दिल से दिल न मिलाया तुमने करम मेरा येही सही मेरे दोस्त , "रंजन" का हाथ हमेशा मिलेगा तुमको जब समझो मांग लेना !
दिल से दिल न मिलाया तुमने करम मेरा येही सही मेरे दोस्त , "रंजन" का हाथ हमेशा मिलेगा तुमको जब समझो मांग लेना !
मैं एक कवि हूँ. मैं हिंदी कविता, ग़ज़ल एवंग शायरी रचना करता हूँ. बंगाली में सिर्फ गाना लिखता हूँ. मैंने&nbs (आगे पढ़िये ...)