लोग कहते हैं की पैसा ही सब कुछ है पर मेरा कहना है की पैसा ही सब कुछ नहीं है उसके साथ अपने रिश्ते को भी बरक़रार रखना चाहिए !
क्यों-की रिश्ते में एक बार दरार आ जाये तो कितना भी रिश्ता बन ले पहले जैसे मिठास उस रिश्ते में नहीं रह जाती है !
वैसे अगर नाम है तो रिश्ते और पैसा आ जायेगा .......लेकिन ये है मुश्किल आज रिश्ते और नाम दोनों को पाने में पैसे से ही बहुत बड़ा हाथ है .
पैसा होना ठीक है लकिन रिस्ते न हो तो अकेले जिंदगी का क्या होगा रिस्ते जरुरी है
अगर नाम है तो पैसा और रिश्ते भी साथ होंगे, वो अलग बात है की कुछ सच्चे रिश्ते पैसे या नाम के बंधन से ऊपर होते हैं .
धन्यवाद पूनम जी
आधुनिक समाज का धर्म ही पैसा हो गया है पर रिश्ते भी जरुरी है
dhanyawaad
chaurasiya धर्म प्रकाश चौरसिया
11 मई 2016पैसों के बंधन मैं जब यश पाकर व्यक्ति पिस्ता है . आँखों मैं आंसू ,याद आता रिस्ता है ..