अगर हम, परिवार, समाज और देश के लोग गम्भीर होकर इस समस्या के प्रति संवेदनशील होकर आत्महत्या करने वाले के प्रति उदार रवैया अपनाएँ और सभी को गलत सही के बीच का संस्कार शुरू से ही दें उनके लिए स्वयं उदाहरण बनकर तो शायद इन हत्याओं पर जरुर काफी हद तक लगाम लग सकती है |
ओम प्रकाश शर्मा
19 अप्रैल 2016धन्यवाद, चंद्रेश जी !