स्कूटर से आप कितना वजन ढो सकते हैं। दस, 20, 50 या सौ किलो। मगर यूपी के व्यापार ी 80 टन यानी 80 हजार कुंतल गेहूं भी स्कूटर से ढोने की महारत रखते हैं। यह हम नहीं गोरखपुर के अनाज व्यापारी के फ्लोर मिल के कागजात बोलते हैं। टैक्स चोरी के संदेह पर वाणिज्यकर विभाग ने यहां एक व्यापारी के फर्म पर छापेमारी की तो कुल 421 करोड़ का घपला पकड़ में आया। व्यापारी ने जिस ट्रक से माल ढुलाई का दावा किया जांच में वह स्कूटर का नंबर निकला।
गोरखपुर में ऐसे हुआ टैक्स चोरी के बड़े खेल का खुलासा
वाणिज्यकर विभाग की टीम ने गोरखपुर में कौड़ीराम और खलीलाबाद में गोयल एडविल प्राइवेट लिमिटेड फ्लोर मिल पर बीते 27 अगस्त को छापेमारी की। इस फ्लोर मिल में आटा, मैदा और सूजी का निर्माण होता है। प्रथम दृष्टया विभागीय टीम को संदेह हुआ कि यहां पर जितने माल की खरीद-फरोख्त होती है, उससे काफी कम रिकॉर्ड दर्शाया जाता है। ताकि टैक्स कम देना पड़े। जांच के लिए विभाग ने नौ अफसरों की टीम गठित कर फ्लोर मिल की निगरानी का हु्क्म दिया। तीन-तीन अफसरों की टीम 12-12 घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी कर फ्लोर मिल आने-जाने वाले माल लदे वाहनों की जांच करती रही।
192 घंटे में 421 करोड़ का घपला पकड़ में आया
27 अगस्त से लगातार आठ दिन तक अधिकारी तीन शिफ्ट में फ्लोर मिल पर नजर गड़ाए रहे। अफसरों ने हर दिन फ्लोर मिल पर गेहूं बिक्री के बिल बाउचर अपने कब्जे में लिए। एडिश्नल कमिश्नर कुरील के मुताबिक जांच से पता चला कि फ्लोर मिल हर रोज 182.58 लाख रुपये की गेहूं खरीद कर रही है, जबकि पिछले साल फ्लोर मिल की ओर से टैक्स चोरी के लिए महज 41.98 लाख रुपये प्रतिदिन की खरीद दिखाई गई थी। इस प्रकार में प्रति दिन फ्लोर मिल ने 140.58 लाख रुपये गेहूं की खरीद को छुपा लिया। अगर तीन सौ दिनों का आंकड़ा देखें तो कुल 421.78 करोड़ रुपये की अवैध खरीब का मामला बनता है। इस प्रकार वाणिज्य कर विभाग को मोटी चपत फ्लोर मिल ने लगा दी। अब सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि इस घपले में आगे की जांच कमिश्नर एसआइबी रेंज कर रहे हैं।
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