सोचा था जिंदगी चलेगी रफ्तार से,जैसे मक्खन पिघलता है गर्म रोटी पे;
वक़्त के साथ साथ मायने बदलते गए,जिंदगी फूलों को देख चल दी कांटों पे।
हर सिक्के के होते हैं दो पहलू,जीने के लिए है जरूरी सफलता भी;
ज़िन्दगी फिर भी चलेगी,अगर रास्ते में मिल जाए विफलता भी ।
कठिनाइयों से हारकर भी ,कोशिश कर कोई पहुंचा अपने मुकाम पर;
कोरोना से लड़कर भी,आखिर कोई पहुंचा अस्पताल से अपने घर पर।
पानी में हाथ पैर चलाए बगैर ,कोई भी तैरना नहीं सीख सकता;
मुश्किलों को पार किए बगैर, वह रफ्तार जिंदगी की नहीं पा सकता।
ख्वाबों में जिंदगी को बहुत खूबसूरत पाया,
असल में अपने आप को कांटों से घिरा पाया;
जिंदगी की रफ्तार नहीं हो सकती तेज,
क्योंकि रास्ते पे है अवरोधों की छाया।
हरेक सफलता की शुरुआत होती है,एक बड़ी असफलता से;
जिंदगी की रफ्तार सही पैमाने पे आती है,अनुभवों की कतार से।
कुछ लोग हारकर घबरा जाते हैं,हताश हो
जिंदगी को कर देते है हमेशा के लिए अलविदा;
कमजोर क्यों बनते हो ,हिम्मत रख इस रफ्तार भरी जिंदगी से कर दो मुश्किलों को अलविदा।