मेरी ख़ामोशी की आवाज़,
मुस्कराहट का अंदाज़,
बंद पलकों का ख्वाब,
और हर ख़ुशी का राज़,
हो तुम
एक सपने सा है साथ तुम्हारा,
एक हकीकत है प्यार तुम्हारा,
होठो पे हँसी, आँखों में नमी है तुमसे
हर बात की दास्तान है तुमसे, और
कहुँ कैसे कितना प्यार है तुमसे
आलोक सिन्हा
13 जुलाई 2018अच्छी पंक्तियाँ हैं |
रितिका दीक्षित गौतम
13 जुलाई 2018धन्यवाद