प्रणाम गुरुदेव ,
हाँ, प्रार्थना में वो शक्ति है जो हमको सम्बल व शक्ति प्रदान करता है। अपने आस पास पूजा व प्रार्थना करते हम देखते है क्या ये यही प्रार्थना है। हम प्रेयर में क्या करते हैं क्या मांगते है ? क्या हमारी प्रार्थना मांग पर आधारित है । हम क्या क्या ईश्वर से मांगते हैं। हमे तो हाथ पैर शरीर दिया ही हुआ है। सांसे दी है और भौतिक रुप से कुछ न कुछ दिया है । क्यो न इसका धन्यवाद करे जो मिला है वो हमने हासिल नही किया है । सांसे हम ले रहे हैं हमने मशीन नही लगा रखा है। दिल धड़क रहा है उनकी कृपा है।
तुम तो मेहनत नही कर रहे हो दिल धड़काने में क्या तुम्हारा हाथ हैं । नही न; हमारा खाना पच जाता है उनकी कृपा है । प्रार्थना में यही करना है थैंक्स । इतना कुछ दिया है। इतनी पात्रता थी नही मेरी फिर भी दिया है धन्यवाद। कृतज्ञता का भाव ।
save tree🌲save earth🌏&save life❤