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Rahul ki dayri

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Ek chhoti si galti se badi gltiyo ki suruwat

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Rahul Singh Parihar के लेख

Man se man tak

15 जुलाई 2022
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जब आप किसी के प्रेम में पड़े होते है तब आप उसमे आनंद खोज रहे होते है अगर आपको उससे आनंद की प्राप्ति हुए तो आप उसे खोने दूर जाने से डरते है अगर आप प्रेम में होते हुए आप अपने आप में प्रेम खोजे और अगर आपक

मन से मन तक

23 अप्रैल 2022
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कभी सज़ा कराती थी रातें मेरी बस्ती में | खुदा को रास न आई मेरी रातें | खुदा ने उजाड़ दिया मेरी बस्ती को। अब नहीं सजती रातें मेरी बस्ती में |मैं रुका हुआ रुक सी गई मंज़िल |अब कहा किसी की तला

Prem

20 फरवरी 2022
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हमने ख़ामोशी ओढ़ ली,!ताकि रुतबा मोहब्बत का ना दाग़दार होऔर वो हमें बे-लफ़्ज समझ रहे हैं

Prem

20 फरवरी 2022
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ज़माने में बस ये दो हादसे नही होते,हम तुमसे जुदा, तुम हमारे नही होते।

"कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी, कुछ मुझे भी ख़राब होना था, अच्छी खासी चल रही थी जिंदगी, पर दोनों को यहाँ परेशान होना था l "

7 दिसम्बर 2021
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<div>"कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी,</div><div> कुछ मुझे भी ख़राब होना था,</div><div> अच्छी ख

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