मेरे पास आ कर कभी
मेरी कहानी भी सुनो,
मैं भी दिल के बहलाने को
क्या क्या स्वाँग रचाता हूँ,
आप ही दुख का भेस बदलकर
उन को ढूँडने जाता हूँ,
सायों के झुरमुट में बैठा
सुख की सेज सजाता हूँ......
-अश्विनी कुमार मिश्रा
मेरे पास आ कर कभी
मेरी कहानी भी सुनो,
मैं भी दिल के बहलाने को
क्या क्या स्वाँग रचाता हूँ,
आप ही दुख का भेस बदलकर
उन को ढूँडने जाता हूँ,
सायों के झुरमुट में बैठा
सुख की सेज सजाता हूँ......
-अश्विनी कुमार मिश्रा
दोस्तों, मेरा नाम अश्विनी कुमार मिश्रा (Ashvini Kumar Mishra) है। मेरा मूल निवास इंदौर मध्यप्रदेश है। मैने कॉमर्स में ग्रेजुएशन वैष्णव कॉमर्स कॉलेज, देवि अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर (आगे पढ़िये ...)