5 सितंबर माने शिक्षक दिवस होता है. हर साल मनाया जाता है और हर कोई मनाता है, काहे के टीचर्स से किसका पाला नहीं पड़ा होता. हमारे प्यारे टीचर्स, अच्छे-भले और थोड़े गुस्सा से. कहीं के भी हों, उनके डायलॉग्स फिक्स होते हैं. आप मुल्क के किसी कोने में किसी भी स्कूल में चले जाइए. टीचर्स की बातें सेम टू सेम होती हैं. उनको आप ही सबसे शैतान लगते हैं, और आपकी ही क्लास सबसे खराब. और क्या-क्या? यहां पढ़िए.