुछ भी नहीं आप मुझे फूलों के खरीददार नजर आते हैं
तेरी महफ़िल का भरम रखते हैं और सो जाते हैं वरना लोग तो मुझे बेकार नज़र आते हैं
बेजार - परेशान
16 अगस्त 2017
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हिन्दी शब्द नगरी में आपका स्वागत है रचनाओं को पढ़ने तथा हौसला अफजाई के लिए आप सभी का तह दिल से शुक्रियाD
bahut acchi h
17 अगस्त 2017
bahut acchi h
17 अगस्त 2017
बढ़िया शायरी
17 अगस्त 2017