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प्रेम की अभिलाषा

Dr.Akash Kumar

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एक लड़की थी दीवानी सी न जाने वो कैसी थी राहों से बेखबर अपने प्यार को पाने की अभिलाषा रखती थी वह अपने स्कूल में अपने दोस्तों के साथ खेला और पढ़ा करती थी धीरे-धीरे पढ़ाई पूरी होती गई । सबका साथ छोटता चला गया सब अपने-अपने रास्ते और अपनी अपनी मंजिलो को पाने के लिए बेकरार है होने लगे। कॉलेज में एक लड़का था जो उस लड़की को बेपनाह मोहब्बत करने लगा वह लड़की इस मोहब्बत से बेखबर थी लड़की ने उस लड़के से कभी कुछ कहा नहीं लेकिन इस मोहब्ब्त को लेकर वह एक दूजे को उस कदर परेशान हैं जो नहीं हो सकता और वह करके दिखाएंगे  

prem ki abhilasha

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