साथ तुम दो जो अगर जिंदगी बदल जाये ,
मुश्किलों के सभी हल आज ही निकल जाये,
आये दिन लड़खड़ाते रहते हैं ये मेरे कदम,
हाथ तुम थाम लो सारे कदम संभल जाये,
इक तुम्हारी कमी से रब से गिले-शिक़वे हैं,
तुम जो मिल जाओ शिकायत की शाम ढल जाये,
यूँ मेरी राह को काँटों ने सजाया है मगर,
साथ तुम जो चलो कलियाँ हजार खिल जाये,
जिंदगी में बहुत से रंज-ओ-गम के मेले हैं,
तुम लगा लो गले खुशियां तमाम मिल जाये,
आजमाने की जो हसरत हो बता दो हमको,
तुम पे क़ुर्बान मेरी जान, मेरा दिल जाये !!!