शिक्षा जो किसी भी व्यक्ति को सही मायनों मे व्यक्ति बनाती है | परन्तु क्या इस समाज मे सभी लोग शिक्षा प्राप्त करने मे सामर्थ्यवान हैं ?नहीं | कुछ लोगों की ढेर सारी मजबूरियॉ होती हैं ऐसा नहीं है कि वो पढ़ना नहीं चाहते बशर्ते वो चाह कर भी नहीं पढ़ पाते |उन्हें समाज मे कई परेशानियो का सामना करना पड़ता हैं | समाज कई ऐसे लोग तथा ऐसी कई संस्थाये है जो लोगो को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है वो सराहनीय है |सरकार की शिक्षा नीति से भी काफी सुधार हुआ | पर क्या वह पर्याप्त हैं ? नहीं | शिक्षा सभी व्यक्ति का मूलभूत अधिकार हैं और हम सभी की ये जिम्मेदारी है कि हम इसमें सुधार करे लोगों को शिक्षा के महत्व को समझाए और उन्हें शिक्षित करने का प्रयास करें | हम सभी की शिक्षा के प्रति मजबूरियो को समझे और उनकी हर संभव मदद करे | हो सकता हमारी एक छोटी सी मदद से से वो भी राष्ट्र के निर्माण मे सहायक हो जाये | एक शिक्षित व्यक्ति एक परिवार ,समुदाय ,समाज और राष्ट्र के निर्माण मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है | आइए हम सभी इस जिम्मेदारी को निभाये |