किसी के रोने पर किसी को रोना नहीं आता , "रंजन" रोता है शायद खुद की किसी बात पर।।
किसी के रोने पर किसी को रोना नहीं आता , "रंजन" रोता है शायद खुद की किसी बात पर।।
मैं एक कवि हूँ. मैं हिंदी कविता, ग़ज़ल एवंग शायरी रचना करता हूँ. बंगाली में सिर्फ गाना लिखता हूँ. मैंने&nbs (आगे पढ़िये ...)