shabd-logo

सौतेली मां भाग-4

9 अप्रैल 2022

36 बार देखा गया 36
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
8
रचनाएँ
सौतेली मां
0.0
इसमें उस बच्चे की कहानी है जिसमें उसकी मां बचपन में ही छोड़कर स्वर्ग लोक सिधार जाती है। उसके बाद उसकी जिंदगी में बहुत ही बडा मोड़ आ जाता है जब उसका पिता अपने लिए एक नई पत्नि लेकर आ जाता है जो उसे बहुत सताती है।
1

सौतेली मां भाग-1

2 अप्रैल 2022
1
0
0

हरीश एक बहुत ही सीधा-साधा और भोला-भाला लडका था। जो बहुत ही मासूमियत के साथ रहता था। उसकी मासूमियत को देखकर सभी को दया आ जाती थी। दुबला-पतला शरीर और हमेशा एक थकी हुई सी जिंदगी जो उसे जीने के लिए मजबूर

2

सोतैली मां भाग-2

4 अप्रैल 2022
0
0
0

हरीश की मां की लाश के पास बेटे सभी लोग बहुत ही दुखी थे। कुछ लोग उसके गुणों की चर्चा कर रहे थे। वह एक बहुत अच्छी सीधी-साधी औरत थी जिसने कभी भी किसी से बुरे शब्द नहीं कहें सभी लोग रात के तारे गिन रहे थे

3

सौतेली मां भाग-3

8 अप्रैल 2022
0
0
0

माया के लड़का पैदा होने पर वह बहुत खुश थी। वह सोच रही थी कि वह एक भाग्यशाली औरत है। वह अपने घर पर रहने से जितनी दुखी थी। अब उसे उससे कहीं ज्यादा खुशी का अहसास हो रहा था। वह हरीश को भी बड़ा प्रसन्न रखत

4

सौतेली मां भाग-4

9 अप्रैल 2022
0
0
0

" जिसके दिल में प्रेम है, इंसान के रूप से।वह मनुज प्यार करता है, ईश्वर के स्वरूप से।समय का तकाजा है, इंसान को बदल देता है।कुछ छीन लेता है, कुछ जन को दे देता है।प्रेम के रिश्ते हैं,जो सदियों तक याद रहत

5

सौतेली मां भाग-5

18 अप्रैल 2022
0
0
0

उस रात पूरी रात हरीश को चैन से नींद नहीं आ पाई थी। लेकिन वह सारी रात उल्टा ही पड़ा रहा। वह जैसे ही पीठ के बल लेटने की कोशिश करता उसकी नींद खराब हो जाती थी। उसके दादा सारी रात उसकी इस कराहट के लिए परेश

6

सौतेली मां भाग-7

20 अप्रैल 2022
0
0
0

हरीश के दादा और दादी के शरीर में चलने फिरने के लिए बिल्कुल ऊर्जा नहीं बची थी। उसके दादा थोड़े बहुत चल-फिर लेते थे। लेकिन हरीश की दादी पैरों से लाचार हो गई थी उसकी दृष्टि भी कमजोर हो गई थी। उसे दिखाई द

7

सौतेली मां भाग-6

18 अप्रैल 2022
1
1
0

जब हरीश के पिता के समझाने पर माया ने यह स्वीकार नहीं किया कि वह हरीश को अपना बेटा समझकर उसे अपने साथ रखने के लिए तैयार हो जायेगी। तो हरीश के पिताजी ने उसे अपने माता पिता के साथ रखना ही उचित समझा।&nbsp

8

सौतेली मां भाग-8

23 अप्रैल 2022
0
0
0

शाम का समय था सभी लोग इकट्ठे हो गये थे। लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। सभी लोगों की हरीश द्वारा अपने दादा और दादी की सेवा करने के विषय में जानकारी दी। इसलिए सभी लोग हरीश की सराहना कर रहे थे। लेकिन माय

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए