shabd-logo

सीखो

22 सितम्बर 2021

36 बार देखा गया 36

जीवन में सुख पाना है तो
मानवता संग जीना सीखो
जाति-पाति का भेद मिटाकर
सबको गले लगाना सीखो।।

हो जाए यदि मन दुखी तो
ईश्वर-वंदन करना सीखो
अभिमान परित्याग कर
प्रेम की माला जपना सीखो।।

धनवान अगर बनना है तो
सत्कर्म कमाना सीखो
असहाय को सहारा देकर
शिष्टाचार बढ़ाना सीखो।।

हो जाए यदि गुरूर तुम्हें तो
मोक्ष-पथ पर चलना सीखो
भंगुरता का भाव समझकर
हर पल को तुम जीना सीखो।।

भविष्य उज्ज्वल चाहते हो तो
आत्मनियंत्रण करना सीखो
नकारात्मकता को दूर भगाकर
सकारात्मक बनना सीखो।।

गीता भदौरिया

गीता भदौरिया

बहुत ही बढिया लिखा है

5 नवम्बर 2021

Ranjeeta Dhyani

Ranjeeta Dhyani

5 नवम्बर 2021

बहुत -बहुत आभार आपका 🙏🙏🙏

Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

बहुत सुंदर लिखा है

3 नवम्बर 2021

Ranjeeta Dhyani

Ranjeeta Dhyani

3 नवम्बर 2021

बहुत-बहुत आभार आपका 🙏🙏🙏

Pratibha

Pratibha

बहुत सुंदर

7 अक्टूबर 2021

Ranjeeta Dhyani

Ranjeeta Dhyani

3 नवम्बर 2021

बहुत-बहुत आभार आपका 🙏🙏🙏

18
रचनाएँ
मन से मंज़िल तक......
5.0
इस पुस्तक में प्रस्तुत सभी रचनाएं मेरी कलम से कृत स्व- विचारों एवं भावनाओं का परस्पर संग्रह है। जिसका उद्देश्य ना केवल पाठक वर्ग को आनंदित करना है अपितु उन्हें चिंतनशील मनुष्य बनने हेतु प्रेरित करना भी है। इसी आशा के साथ शुरू होता है हमारा ये सुनहरा सफ़र ....🙏💐🙏
1

सीखो

22 सितम्बर 2021
7
8
6

<p><strong>जीवन में सुख पाना है तो</strong><em><strong><br> मानवता संग जीना सीखो<br> जाति-पाति का भे

2

एक नई दुनिया

23 सितम्बर 2021
5
4
4

<p><strong>चाह मेरी मालिक से इतनी</strong></p> <p><strong>खुशियों की सौगात दिला दो</strong></p> <p><

3

रणभूमि

24 सितम्बर 2021
1
3
0

<p><strong>संघर्ष भरी इस रणभूमि में</strong></p> <p><strong>मानव तुमको लड़ना होगा</strong></p> <p><s

4

ज़िन्दगी के सफ़र में

25 सितम्बर 2021
0
2
2

<p><strong>ज़िन्दगी के सफ़र में,</strong></p> <p><strong>कई लोगों का साथ मिला।</strong></p> <p><br><

5

ज़िंदगी की परिभाषा

27 सितम्बर 2021
2
0
2

<p><strong>ज़िन्दगी साथ है मेरे यार</strong></p> <p><strong>कभी अपनों का, तो कभी परायों का</strong><

6

बावरा मन

29 सितम्बर 2021
0
1
0

<p><strong>खोज रहा है जाने क्या</strong></p> <p><strong>पल भर भी आराम नहीं</strong></p> <p><strong>म

7

टिमटिमाते सपने

30 सितम्बर 2021
0
1
0

<p><strong>जो जगा जाते बुझे मन में</strong></p> <p><strong>एक उम्मीद की किरण,</strong></p> <p><stron

8

वहां कौन रहता है?

1 अक्टूबर 2021
1
3
2

<p><strong>जहां साथ ना हो अपनों का</strong></p> <p><strong>जहां बात ना हो सपनों की</strong></p> <p><

9

गज़ल

3 अक्टूबर 2021
2
2
2

<p><strong>कौन कहता है कि कोई फ़कीर होता है।</strong></p> <p><strong>दिल-ए-मोहब्बत में वो अमीर होता

10

बालश्रमिक की आकांक्षा

4 अक्टूबर 2021
2
3
0

<p><strong>प्यार से कोई गले लगाए</strong></p> <p><strong>चूम के माथा उसे हंसाए</strong></p> <p><stro

11

प्रकृति

5 अक्टूबर 2021
4
3
2

<p><strong>प्रकृति है जग का आधार</strong></p> <p><strong>जैवमण्डल पर करती कृपा अपार </st

12

मंज़िल की तलाश

6 अक्टूबर 2021
1
3
2

<p><strong>ज़िन्दगी संग तेरे</strong></p> <p><strong>मैं दो कदम चली</strong></p> <p><strong>थक गई, र

13

मेरे प्यारे दादाजी

8 अक्टूबर 2021
1
2
2

<p><strong>दादाजी ने हाथ पकड़कर </strong></p> <p><strong>चलना मुझे सिखाया था</strong></p> <p><s

14

जज़्बा

10 अक्टूबर 2021
0
1
0

<p><strong>राब्ता तुम्हारा है</strong></p> <p><strong>और मोहब्बत हमारी है</strong></p> <p><strong>इख

15

घिसी हुई चप्पल

23 अक्टूबर 2021
1
0
0

<p><strong>घिसी हुई चप्पल बयां करती है</strong></p> <p><strong>दीनता, संघर्ष, शिथिलता और</strong></p

16

दीया

3 नवम्बर 2021
3
3
2

<p><br></p> <p><strong>जीवन को हमेशा, आशा से भरेगा</strong></p> <p><strong>खाक होकर भी, निरंतर साहस

17

गाँव की हसीन शाम

13 दिसम्बर 2021
0
1
0

<p><strong>जीवन के ढलते पड़ाव पर,</strong></p> <p><strong>संघर्षों की आंधी लिए</strong></p> <p><stro

18

अपनापन

30 जुलाई 2022
0
0
0

अपनों के संग वक्त बितानामुझको अच्छा लगता हैअपनों पर यूं हक जतानामुझको सच्चा लगता हैकभी रूठना कभी मनानामुझको मोहक लगता हैअपनों से दूर हो जानामुझको नाहक लगता हैफरेबी इस दुनिया मेंहर शख्स बेगाना लगता हैह

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए